पेपर लीक होने के बाद भी परीक्षा नहीं हुई निरस्त!
(सोनाली खरे)
नई दिल्ली (साई)। नेशनल इश्योरेंस कंपनी की सैकड़ों पदों पर भर्ती के लिए हुई परीक्षा के पेपर लीक होने के बाद भी इस परीक्षा को अब तक निरस्त न किया जाना आश्चर्य का विषय बनता जा रहा है। दिसंबर में हुई परीक्षा को निरस्त करने के लिए कंपनी ने नोटिस तो जारी कर दिया था किन्तु कहा जा रहा है कि जब इस मामले में शोरगुल नहीं हो रहा है तो इसे निरस्त करने का अब क्या ओचित्य!
प्राप्त जानकारी के अनुसार सितम्बर में आयोजित इस परीक्षा के पर्चे लीक होने के कारण इन परीक्षाओं को 15,22 और 29 दिसंबर को आयोजित किया गया था। 23 दिसंबर को लखनऊ सहित कुछ अन्य स्थानों पर 29 दिसंबर के प्रस्तावित पर्चे लीक होने की खबरें सोशल मीडिया पर आईं तब अधिकारियों द्वारा इन खबरों को महज अफवाह बताकर खारिज कर दिया था।
इस संबंध में कंपनी के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि 40,000 आवेदकों ने उत्तर प्रदेश में प्रशासनिक अधिकारी के पद के लिए आवेदन किया था। 29 दिसंबर को रविवार को परीक्षा शहर में 21 केन्द्रों पर आयोजित की जा रही थी। परीक्षा लखनऊ और उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद में और देश भर में छह और शहरों में आयोजित की गई थी।
इस संबंध में अंग्रेजी समाचार पत्र टाइम्स ऑफ इंडिया के पास लीक प्रश्न पत्र की एक प्रति पहुंची थी और यह रविवार की सुबह पारा क्षेत्र में स्थित केंद्र में पर्यवेक्षकों की मदद से जांची गई। बाद में इसका परीक्षण करने पर पर्चे में शामिल तीस से चालीस फीसदी प्रश्न परीक्षा में शामिल पर्चे के अनुसार ही पाए गए थे। इसमें सेट तक का मिलना होना बताया गया था।
इस संबंध में सूत्रों ने साई न्यूज को आगे बताया कि लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रविंद्र गौड़ ने भी कंपनी के कोलकता स्थित कार्मिक विभाग को इसकी सूचना दी थी। इसके बाद भी इस संबंध में अब तक कोई कार्यवाही न किया जाना आश्चर्य का विषय ही माना जा रहा है।
हो हल्ला नहीं तो परीक्षा निरस्त नहीं!
कंपनी के सूत्रों का कहना है कि इस संबंध में ज्यादा शोर शराबा नहीं होने पर कंपनी के आला दर्जे के अधिकारियों का मानना है कि शोर शराबा नहीं हो रहा है इसलिए इस परीक्षा को निरस्त करने का कोई ओचित्य नहीं है। वैसे सूत्रों की मानें तो कंपनी के अधिकारी अभी वेट एण्ड वाच की स्थिति में हैं। अगर हो हल्ला ज्यादा होता है तो आने वाले दिनों में इसे निरस्त भी किया जा सकता है।
सैटिंगबाजों का खेल
वहीं, कंपनी के सूत्रों ने आगे बताया कि चूंकि इस परीक्षा में सैटिंगबाज सक्रिय थे अतः वे चाह रहे हैं कि इस परीक्षा को निरस्त न किया जाए। सूत्रों की मानें तो लोगों से बड़ी मात्रा में रिश्वत लेकर उन्हें पास करवाकर सिलेक्ट करवाने की जवाबदेही इन मध्यस्थों ने ली थी और अब उनकी कोशिश है कि यह परीक्षा निरस्त नहीं हो और उनका काम बना रहे।
1434 पदों के लिए हुई थी परीक्षा
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस एडमिस्ट्रेटिव आफीसर के लिए हुई इस परीक्षा में कुल 1434 पदों के लिए परीक्षा हुई थी। इसमें नेशनल इंश्योरेंस कंपनी के 423, न्यू इंडिया इंश्योरेंस के 494, ओरिएंटल इंश्योरेंस के 223 एवं यूनाईटेड इंडिया इंश्योरेंस के 294 पदों के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी। 15 दिसंबर को 21 तो 22 दिसंबर को 13 एवं 29 दिसंबर को 8 परीक्षा केंद्रों में परीक्षा आयोजित की गई थी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें