बुधवार, 23 मार्च 2011

दिल्ली पुलिस किसकी और किसके लिए


. . . और सरेआम उठा लिया युवक को! 
इधर महिलाओं के हित की बातें उधर पिट रही थीं महिलाएं
 
(लिमटी खरे)
 
नई दिल्ली। दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमति शीला दीक्षित के पुत्र एवं सांसद संदीप दीक्षित के संसदीय क्षेत्र में आने वाले सन लाईट थाना क्षेत्र में बीती रात पंजाब से आए कुछ लोगों द्वारा एक युवक और युवती को बुरी तरह पीटा और युवक को दादागिरी के साथ उठाकर अपने साथ लाए गए वाहन में डाल दिया गया। प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा एक घंटे तक चलने वाले इस तांडव के बारे में पुलिस नियंत्रण कक्ष को बार बार फोन पर सूचना देने पर भी एक घंटे तक न तो वहां कोई पीसीआर वेन पहुंची और न ही कोई पुलिस का सिपाही ही।
 
प्राप्त जानकारी के अनुसार मथुरा रोड़ पर हरिनगर आश्रम में रात लगभग साढ़े नौ बजे एक बिल्डिंग में किसी युवती के चीखने चिल्लाने की आवाज आई। प्रत्यक्ष दर्शियों के अुनसार पंजाब प्रांत के नंबर वाली एक क्वालिस में भरकर आए लोगों ने वहां एक घर का दरवाजा खुलवाकर अंदर के लोगों के साथ मारपीट आरंभ कर दी।
 
जैसे ही बात बढ़ी वहां से एक युवक और युवती सामन लेकर तेजी से दौड़ते भागते बाहर आए और फिर कहीं गायब हो गए। इसके बाद भी वहां किसी युवती के चीखने चिल्लाने की आवाजें आती रहीं। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस नियंत्रण कक्ष को फोन करके इसकी सूचना दी गई।
 
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उन्होंने रात दस बजकर छत्तीस, दस बजकर चव्वन और दस बजकर सत्तावन मिनिट पर नियंत्रण कक्ष को इस मारपीट की सूचना दी। इसी बीच पंजाबी भाषा में बात करने वाले पुरूष और महिलाओं द्वारा एक युवक को लगभग बांधकर सरेआम चौराहे पर काफी देर खड़ा रखा। यद्यपि वह युवक पूरी तरह नशे में धुत्त था, फिर भी इन महिला और पुरूषों द्वारा उसकी धुनाई जारी रखी।
 
उक्त प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार जब इन लोगों द्वारा उक्त युवक को अपनी गाड़ी में पैरों के नीचे बिठाकर ले जाया गया, उसके बाद रात ग्यारह बजकर पांच मिनिट पर उसके मोबाईल पर किसी पुलिस के कर्मचारी का फोन आया और उसने उक्त प्रत्यक्षदर्शी का बायोडाटा जानना चाहा। समझा जाता है कि पुलिस की इसी तरह की कार्यप्रणाली के चलते आम लोगों का विश्वास पुलिस पर से पूरी तरह उठ चुका है।
 
गौरतलब होगा कि बीते दिन ही दिल्ली विश्वविद्यालय के साउथ केंपस में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जनसुनवाई का आयोजन किया गया था। इसमें डीसीपी एचजीएस धालीवाल पर छात्राओं से जमकर आरोप मढ़े और कहा कि 55 बार काल करने पर भी फोन नहीं उठाया जाता है और आप बात कर रहे हैं महिलाओं की सुरक्षा की। बीती रात आश्रम में घटी इस घटना के बाद से मोहल्ला वासी बुरी तरह आतंकित ही नजर आ रहे हैं।

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