सर्दी का सितम: जम गया देश
(शरद खरे)
नई दिल्ली (साई)। हाड़ गलाने वाली और खून जमा देने वाली सर्द हवाओं ने देश की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है। उत्तर और पूर्वोत्तर के पहाड़ी इलाकों से आने वाली सर्द हवाओं ने मौसम को और अधिक ठंडा कर दिया है। हिमाचल प्रदेश में हिमपात ने पारा गिरा दिया है। जम्मू काश्मीर में अधिकांश इलाकों में तापमान जमाव बिन्दु से नीचे पहुंचने पर झीलों में पानी जमने लगा है। मैदानी इलाकों में भी सर्दी का खासा असर देखने को मिल रहा है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तो मंगलवार सुबह न्यूनतम तापमान औसत से 3 डिग्री नीचे 4.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हिमाचल प्रदेश में हिमपात के अगले दिन मंगलवार की सुबह धूप खिली लेकिन सर्दी बढ़ गई है। कुल्लू जिले के मनाली में मंगलवार सुबह न्यूनतम तापमान 0 से 7 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जो इस मौसम का अब तक का सबसे कम तापमान है। मंगलवार सुबह तक शिमला में 0.8 सेंटीमीटर हिमपात हुआ। वहां न्यूनतम तापमान 0 से 2.1 डिग्री नीचे दर्ज किया गया। शिमला में सोमवार को 24.6 सेंटीमीटर हिमपात हुआ। किन्नौर जिले के काल्पा में न्यूनतम तापमान 0 से 9.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। धर्मशाला में 2.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अमृतसर मंे मंगलवार को तापमान सामान्य से 5 डिग्री नीचे चला गया और शून्य से दो डिग्री कम दर्ज किया गया। इस बीच, लुधियाना में भी ठंड बढ़ गई है वहां तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 3.8 डिग्री दर्ज हुआ है। वहीं, पटियाला में तापमान चार डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कश्मीर घाटी की अधिकतर झीलों और जल के दूसरे स्रोतों के जमने का सिलसिला शुरू हो गया है। कश्मीर में इस मौसम में पहली बार अधिकतम तापमान 0 से नीचे गया है। सोमवार को श्रीनगर में तापमान शून्य से 2.8 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। तापमान के 0 से नीचे जाने के कारण श्रीनगर, जम्मू एवं कश्मीर के अन्य हिस्सों में सर्दी बढ़ गई है। न्यूनतम तापमान के भी गिरने के आसार हैं। तापमान गिरने से श्रीनगर स्थित डल झील जमनी शुरू हो गई है।
उत्तर प्रदेश में ज्यादातर इलाकों में सर्द हवाओं के चलने के कारण शीतलहर का प्रकोप जारी है। राजधानी लखनऊ का न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 1 डिग्री अधिक था। पिछले 24 घंटों के दौरान गोरखपुर सहित पूर्वांचल के कुछ हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी भी हुई। यहां आने वाले दिनों में सर्दी और बढ़ेगी। पर्वतीय इलाकों में हो रही बर्फबारी के कारण सर्द हवाओं का प्रकोप जारी रहेगा। अगले कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान में गिरावट की संभावना है। अगले 24 घंटों के दौरान लखनऊ सहित प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में धूप खिलने की संभावना न के बराबर है। बादल छाए रहेंगे, कुछ स्थानांे पर हल्की बूंदाबादी हो सकती है।
मध्य प्रदेश से साई ब्यूरो नन्द किशोर ने खबर दी है कि एमपी पर उत्तरी राज्यों में हुई बर्फबारी का असर नजर आने लगा है। तापमान में गिरावट के साथ सर्द हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी है। राज्य के अनेक हिस्सों में न्यूनतम तापमान में 3 से 6 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। राज्य के अधिकतर इलाकों में मंगलवार सुबह धुंध और कोहरा छाया हुआ था। सर्द हवाएं कंपकंपी पैदा कर देने वाली थी। इतना ही नहीं आसमान पर बादलों का डेरा होने के कारण सूरज की लुकाछुपी के चलते धूप भी अपना असर नहीं दिखा पाई। यही कारण है कि राज्य के अधिकतर हिस्सों में न्यूनतम तापमान 5 से 7 डिग्री सेल्सियस के बीच पहुंच गया है।
ब्यूरो से अंशुल गुप्ता ने बताया कि कश्मीर में हुई बर्फबारी और उत्तरी भारत से आ रही सर्द हवाओं के चलते प्रदेश में शीतलहर और तेज हो गई है। कई स्थानों पर कंपकंपाने वाली ठंड पड़ रही है। अत्यधिक ठंड से भिण्ड में एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई और आधा दर्जन मोर भी ठंड से मारे गये। मौसम केन्द्र का कहना है कि अगले दो दिनों तक न्यूनतम तापमान में और कमी आएगी। कोहरे और ठंड के कारण सामान्य जनजीवन भी प्रभावित हो रहा है।
प्रदेश में रबी की फसलों पर भी विपरीत असर पड़ने के आसार हैं। अस्पतालों में मौसमी बीमारियों के रोगियों की संख्या भी बढ़ रही है। क्षेत्रीय मौसम केन्द्र भोपाल के अनुसार प्रदेश के लगभग सभी शहरों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 2 से 6 डिग्री की गिरावट आई है। दमोह और दतिया में पारा 4 डिग्री तक लुढ़क गया है, वहीं मंदसौर जिले में तापमान 4 दशमलव एक डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम केंद्र ने अगले चौबीस घंटों के दौरान ग्वालियर, चम्बल, रीवा, उज्जैन और सागर संभागों में कहीं-कहीं शीत-लहर चलने की संभावना जताई है। इन संभागों में कहीं-कहीं न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस या उससे कम दर्ज किए जाने का अनुमान जताया गया है। पिछले चौबीस घंटों में सबसे कम न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस दमोह और दतिया में दर्ज किया गया। वहीं, सागर और उज्जैन संभाग शीत-लहर से प्रभावित रहे।
मंदसौर से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो ने खबर दी है कि मंदसौर जिले में पड़ रही कड़ाके की ठंड से सामान्य जन-जीवन प्रभावित हुआ है। ठंड के चलते अशवीन सरसो धनीया जैसी फसले प्रभावित होने की आशंका है। लगातार गिरते तापक्रम के साथ जिले के कई स्थानों पर पक्षीयों के मरने की खबरे भी मिल रही है। ठंड के चलते शिक्षा विभाग ने पिछले सप्ताह ही सुबह की पारी में लगने वाले प्राथमिक विद्यालयो में अध्यापन कार्य स्थगीत करने के आदेश दे दिये है। बीती रात न्यूतम तापमान 4 दशमलव एक रहा। जो इस वर्ष का सबसे कम तापमान है।
देहरादून से साई ब्यूरो अर्जुन कुमार ने बताया कि प्रदेष के सीमांत जिलों पिथौरागढ़ चमोली और उत्तरकाषी के दूर दराज के इलाकों में बर्फबारी और बारिष से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सर्द हवाओं और ठिठुरन भरी ठण्ड से समूचे राज्य में आम जन जीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। राज्य के कई हिस्सों में बिजली और जलापूर्ति बाधित हो गई है। साथ ही तकरीबन सभी चोटियां बर्फ से ढकी दिखाई पड़ रही हैं।
मौसम विभाग के निदेषक आनन्द शर्मा ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया है कि मुनस्यारी में करीब एक फीट, जबकि नैनीताल में दो इंच बर्फ गिरने की खबर है। उन्होंने आने वाले दिनों मंे मौसम में सुधार की संभावना व्यक्त की है। राज्य आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबन्धन केंद्र के अनुसार थल-मुनस्यारी-पिथौरागढ़, मसूरी-धनोल्टी-चम्बा, धरासू-बड़कोट और कुछ अन्य प्रमुख मार्ग बर्फबारी के कारण बन्द हैं।
साथ ही सुदूरवर्ती इलाकों में कई गांवों का जिला मुख्यालयों से सम्पर्क कट गया है। जिला प्रषासन सड़कों को दुरुस्त करने में जुटा हुआ है। रुद्रप्रयाग जिले के चोपता, दुगलबिट्टा में भारी बर्फबारी से ऊखीमठ-मण्डल-गोपेष्वर मोटर मार्ग अवरुद्ध हो गया है। साई ब्यूरो के संवाददाता के अनुसार यहां पर बर्फ का लुत्फ लेने के लिए सैलानियों का तांता लगा हुआ है।
उधर, जयपुर साई ब्यूरो से शैलेन्द्र ने समाचार दिया है कि देश के उत्तरी हिस्सों में भारी बर्फबारी के कारण पूरा प्रदेश शीतलहर की चपेट में है । कड़ाके की सर्दी और कोहरे ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है । उत्तरी राजस्थान जबरदस्त सर्दी की चपेट में है जहां कुछ स्थानों पर पारा जमावबिन्दु या उससे भी नीचे पहुंच गया है । मैदानी इलाकों में सीकर जिले का फतेहपुर कस्बा सबसे ठंडा स्थान रहा जहां तापमान जमाव बिन्दु 2 दशमलव 3 डिग्री सैल्सियस नीचे लुढ़क गया ।
सीकर से साई संवाददाता ने बताया कि जिले में कड़ाके की सर्दी ने लोगों की दिनचर्या प्रभावित की है । उधर राज्य का एकमात्र पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंट आबू भी शीतलहर की गिरफ्त में है वहां रात का तापमान जमावबिन्दु से 2 दशमलव 6 डिग्री नीचे पहुंच गया । साई ब्यूरो के संवाददाता के अनुसार सर्दी और कोहरे के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । मौसम विभाग के अनुसार चूरू में भी आज न्यूनतम तापमान शून्य दशमलव 6 डिग्री रहा ।
पाली में शून्य दशमलव 8, पिलानी में एक, बीकानेर में दो दशमलव पांच, सवाईमाधोपुर में दो दशमलव सात और वनस्थली में तीन दशमलव सात डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया । तेज़ सर्दी के कारण जयपुर, झुंझुनू, सिरोही और चूरू में जिला कलेक्टर ने स्कूलों में कल से तीन दिन का अवकाश घोषित कर दिया है ।
पशुपालन विभाग ने कड़ाके की सर्दी को देखते हुए पशुपालकों को अपने जानवरों को सर्दी से बचाने की सलाह दी है । कृषि विभाग ने भी पाला पड़ने की आशंका के मद्देनजर किसानों को फसलों की सुरक्षा के इंतजाम करने को कहा है । तेज ठंड और कोहरे के कारण राज्य से लगती अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर भी अंतिरिक्त चौकसी बरती जा रही है ।
उत्तर प्रदेश में ठंड के कारण बुरे हाल हैं। लखनऊ साई ब्यूरो से दीपांकर श्रीवास्तव ने बताया कि समूचे उत्तर प्रदेश में शीत लहर का कहर जारी है। घने कोहरे के कारण दर्जनों गाड़िया विलम्ब से चल रही हैं। ताज नगरी आगरा में भयानक ठंड के कारण पर्यटक भी परेषान हैं। लखनऊ, सुल्तानपुर और कई अन्य जिलों में शीतलहरी के कारण कक्षा आठ तक विद्यालयों को बारह जानवरी तक बन्द रखने के निर्देष जिलाधिकारियों ने दिये हैं। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में तापमान और कम हो सकता है। इसके साथ ही कुछ स्थानों पर बारिष होने की भी संभावना है।
शिमला से साई ब्यूरो मीना जायस्वाल ने बताया कि प्रदेश के अनेक भागों में बर्फबारी के कारण बाधित हुई यातायात व्यवस्था, विद्युत जल तथा आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए किए गए प्रबंधों की मुख्य सचिव राजवंत संधु ने शिमला में एक उच्च स्तरीय बैठक में समीक्षा की। बैठक में बताया कि चौपाल के लिए कल पावंटा साहिब होते हुए एक बस भेजी गई जबकि रामपुर तथा किन्नौर के लिए वाया धामी बसें भेजी जा रही हैं। कुल्लू जिले के पतलीकुहल तक सड़क पर यातायात बहाल कर दिया गया है। जबकि शाम तक मनाली तक यातायात बहाल कर दिया गया।
प्रदेश में बीते दिनों हुई बर्फबारी के बाद अभी भी जनजीवन सामान्य नहीं हो पाया है। विभिन्न क्षेत्रों मंे यातायात व संचार सुविधाएं अभी भी बाधित हैं। राजधानी शिमला के कई इलाकों मे अभी भी बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित है। शिमला के उपरी इलाकों में अभी भी बस सेवाएं शुरू नहीं हो पाई हैं और कुफरी, नारकण्डा, सराहन तथा सांगला शेष राज्य से कटे हैं। वहीं कुल्लू, चंबा, किन्नौर और लाहौल स्पीति जिले के अनेक क्षेत्रों का संपर्क भी देश के अन्य भागों से कटा हुआ है। हालांकि राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अधिकांश भागों में आज दिन की शुरूआत खिली धूप से हुई है जिससे जनजीवन के सामान्य होने की उम्मीद है। मौसम विभाग के मुताबिक आगामी 24 घंटों के दौरान राज्य में मौसम आमतौर पर साफ रहेगा।
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