मोदी बोले, नीतीश ने अपने
सपने के लिए तोड़ा गठबंधन
(प्रतिभा सिंह)
पूर्णिया (साई)। प्रधानमंत्री पद के भाजपा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने
अपने घोर विरोधी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर प्रधानमंत्री बनने के
अपने सपने को पूरा करने के लिए राजग से गठबंधन तोड़ने का आरोप लगाया।
मोदी ने नीतीश के मुसलमानों का हितैषी होने के दावे को झूठा साबित करने के
लिए बिहार और गुजरात में मुसलमानों की स्थिति से जुड़े आंकड़े पेश किए। पूर्णिया शहर
के रंगभूमि मैदान में भाजपा द्वारा सोमवार को आयोजित हुंकार रैली को संबोधित करते
हुए मोदी ने नीतीश का नाम लिए बिना उन पर प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि दो दिन
पहले पता चला कि उन्होंने गठबंधन तोड़ा क्यों था। प्रधानमंत्री का सपना उन्हें सोने
नहीं देता था।
उन्होंने नीतीश की अगुवाई में बनाए जा रहे गैर कांग्रेसी और गैर भाजपा
वाले तीसरे मोर्चे पर निशाना साधते हुए कहा कि इसमें या तो पूर्व प्रधानमंत्रियों
की टोली या फिर प्रधानमंत्री बनने के सपने देखने वालों का जमावड़ा है। मोदी ने
तीसरे मोर्चे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उसमें एक दर्जन से ज्यादा लोग
प्रधानमंत्री बनने के लिए कपड़े सिलाकर बैठे हुए हैं।
मोदी ने कहा कि जब कोसी में बाढ़ आयी थी और उत्तर प्रदेश में एक साल में
डेढ़ सौ दंगे हुए ऐसे समय में ये तीसरे मोर्चे वाले कहां थे। उन्होंने कहा कि जब
चुनाव का बिगुल बजता है तभी इनकी नींद खुलती है और फिर सो जाते हैं और अगला चुनाव
का बिगुल बजेगा तो वे फिर उठकर खड़े हो जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि तीसरे
मोर्चे में जितने भी दल शामिल हैं, उन्होंने
कांग्रेस को बचाने या समर्थन देने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि भारत की राजनीति गठबंधन की राजनीति है और इस वास्तविकता
को स्वीकार करना होगा। भाजपा के नेतत्व में हर गठबंधन सफलतापूर्वक चलता रहा है।
जिन प्रदेशों में नेतत्व भाजपा के हाथ में रहा है, वहां उसके गठबंधन को कोई संकट नहीं आया है क्योंकि भाजपा के
संस्कार में सबको साथ लेकर चलना शामिल है।
मोदी ने कहा कि वह विकास का मंत्र आगे लेकर चलना चाहते हैं तथा उनका मंत्र
विविधता में एकता है, जो भारत की
विशेषता है। उन्होंने कहा कि इसलिए वह सालों से यही मंत्र बोलते रहे हैं कि
विविधता में एकता यही भारत की विशेषता और वह सभी को नई मुस्कान के साथ भारत को नई
ऊंचाईयों तक ले जाने के लिए सभी को सहयोग के लिए निमंत्रण देते हैं।
उन्होंने कांग्रेस, राजद सुप्रीमो
लालू प्रसाद और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित अपने को धर्मनिरपेक्ष बताने
वाले अन्य दलों पर मुसलमानों के नाम पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया और
कहा कि इन लोगों ने इस समुदाय की आंखों में धूल झोंकने का काम किया है। उन्होंने
कहा कि आज देश के मुसलमानों के समक्ष वह उस हकीकत को रखना चाहते हैं कि इन नेताओं
और दलों ने वोट पाने के लिए उन्हें कैसे मूर्ख बनाया और किस तरह से उनके भविष्य के
साथ खिलवाड़ किया है।
मोदी ने कहा कि जो आंकड़े वह पेश करने जा रहे हैं वह दिल्ली में बैठी और
स्वयं को धर्मनिरपेक्ष कहने वाली कांग्रेस सरकार द्वारा नियुक्त सच्चर कमेटी की
रिपोर्ट के हैं। उन्होंने कहा कि सच्चर कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार बिहार में शहरी
मुसलमानों में गरीबों की संख्या करीब 45 प्रतिशत है, जबकि जिस गुजरात को गालियां दी जाती हैं वहां यह प्रतिशत केवल
24 है। मोदी ने कहा कि बिहार में ग्रामीण इलाकों में गरीब मुसलमानों का प्रतिशत 38
प्रतिशत है, जबकि गुजरात में केवल सात प्रतिशत
है।
उन्होंने कहा कि शहरी मुसलमानों द्वारा प्रति व्यक्ति मासिक खर्च बिहार
में 550 रुपये है, जबकि यह गुजरात
में 875 रुपये है। मोदी ने कहा कि बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों के मुसलमानों के
द्वारा प्रति व्यक्ति मासिक खर्च 426 रुपये है, जबकि यह गुजरात में 670 रुपये है। मोदी ने कहा कि बिहार में
मुसलमानों में साक्षरता दर 42 प्रतिशत है, जबकि गुजरात में
74 प्रतिशत है और उनके नवजात बच्चों की मृत्यु दर बिहार में एक हजार पर 71 है, जबकि गुजरात में 34 प्रति हजार बच्चों की मृत्यु होती है।
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