मनोरंजन आतिशबाजी के फूहड़ प्रदर्शन के बजाए शपथ पत्र दे राय परिवार:
गोंगपा
(अय्यूब कुरैशी)
सिवनंी (साई)। लखनादौन नगर पंचायत में मनोरंजन, आतिशबाजी, शोरगुल के बीच
जनता की अदालत में जाने के खर्चीले स्वांग पर आपत्ति जताते हुए गोंडवाना गणतंत्र
पार्टी ने कहा है कि इससे बेहतर होगा कि लखन कुंवर की नगरी लखनौदन की नगर पंचायत
में राय परिवार शपथ पत्र देकर जनता के बीच जाए। इस तरह के आयोजनों से जनता के समय
और पैसे दोनों ही की बर्बादी होती है।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रवक्ता विवेक डेहरिया द्वारा जारी विज्ञप्ति
में कहा गया है कि वेतन भत्ते से लेकर ऐशोआराम से जीने का अधिकार जनप्रतिनिधियों
को पैदा कर देने वाली जनता को जनप्रतिनिधि जीतने के बाद कौन सा अधिकार दे रहे हैं
इस पर चिंतन करना जरूरी है। सिवनी जिले में है किसी में हिम्मत जो जनता व मतदाता
को दे सकें।
जनता को यदि अपना सच्चा सेवक चुनना है, तो मध्य प्रदेश में आगामी समय में होने वाले विधानसभा चुनाव
में जिस भी विधानसभा क्षेत्र से जो भी नागरिक विधायक पद के लिए चुनाव में
उम्मीदवार के रूप में किसी भी दल से या निर्दलीय के रूप में चुनावी मैदान में
उतरता है तो उससे जनता और मतदाता वायदा रूपी घोषणा पत्र, पॉम्पलेट, पोस्टर, फ्लेक्स के स्थान पर अब शपथ पत्र की फोटो कॉपी लेना अनिवार्य
कर देना चाहिए जिससे जनता और मतदाता कभी भी अपने आप को ठगा महसूस नहीं करेंगे और
इस शपथ पत्र के कारण अच्छा जनसेवक, जनप्रतिनिधि का
चुनाव भी हो सकता है।
श्री डेहरिया ने आगे कहा कि सिवनी जिले की जनता मतदाता यदि शपथ पत्र लेना
प्रारंभ कर देगी तो लखनादौन में विगत कई वर्षों से मनोरंजन आतिशबाजी के शोरगुल में
हाथ उठाकर जनमत हासिल करने की आवश्यकता समाप्त हो जायेगी, इसलिये अब जनता व मतदाता को शपथ पत्र लेना चाहिये अर्थात अब
शपथपत्र की नितांत आवश्यकता है, जनमत की नहीं।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के मीडिया प्रभारी के द्वारा 29 बिंदुओं पर
आधारित शपथ पत्र तैयार किया गया है जिसे गांव गांव में बंटवाया जायेगा। जिसमें
विधायक निधि से लेकर विधायकों को मिलने वाला वेतन का पाई पाई का हिसाब, विधायक निधि व्यय समिति के सदस्यों के पास रहेगा जो लिखित में
जनता को बताया जायेगा। विधायक निधि व्यय समिति में लगभग 50 सदस्य होंगे जिनमें
संबंधित विधानसभा क्षेत्र में निवासरत सभी समाज वर्ग के प्रबुद्ध नागरिकगण शामिल
होंगे इनकी अनुमति के बिना एक रूपये भी विधायक खर्च नहीं कर पायेंगे।
उन्होंने कहा कि किसान-मजदूरों व जनता के कार्यों और क्षेत्र का विकास व
रोजगार के लिये विधायक क्या कार्य करेंगे यह सब जनता व मतदाता को शपथ पत्र में
देना अनिवार्य कर देना चाहिये अन्यथा जनमत में हाथ भर उठाने से काम नहीं चलेगा
विधायक से एफआईआर दर्ज करवाने का, 420 धोखाधड़ी का
प्रकरण दर्ज करने का एवं विधायक पद से हटाने के लिये जबलपुर उच्च न्यायालय में रिट
याचिका दायर करने का अधिकार जनता व मतदाता को शपथ पत्र में लेना चाहिये तभी सिवनी
जिले का विकास संभव है अन्यथा नहीं।
श्री डेहरिया ने कहा कि जनता के सामने सिवनी की दुःखद व भयावह स्थिति
सामने है। जीतने के बाद जनप्रतिनिधि पलटकर नहीं देखते और अधिकांश तो ‘‘मनोरंजन रूपी जनमत‘‘ से ही सहमत हैं।
अब सिवनी जिले की जनता को ही विचार करना है कि आगामी विधानसभा चुनाव में वह जनमत
देना चाहती है या शपथ पत्र लेना चाहती है।
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