गुरुवार, 24 अक्तूबर 2013

दिनेश के पर्चे की हुई एमसीएमसी में शिकायत

दिनेश के पर्चे की हुई एमसीएमसी में शिकायत

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। सिवनी विधानसभा के संभावित निर्दलीय प्रत्याशी दिनेश राय उर्फ मुनमुन के खिलाफ एक शिकायत आज मीडिया सर्टिफिकेशन एण्ड मानिटरिंग कमेटी (एमसीएमसी) में की गई है। इस शिकायत पर एमसीएमसी ने क्या संज्ञान लिया है, अथवा क्या कार्यवाही की है, इस बारे में इन पंक्तियों के लिखे जाने तक सूचना अप्राप्त है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विधानसभा चुनावों के लिए जिला स्तर पर बनाई गई एमसीएमसी में आज अपरान्ह एक पत्रकार द्वारा लिखित तौर पर दिनेश राय उर्फ मुनमुन के फोटोयुक्त पर्चे की शिकायत दर्ज कराई गई है। बताया जाता है कि इस फोटो युक्त पर्चे में प्रकाशक का नाम नहीं है और इसकी कितनी प्रतियां छापी गई हैं, इस बारे में भी कोई उल्लेख नहीं किया गया है।
लखनादौन बार एॅसोसिएशन के अध्यक्ष और राय पेट्रोलियम के संचालक (जबकि अधिवक्ता एक्ट के तहत कोई भी अधिवक्ता अन्य व्यवसाय नहीं कर सकता है), लखनादौन मस्जिद के सरपरस्त और शराब कारोबारी (जबकि शराब इस्लाम में हराम है) के साथ ही साथ सिवनी विधानसभा में वर्ष 2008 के निर्दलीय प्रत्याशी रहे दिनेश राय उर्फ मुनमुन के फोटो के साथ एक रंगीन पर्चा बांटा जा रहा है।
समूची सिवनी विधानसभा में बांटे गए इस लुभावने पर्चे में दिनेश राय को निवेदक बताया गया है और विधायक को कोसा गया है। इस पर्चे में यह भी कहा गया है कि अगर पेंच का पानी सिवनी नहीं आ सकता है तो भीमगढ़ बांध का पानी अन्य जिलों को क्यों जाने दिया जाता है। कुछ लोगों का कहना था कि यह लोगों को भड़काने की श्रेणी में आता है, क्योंकि पेंच परियोजना अभी पूर्ण नहीं हुई है, और संजय सरोवर परियोजना सालों से अस्तित्व में है। इसके साथ ही साथ पेंच परियोजना पश्चिम की ओर अवस्थित छिंदवाड़ा जिले से सिवनी में पानी प्रदाय करेगी तो भीमगढ़ का पानी पूर्व की ओर पड़ने वाले बालाघाट आदि जिलों में जाता है, अतः इन दोनों ही की तुलना उचित नहीं है।
इस विवादित पर्चे में दिनेश राय उर्फ मुनमुन द्वारा अपने आप को पिछले विधानसभा चुनावों में निर्दलीय प्रत्याशी के बतौर उतरने और उनके खिलाफ भ्रामक प्रचार प्रसार के बाद भी तीस हजार वोट मिलने की बात कही गई है। उन्होंने पर्चे में दावा किया है कि जनता की इच्छा से इस बार भी वे निर्दलीय प्रत्याशी के बतौर ही चुनाव मैदान में रहेंगेे।
इस पर्चे में दिनेश राय द्वारा यह कहा गया है कि चुनाव जीतने के बाद वे किसी भी दल की सदस्यता ग्रहण नहीं करेंगे, पर मुख्यमंत्री का साथ देंगे। इस पर्चे में उन्होंने कहा है कि वे केवल एक वर्ष के लिए विधायक बनेंगे, उसके बाद जनता का अभिमत मांगेंगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार एमसीएमसी में आज हुई शिकायत में शिकायतकर्ता ने कहा है कि आचार संहिता लागू होने के उपरांत किसी भी पर्चे में प्रकाशक का नाम, मुद्रक का नाम, एवं उसकी संख्या का उल्लेख किया जाना जरूरी है।

पर्चे को लेकर चर्चाएं तेज

इस विवादित पर्चे जिसमें न तो प्रकाशक का नाम है और न ही कितनी संख्या में मुद्रित कराया गया है इसका उल्लेख है, को लेकर तरह तरह की चर्चाएं बाजार में तैर गई हैं। गौरतलब है कि इसके पूर्व लखनादौन में दिनेश राय उर्फ मुनमुन के स्वामित्व वाले राय पेट्रोलियम के सामने एनएचएआई के सरकारी बोर्ड पर राय पेट्रोलियम की पब्लिसिटी करवाई जा रही थी। बताया जाता है कि नियम विरूद्ध होने के चलते एनएचएआई के अधिकारियों द्वारा इस बोर्ड को उतरवा दिया गया था। इतना ही नहीं दिनेश राय के स्वामित्व वाले राय पेट्रोलियम के सामने फोरलेन का डिवाईडर भी संदिग्ध परिस्थितियों में तोड़ दिया गया है।

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