सोमवार, 9 जनवरी 2012

अभी और सहना होगा गलन भरी सर्दी को


अभी और सहना होगा गलन भरी सर्दी को

स्कूलों का समय बढ़ाने की मांग



(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। उत्तर भारत ने कोहरे और बर्फ की चादर ओढ़ ली है। पहाड़ी इलाकों से आने वाली गलन भरी हवाओं ने लोगों को घरों के अंदर कैद कर दिया है। इस पूरे हफ्ते दिल्ली वालों को ठंड के तीखे तेवर झेलने पड़ेंगे। मौसम के पूर्व अनुमानों के मुताबिक , इस वीकेंड तक मौसम का मौजूदा मूड बरकरार रहेगा। इसके साथ ही कोहरा भी कोहराम मचाने को तैयार है। ऐसे में दिन के साथ - साथ रात के पारे में भी 4 से 6 डिग्री की गिरावट दर्ज होगी। हवा के रुख में बदलाव के साथ कई बदलाव आएंगे। रूखापन और कोहरे की गहनता बढ़ेगी।
गौरतलब है कि पिछले तीन दिनों से दिल्ली एनसीआर में बादलों का डेरा है। ऐसे में धूप के दर्शन भी नहीं हो रहे। नतीजा यह है कि दिन का तापमान सामान्य से तीन डिग्री तक नीचे दर्ज हो रहा है। शनिवार को अधिकतम तापमान 17 डिग्री तो रविवार को 18.1 डिग्री दर्ज किया गया।
हिमाचल प्रदेश के बहुत से इलाकों में रुक-रुक कर हिमपात हो रहा है। कल शिमला में बीस सेन्टीमीटर और मनाली में चालीस सेन्टीमीटर बर्फ पड़ी। पंजाब के कुछ हिस्सों में भी बर्फ पड़ी है। उत्तराखंड के देहरादून में कल बारिश और ओले पड़ने से तापमान में कमी आई। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अधिकतम तापमान घटकर १८ डिग्री सेल्सियस रह गया।
इसके साथ ही पहाड़ों से होकर आने वाली ठंडी हवाओं ने काफी परेशान किया। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक , यूपी के उत्तर - पश्चिमी हिस्सों में एक चक्रवातीय सिस्टम तैयार हो गया है। साथ ही बंगाल की खाड़ी के ऊपर पिछले कई दिनों से सक्रिय चक्रवात अब अभी मौजूद है। इन कारकों के चलते पहाड़ों में बर्फबारी और बारिश का दौर आगे भी जारी रहेगा।
जम्मू - कश्मीर , हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी होने की आशंका जताई गई है। दूसरी तरफ दिल्ली , उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ इलाकों में हल्की बारिश की भी आशंका है। मंगलवार से हवा के रुख में बदलाव का सिलसिला शुरू हो जाएगा। समूचे उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी जारी है। कश्मीर घाटी भीषण शीतलहर की चपेट में है। श्रीनगर में शून्य से पांच दशमलव पांच डिग्री सेल्सियस कम न्यूनतम तापमान के साथ कल इस मौसम की सबसे सर्द रात रही।
हवा के रुख में बदलाव से दिन के तापमान में बढ़ोतरी होगी , जबकि न्यूनतम तापमान में 4 से 6 डिग्री की गिरावट आ सकती है। पछुआ हवा अपने साथ गरमाहट लेकर आएगी , जबकि बीते दिनों हुई बारिश और पहाड़ों से आ रही ठंडी हवा के चलते दिल्ली सहित पूरे उत्तर - पश्चिमी भारत में काफी ठंड हो रही है। गरम और ठंडी हवाओं के मिलने से घना कोहरा बनेगा। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में घना कोहरा छाने का अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को न्यूनतम तापमान 11.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा में नमी की मात्रा 93 फीसदी तक रही। सोमवार को न्यूनतम तापमान 8 डिग्री के आस - पास रहने के आसार हैं।
इलहाबाद से साई ब्यूरो निधि श्रीवास्तव ने बताया कि ठंड के बावजूद बड़ी संख्या में श्रद्धालु और कल्पवासी आज सुबह से ही पौष पूर्णिमा के पवित्र स्नान के लिए संगम और गंगा के विभिन्न विभिन्न घाटों पर पहुंच रहे हैं। संगम स्नान के बाद संगम के घाटों और यहां लगे तमाम शिवरों में परम्परागत धार्मिक पूजा-पाठ के कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। संगम की ओर जाने वाली सड़कों पर हर उम्र के तीर्थ यात्रियों के झुंड नजर आ रहे हैं। माघ मेला क्षेत्र में सुरक्षा के भी व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं।
काश्मीर से साई ब्यूरो ने बताया कि समूचे उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी जारी है। कश्मीर घाटी भीषण शीतलहर की चपेट में है। श्रीनगर में शून्य से पांच दशमलव पांच डिग्री सेल्सियस कम न्यूनतम तापमान के साथ कल इस मौसम की सबसे सर्द रात रही। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला घाटी में हिमपात के बाद उत्पन्न स्थिति पर व्यक्तिगत तौर पर निगार रखे हुए हैं और बिजली और अन्य सुविधाएं बहाल किए जाने के भरसक प्रयासों की समीक्षा कर रहे हैं। कड़ाके की ठंड में बिजली न मिलने से पानी की सप्लाई भी प्रभावित हुई है। इधर जम्मू, श्रीनगर, राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बहाल करने के भरसक प्रयासों में भी बाधा आ रही है और ये शाहराह आज चौथे दिन भी अभी तक यातायात के लिए बंद है।
देहरादून से साई ब्यूरो अमेय ने समाचार दिया है कि प्रदेष के विभिन्न पहाड़ी जिलों में जबरदस्त हिमपात के चलते पूरे राज्य के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में ठण्ड तेज हो गई है। मौसम विभाग के सूत्रों ने बताया कि पिछले तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही बर्फबारी के चलते पूरा प्रदेष शीतलहर की चपेट में आ गया है।
बर्फबारी के चलते ऋंिषकेष-बदरीनाथ मोटर मार्ग कल दो स्थानों पर बन्द हो गई, जिससे वाहनों की आवाजाही ठप हो गई, जबकि बर्फबारी के चलते जन-जीवन अस्त-व्यस्त रहा। पिथौरागढ़ में धारचूला-मुनस्यारी की पहाड़ियों में अधिक बर्फ पड़ने से बर्फीली हवाएं चलने से तापमान बहुत कम हो गया है। साई संवाददाता अमेय ने बताया है कि विधानसभा चुनावा में कई मतदान केंद्र ऐसे हैं, जहां पर अभी से बहुत अधिक बर्फ गिर गई है। संभावना है कि तीस जनवरी को वहां पर मतदान नहीं हो सकता है।
जिला प्रषासन मतदान कराने के लिए हैलीकाप्टर सेवा का उपयोग करने की तैयारी कर रहा है, लेकिन जिस हिसाब से बर्फ गिर रही है, उस हिसाब से चुनाव होना संभव नहीं लग रहा है। नैनीताल में आज भी बर्फबारी जारी है, जिससे आस-पास की पहाड़ियां सफेद बर्फ की चादर से ढक गई हैं। यहां लगभग दो से तीन इंच तक बर्फ पड़ी हुई है। पर्यटकों ने फोटोग्राफी कर बर्फबारी का आनन्द लिया।
लखनऊ से साई ब्यूरो दीपांकर श्रीवास्तव ने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों में पिछले चौबीस घंटों के दौरान हुई बूंदाबांदी से शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है।  शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। हालांकि न्यूनतम और अधिकतम तापमान में अधिक गिरावट नहीं आई है। गोरखपुर में आज तड़के हल्की बारिश हुई, जिससे ठिठुरन बढ़ गई है।
पिछले चौबीस घंटों के दौरान आगरा और वाराणसी के अधिकतम तापमान में सामान्य से पांच डिग्री तक की कमी आई जबकि झांसी में तापमान सामान्य से छः डिग्री सेल्सियस कम रहा। विभिन्न स्थानों पर पड़ रहे घने कोहरे के कारण सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई है जबकि रेलगाड़िया भी कई घंटे की देरी से चल रही है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले चौबीस घंटो ंके दौरान आसमान में बादल छाये रहेंगे जबकि कुछ स्थानों पर बूंदाबंादी हो सकती है। कड़ाके की ठंड के कारण लखनऊ और मुजफ्फरनगर जिलों में एक से कक्षा आठ तक के सभी स्कूल अगले दो दिनों तक के लिए बंद कर दिये गये हैं।
मध्य प्रदेश से साई ब्यूरो नंद किशोर जाधन ने खबर दी है कि कश्मीर और हिमाचलप्रदेश में हो रही भारी बर्फबारी और उत्तर भारत से आ रही सर्द हवाओं के चलते प्रदेश में शीतलहर जारी है। पिछले 24 घण्टों के दौरान इन्दौर, ग्वालियर और जबलपुर संभाग में ठंड का असर दिखाई दिया।
भिण्ड, झाबुआ, धार और आलीराजपुर में भी कम तापमान दर्ज किया गया। प्रदेश में कल न्यूनतम तापमान भिण्ड में 5 दशमलव चार डिग्री, झाबुआ में 6 डिग्री और धार में 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया  गया। इन्दौर में भी दिन भर चली सर्द हवाओं के कारण लोग ठंड से ठिठुरते नजर आए।
राजधानी भोपाल में कल तापमान में 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। तापमान के गिरने और कोहरा छाए रहने से शहरी क्षेत्रों में जहां हवाई, सड़क और रेल यातायात प्रभावित हुआ है, वहीं ग्रामीण इलाकों में खेती के काम पर विपरीत असर पड़ा है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में पारे में और कमी आने की संभावना व्यक्त की है।
जयपुर से साई ब्यूरो शैलेन्द्र ने बताया कि प्रदेश में पड़ रही कड़ाके की सर्दी और कोहरे से जनजीवन पर व्यापक प्रभाव पड़ा है। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार सबसे कम न्यूनतम तापमान चूरु में शून्य दशमलव 9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। बीकानेर में दो दशमलव छह, जैसलमेर में तीन दशमलव सात, जयपुर, अजमेर, बाड़मेर और डबोक में करीब साढ़े पांच और जोधपुर में पांच दशमलव नौ डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रहा।
मौसम विभाग ने फिलहाल तेज सर्दी का दौर बने रहने की संभावना जताई है। इस बीच धौलपुर में जिला कलेक्टर ने एक आदेश जारी कर पहली से आठवीें कक्षा तक के छात्रों के लिए 12 जनवरी तक अवकाश घोषित कर दिया है। बीकानेर में भी शीतलहर को देखते हुए सभी सरकारी और निजी स्कूलों में दो दिन का अवकाश घोषित कर दिया गया है।
उधर, छत्तीसगढ़ साई ब्यूरो से अभय नायक और आंचल झा ने बताया कि प्रदेश में इन दिनों मौसम में आए दिन बदलाव हो  रहे हैं। राज्य में अधिकांश जगहों पर बदली छाए रहने के समाचार मिले हैं, साथ ही कहीं-कहीं पर बारिश भी हुई है। बीते चौबीस घण्टों के दौरान कोरिया में बारिश के साथ ओले गिरने की खबर मिली है, जिससे इस इलाके के तापमान में गिरावट आई है। वहीं, रायपुर और जगदलपुर संभाग के कुछ स्थानों के तापमान में हल्की वृध्दि हुई है। मौसम विभाग ने अगले चौबीस घण्टों में कहीं-कहीं  हल्की बारिश होने अथवा गरज-चमक के साथ छीटें पड़ने की संभावना जताई है।
हिमाचल प्रदेश में मौसम काफी खराब बताया जा रहा है। साई ब्यूरो से स्वाति सिंह ने समाचार दिया है कि हिमाचल प्रदेश में रिकॉर्ड वर्षा और बर्फबारी के कारण अस्त-व्यस्त हुए जनजीवन के शीघ्र पटरी पर लौटने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 72 घण्टों से सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ अब कुन्द पड़ रहा है और कल से मौसम में सुधार आ जाएगा।
विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार निचले हिमाचल में कल से मौसम सामान्य हो जाएगा जबकि मध्यम उंचाई वाले क्षेत्रों में दस जनवरी को मौसम में सुधार का अनुमान लगाया गया है। हालांकि अत्यधिक उंचाई वाले क्षेत्रों में 11 व 12 जनवरी को भी कुछ स्थानों पर वर्षा व बर्फबारी हो सकती है लेकिन शेष हिमाचल में अगले पूरे सप्ताह मौसम सामान्य रहने की उम्मीद है।
इसी बीच आज भी प्रदेश में रूक-रूक कर वर्षा व बर्फबारी का दौर जारी रहा। विशेषकर उपरी क्षेत्रों में बर्फबारी से हानेे वाली दिक्कतें लोगों को परेशान किए हुए हैं। जहां तीनों जनजातीय क्षेत्रों किन्नौर, लाहौल व पांगी की संपर्क व संचार व्यवस्था कटी हुई है। किन्नौर ज़िला में ज़िला मुख्यालय को छोड़ कर बाकी जगहों के लिए हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसें बंद कर दी गई हैं।
वहीं उपरी शिमला की ओर जाने वाले अधिकांश रास्ते अभी भी बंद हैं। सभी बर्फ प्रभावित ज़िलों के प्रशासन ने लोगों को फिलहाल एहतियात बरतने की सलाह दी है। पिछले तीन दिनों से जारी बर्फबारी के दौर के चलते अब तक शिमला में दस सेंटीमीटर, नारकण्डा में डेढ़ से दो फीट, डलहौजी में तीन से चार फीट, मनाली में दो फीट और चम्बा शहर में 18 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई है।
जबकि जनजातीय क्षेत्रों में तीन से लेकर आठ फीट तक बर्फबारी रिकॉर्ड की गई है। वर्षा व बर्फबारी के कारण प्रदेश लोक सेवा आयोग ने दस जनवरी को दन्त चिकित्सकों की नियुक्ति के लिए होेने वाला स्क्रीनिंग टैस्ट रद्द कर दिया है। आयोग के अतिरिक्त रजिस्ट्रार के अनुसार टैस्ट के लिए आगामी तिथियां अगले कुछ दिनों में घोषित की जाएंगी। 

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