बुधवार, 11 सितंबर 2013

हैवान पिता ने चढ़ा दी अपनी छः वर्षीया बेटी की बलि!

हैवान पिता ने चढ़ा दी अपनी छः वर्षीया बेटी की बलि!

मानसिक विक्षिप्त है या नहीं जांच के बाद पता चलेगा: एसपी, संडास जा रही थी ऋतु: गीता

(विकराल सिंह बघेल)

केवलारी (साई)। इक्कीसवीं सदी में भी टोना टोटका ग्रामीण अंचलों में सिर पर हावी है। आज केवलारी अंचल में एक नरपिशाच पिता ने हैवानियत की हदें पार करते हुए अपनी ही छः साल की पुत्री ऋतु की, गला काटकर इहलीला समाप्त कर दी। बच्ची को मारने के बाद पिता ने मंदिर के प्रांगण में ही पूजन पाठ भी आरंभ कर दिया। बाद में लोगों ने देखा और पुलिस को बुलाया तब जाकर नराधम पिता को पकडा़ जा सका।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आदिवासी समुदाय के पूर्व जनपद सदस्य सुतलाल इडपाचे, निवासी ग्राम झोला द्वारा अपनी ही 6 वर्षीय बच्ची की धारदार कुल्हाड़ी से गर्दन में प्राणघातक वार कर, ग्राम के निकट स्थापित खैरमाई चबूतरा में बली चढ़ा दी। उसके पास बैठकर, वह बड़े ही शांत स्वभाव से कहता है कि अभी तो मैंने पूजा किया हंूॅं, सब ठीक हो जायेगा, माता उठेगी और बच्ची को ठीक कर देगी।

कल ही आया था ससुराल
बताया जाता है कि अपनी मासूम बेटी ऋतु की बलि चढ़ाने वाला 35 वर्षीय संतकुमार पिता जगदीश इड़पाचे एक दिन पहले ही अपने गांव झोला से ससुराल तुरर्गा आया था। झोला में राखी के दो दिन पहले से उसकी पत्नी गीताबाई व बेटी ऋतु व 10 साल का बेटा शरद रह रहे थे। मंगलवार की पूर्वान्ह 11 बजे के लगभग वह बेटी को घुमाकर लाने के बहाने गांव के पास खेतों के बीच स्थित खैरमाई के चबूतरे पर ले गया और कुल्हाड़ी का वार कर उसकी गर्दन काट दी।

लोगों को आवाज देकर बुलाया
इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि घटना की जानकारी तब लगी, जब एक ग्रामीण जंगल से लौट रहा था तो उसे आवाज देकर कहा कि जाओ मेरे ससुराल में मेरी पत्नि को बता दो कि तुम्हें पति ने खैरमाई चबूतरा में बुलाया है। ग्रामीण ने घटना स्थल पर मृत बच्ची को देख अनदेशा लगा लिया था कि इस व्यक्ति ने उसे काट डाला। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मौके पर सरकटी बच्ची की लाश देखकर लोग घबराकर वहां से यत्र तत्र भागने लगे।

संडास जा रही थी ऋतु
मृतिका ऋतु की पत्नि गीता ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान बताया कि वह अपने पिता के घर ग्राम तुरर्गा गई हुई थी। मृितका का पिता संतलाल वहां पहुंचा। उसके उपरांत अपरान्ह जब ऋतु ने बताया कि वह संडास जाना चाह रही थी। इस पर उसके पिता ने कहा कि चलो बेटा मैं भी चलता हूं। इसके बाद मृतिका ऋतु, अपने पिता के साथ वहां से चली गई।

कुल्हाड़ी से काट दिया सिर
बताया जाता है कि आज दोपहर दो बजे की बात है, पूर्व जनपद सदस्य संतलाल इ्र्रडपाचे उम्र लगभग 40 वर्ष ग्राम झोला थाना केवलारी निवासी ने अपने ससुराल ग्राम तुरर्गा (थाना केवलारी)के पास जंगल में अपने साथ 6 वर्षीय बच्ची ऋतु इडपाचे को खैरमाई चबूतरा ले जाकर, गर्दन पर धारदार कुल्हाडी से वार करते हुए बली चढ़ा कर वहीं बच्ची के शव के पास शांत बैठा रहा। ग्रामीणांे को जानकारी लगते ही पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई।

मीडिया पहुंचा पहले, पुलिस पहुंची दो घंटे बाद
भारतीय सिनेमा में पुलिस की छवि यह बनाई गई है कि वह अपराध घटित होने के काफी देर बाद घटना स्थल पर पहुंचती है। ग्राम तुरर्गा में भी बिल्कुल ऐसा ही नजारा देखने को मिला। यहां मीडिया पहले पहुंचा और दो घंटे इंतजार के उपरांत मौके पर पुलिस पहुंची। आज खास बात यह रही कि दो घंटे तक मीडिया कर्मी ग्रामीणों के साथ घटना स्थल पर खड़े होकर केवलारी  पुलिस का इंतजार करते रहे। दो घंटे देरी से पहुंच पुलिस ने कुल्हाडी को अपने कब्जे में लेकर आरोपी को गिरफ्तार किया और थाना केवलारी ले आई। शव का पंचनामा बनाकर, पीएम कराये जाने के बाद परिजनो को साैंपा गया।

टीआई साहब पूजा करने दो-
घटना की जानकारी लगते ही केवलारी थाना प्रभारी एम.ए.कुरैशी जब मौके पर पहंुचे तो आरोपी पिता पूजा करने में जुटा हुआ था। उसने कहा टीआई साहब, बैठिए पहले मैं पूजा कर लूं।

सपने में आई देवी
कलेक्टर भरत यादव व एसपी बी.पी.चंद्रवंशी के अनुसार आरोपी पिता ने पूछताछ में बताया है कि उसे सपने में देवी आई थी, जिसके चलते उसने इस घटना को अंजाम दिया है। कलेक्टर के अनुसार आरोपी की स्थिति सामान्य है। ऐसा लग नहीं रहा कि वह मानसिक रूप से बीमार है। उसके परिजनों व ग्रामीणों ने भी पूछताछ में ऐसी ही जानकारी दी है।

गांव में पसरा सन्नाटा
घटना के बाद से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। अपनी हंसती-खेलती बेटी को गंवाने वाली मां के रो-रोकर बुरे हाल हैं। केवलारी थाना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया है। पुलिस उससे पूछताछ में जुटी है।

मौके पर पहुंचे एसडीएम
पुलिस सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि केवलारी से उगली मार्ग पर झोला गांव निवासी पूर्व जनपद सदस्य श्री संतलाल इडपाचे ने 10 सितम्बर 2013 की दोपहर अपने ससुराल पक्ष के गांव तुरर्गा पहुॅचकर यहां स्थित खैरमाई मंदिर में अपनी पुत्री ऋतु इडपाचे (8) वर्ष को लेकर देवी मां के सामने उसकी बलि चढ़ा दी। इस घटना की सूचना मिलते ही केवलारी एसडीएम कौशलेन्द्र विक्रम सिंह तथा थाना प्रभारी एम.ए.कुरैशी पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुॅच गये हैं तथा आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुत्री की बलि चढ़ाने का कारण अज्ञात है।

अंधविश्वास हो सकता है कारण!
एसडीएम कौशलेन्द्र विक्रम सिंह (आईएएस) ने साई न्यूज से चर्चा के दौरान बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत हो रहा है कि अंधविश्वास के चलते आरोपी पिता ने अपनी पुत्री की बलि चढ़ाई है। मृतक बालिका के शव को पोस्ट मार्टम हेतु केवलारी लाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आरोपी पिता ने तुरर्गा गांव के समीप वीरान स्थल पर बने एक चबूतरानुमा खैरमाई मंदिर में अपनी पुत्री की बलि चढ़ाते हुए उसकी गर्दन को धड़ से अलग कर दिया है। बलि के कारणों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।

आरोपी विक्षिप्त है अथवा नहीं इस बारे में जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। इस संबंध में अभी जांच जारी है।

बी.पी.चंद्रवंशी, पुलिस अधीक्षक सिवनी

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