बुधवार, 8 फ़रवरी 2012

क्या काले को सफेद कर पाएंगे पचौरी!


बजट तक शायद चलें मनमोहन. . . 81

क्या काले को सफेद कर पाएंगे पचौरी!

सरकार की नाकामियों पर पर्दा डाल पाएंगे पंकज!



(लिमटी खरे)

नई दिल्ली (साई)। वज़ीरे आज़म डॉक्टर मनमोहन सिंह की नाक का बाल बन चुके हरीश खरे को एकाएक प्रधानमंत्री कार्यालय से रूखसत कर उनके स्थान पर लाए गए टीवी एंकर पंकज पचौरी के सामने अब प्रमुख चुनौती यह सामने आ रही है कि क्या वे सरकार की नाकामियों पर पर्दा डालने का जतन कर पाएंगे। सियासी और मीडिया के हल्कों में चल रही चर्चाओं के अनुसार क्या पंकज पचौरी काले को सफेद कर पाएंगे?
सरकार के आलोचकों और समालोचकों के बीच चल रही चर्चाओं के अनुसार हरीश खरे को आनन फानन हटाकर सरकार ने अपना चेहरा बदलने का प्रयास अवश्य ही किया है पर वह इस मामले में सफल नहीं हो पाएगी। इसका कारण यह है कि सरकार का चेहरा तो मनमोहन सिंह हैं, हरीश खरे तो बस मेकपमेन की भूमिका में थे। कहा जा रहा है कि हरीश खरे वाकई तीक्ष्ण बुद्धि के स्वामी थे, जिनके मुकाबले पंकज पचौरी पासंग में नहीं बैठ रहे हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय में नए प्रमुख पुलक चटर्जी ने दस जनपथ की नज़दीकियों के चलते तरक्की को गले लगा लिया है, किन्तु उन्हें पंकज पचौरी के साथ काम करके वह अनुभव कतई नही हो सकता है जो हरीश खरे के रहते होता। पिछले दो तीन सालों में भ्रष्टाचार के महा घोटाले सामने आए हैं, उससे जनता की यह सोच बन चुकी है कि प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह अब भ्रष्टाचार के ईमानदार संरक्षक हैं। चर्चाओं के अनुसार पंकज पचौरी के हाथों में जादू छड़ी नहीं है कि वे रातों रात जनता की इस सोच को बदल सकें।

(क्रमशः जारी)

1 टिप्पणी:

dr.mahendrag ने कहा…

PRAYAS TO KIYA HAI, LEKIN BAHUT DER SE. DOOSRE SARKAR KE KIS KIS BURAIE PAR SHRI PANCHORI PARDA DALENGE.ES KAM KE LIYE TO DIGGI, SIBBAL. TIWARI PATEL, AMBIKA HI BAHUT HAI.
DEKHO KYA REHTA HAI, VERNA KHARE KI TARAH ENHE BHI WAPIS BAHAR KA RASTA DIKHANE MAI KYA DIKKAT AUR KYA SANKOCH HAI.