बीज पैक हुआ नहीं और बाजार में बिकने आ गया!
पैकिंग डेट जनवरी 2012 और बिक रहा दिसंबर 2011 में!
(अब्दुल काबिज)
सिवनी। क्या यह संभव है कि कोई बीज अभी प्रमाणीकरण के लिए टेस्ट न किया गया हो और अभी वह पैकेट में पेक भी न किया गया हो और बाजार में बिकने आ जाए? निश्चित तौर पर नहीं! किन्तु सिवनी जिले में इस तरह का करिश्मा हो रहा है। दिसंबर 2011 में सिवनी जिले में वह बीज बाजार में मुहैया है जिसके पैकेट पर जनवरी 2012 में टेस्ट किया जाना और पैक किया जाना दर्शाया गया है।
देश के अन्नदाता किसान के साथ होने वाले इस तरह के घालमेल की शिकायतें जब तब मिलती रहती हैं पर पहला मौका होगा जब किसी के द्वारा इसे संज्ञान में लाया गया। इसके पहले दिल्ली में खाद्य पदार्थों की पैकेट बंद दुनिया में तहलका मचाने वाले सिरमौर हल्दीराम के द्वारा इस तरह का चमत्कार कर दिखाया गया था। उनके द्वारा दिसंबर में वह मिठाई बाजार में बेची जा रही थी जिसे दो माह बार फरवरी में पैक किया जाना दर्शाया गया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सिवनी के एक प्रतिष्ठान से लोकी के बीज जब खरीदे गए तो किसान को आश्चर्य हुआ कि उस बीज के पैकेट पर बीज प्रमाणीकरण के लिए किए गए परीक्षण की तिथि एक जनवरी 2012 अंकित थी जिसे आने में अभी पंद्रह दिन से भी अधिक का समय बाकी था। इतना ही नहीं उस पैकेट में पैकिंग तिथि 10 जनवरी 2012 अंकित थी। किसानों को छलने वाले इस तरह के बड़े बीज निर्माता प्रतिष्ठानों के खिलाफ कार्यवाही का साहस न तो केंद्र सरकार ही जुटा पाती है और न ही राज्य सरकार।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें