बर्ड फ्लू का खतरा टला भारत से
(प्रियंका श्रीवास्तव)
नई दिल्ली (साई)। भारत ने अपने आप को बर्ड फ्लू (एच-5एन-1) से मुक्त देश घोषित किया है। यह घोषणा यहां 29 दिसंबर 2011 को की गई और ओआईई को अधिसूचित किया गया। तथापि, देशभर में, विशेष रूप से संक्रमित देशों की सीमा से लगने वाले अतिसंक्रमित क्षेत्रों और प्रवासी पक्षियों के आने वाले क्षेत्रों में चौकसी जारी रखी जाएगी।
कृषि मंत्रालय में पशु पालन, डेरी और मत्स्य विभाग ने राज्यों को इस बीमारी के प्रति सावधानी बरतने को कहा है। बर्ड फ्लू फैलने के बारे में असम के ढुबरी जिले में भामोनडोंगा गांव, अगोमनी ब्लॉक भाग-1 में आठ सितंबर 2011 को अधिसूचित किया गया था। इसके बाद पश्चिम बंगाल के नाडिया जिले के तहत ब्लॉक बेताई नानशाटोला और पुटिमरी क्रिस्टयानपारा में बीमारी के फैलने के बारे में बताया गया।
तदोपरांत और कहीं से इस बीमारी के फैलने की खबर नहीं मिली। इस रोग की रोकथाम के उपायों में प्रभावित क्षेत्रों में कुकटों की समूची आबादी को समाप्त करना था। इसमें उनके अंडों,खुराक और अन्य संक्रमित सामग्री को बीमारी फैलने के प्रत्येक क्षेत्र के तीन किलोमीटर घेरे में समाप्त करना शामिल है।
इसके अलावा प्रभावित क्षेत्रों से कुकटों, कुकट उत्पादों के लाने ले जाने पर रोक, प्रभावित परिसरों को संक्रमण के प्रभाव मुक्त करना आदि शामिल है। यह प्रक्रिया 29 सितंबर 2011को पूरी कर ली गयी। देश भर में चौकसी जारी रखी गयी। बीमारी फैलने के क्षेत्र और शेष देश में चौकसी बरते जाने के परिणाम स्वरूप बर्ड फ्लू (एच-5एन-1) के होने के कोई निशान नहीं मिले हैं।
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