बुधवार, 8 फ़रवरी 2012

मौसम ने फिर खेली आंख मिचौली


मौसम ने फिर खेली आंख मिचौली



(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। राजधानी में मंगलवार शाम हुई हल्की बारिश के चलते अधिकतम तापमान अचानक पांच डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया। जिससे चलते लोगों को गत दिनों की तुलना में अधिक ठंड का एहसास हुआ। मंगलवार को दिन का अधिकतम तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री कम था। मौसम विभाग के मुताबिक सिर्फ 0.4 मिलीमीटर बारिश के बाद तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई। बारिश के बाद अधिकतम तापमान 20.5 डिग्री से गिरकर 15.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। जिसके चलते शाम के समय गत दिनों की तुलना में अधिक ठंड रही। विभाग की मानें तो अगले दो-तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में भी दो से तीन डिग्री सेल्सियस गिरावट दर्ज की जाएगी, जिससे ठंड बढ़ेगी। वहीं, दिन का न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री दर्ज किया गया, जोकि सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम था। बारिश के चलते दफ्तर से निकल घर के लिए रवाना हुए लोगों को भी थोड़ी परेशानी हुई।
हिमाचल प्रदेश से साई संवाददाता ने बताया कि राज्य में फिर से कड़ाके की ठंड की चपेट में है। शिमला, मनाली, डलहौजी तथा धर्मशाला के ऊंचाई वाले इलाकों में कल रात से बर्फबारी हो रही है। शिमला, कुल्लू, चम्बा और मंडी जिलों के स्कूल सर्दी की वजह से एक हते के लिए बंद कर दिये गए हैं। जनजातीय इलाकों में बिजली, संचार और जल सेवाओं पर असर पड़ा है। नारकंडा और खड़ा पत्थर के निकट राष्ट्रीय राजमार्ग -२१ के कई स्थानों पर वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है।
देहरादून से साई ब्यूरो अर्जुन कुमार ने खबर दी है कि मौसम ने फिर करवट बदली है और आसमान में मेघों की आवक शुरू हो गई है। राजधानी में तो बादलों ने शाम को हल्की फुहारें भी पड़ीं। उधर, मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि बुधवार को भी बादल रहेंगे और राज्य में कुछ स्थानों पर वर्षा के साथ ही चेाटियों पर बर्फबारी की संभावना है।
मौसम बीते दो रोज से खुशगवार हो चला था, लेकिन मंगलवार को इसने अचानक करवट बदली और आसमान में होने लगी बादलों की कदमताल। शाम को बादल घने हुए तो राजधानी समेत कुछ अन्य स्थानों पर कहीं बूंदाबादी तो कहीं हल्की फुहारें भी मिल गई। उधर, मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के चलते आसमान में बादल उमड़े हैं। और अगले चौबीस घंटों में इनके बरसने के आसार भी हैं। कुछ स्थानों पर वर्षा तो कहीं बर्फ गिरने की संभावना है। राजधानी में गर्जन वाले बादल विकसित होने और हल्की वर्षा के आसार बने हैं।
उधर हरिद्वार से लौटकर समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया संवाददाता दिशा ने बताया कि मंगलवार दिन भर चटक धूप खिलने के बाद शाम को मौसम ने करवट बदल ली। शाम के वक्त हल्की-हल्की बारिश होनी शुरू हुई। समाचार लिखे जाने तक बारिश जारी थी। धर्मनगरी में मौसम का मिजाज तीन-चार दिन से पल-पल बदल रहा है। तीन-चार दिनों से सूर्य देव आंख मिचौनी का खेल खेलते रहे हैं। धूप के दर्शन तो केवल कहने भर को हो रहे हैं, लेकिन मंगलवार को सुबह से ही मौसम खिला रहा और चटक धूप खिलने से लोगों ने राहत की सांस ली। शाम के वक्त आसमान पर बादलों की चहल-कदमी होने लगी और साढे़ सात बजे के आसपास हल्की-हल्की बारिश होनी लगी। खबर लिखने तक बारिश जारी थी। बारिश होने से ठंड का असर और तेज हो गया है।
शिमला से साई संवाददाता स्वाति सिंह ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से साफ मौसम रहने के बाद बीते रोज मौसम ने अचानक करवट बदली और समूचा प्रदेश एक बार फिर ठंड की चपेट में आ गया है। प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र तथा ऊंची पर्वत श्रृंखलाओं पर देर रात से हिमपात जारी है जबकि निचले क्षेत्रों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। राजधानी शिमला समेत राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों मनाली और नारकंडा में चार से पांच इंच ताजा बर्फ गिर चुकी है तथा बर्फ का सिलसिला अब भी जारी है। राज्य के अनेक भागों में यातायात भी बाधित हुआ है। कुफरी तथा नारकंडा में भारी हिमपात होने के कारण हिमाचल परिवहन निगम द्वारा रामपुर के लिए बसों को वाया धामी भेजा जा रहा है।
बर्फबारी और बारिश से बेहाल जनता ने मंगलवार को राहत की सांस ली है। मंगलवार को प्रदेश सहित राजधानी में मौसम साफ रहा, व लोगों ने अच्छी धूप का लुत्फ उठाया, हालांकि बाद दोपहर कई जगह बादलों ने फिर डेरा जमा लिया। मौसम साफ होने से बागवान खुश हैं और अपने बगीचों के काम निपटाने में व्यस्त हो गए हैं। इस वर्ष हुई अच्छी बर्फबारी के कारण जमीन में पर्याप्त मात्रा में नमी होने के कारण उत्पादक सब्जी लगाकर भरपूर फायदा उठाना चाहते हैं। मौसम विभाग के अनुसार अब प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में मौसम पूरी तरह से साफ रहेगा, मगर ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में आठ फरवरी को कुछ स्थानों पर हल्की बोछारें और हिमपात हो सकता है। मंगलवार को सबसे कम तापमान केलंग में माइनस 12.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि ऊना का तापमान 23.0 डिग्री सबसे अधिक रहा।
श्रीनगर से साई संवाददाता विनोद नेगी ने बताया कि जवाहर सुरंग के निकट भारी बर्फबारी तथा रामबन व पंथाल के बीच हुए भूस्खलन के चलते बीते तीन दिनों से बंद पड़ा जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के खुलने पर जम्मू से छोटे-बड़े वाहनों को श्रीनगर रवाना किया गया। यातायात पुलिस के इंसपेक्टर जनरल एचके लोहिया ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि बीकन कर्मचारियों द्वारा मलबे हटाए जाने के बाद मार्ग को यातायात के योग्य बनाया गया। सोमवार शाम 6.30 बजे तक जम्मू से 700 के करीब छोटी बड़ी गाड़ियों, जिनमें अधिकांश खाद्य सामग्री से भरे ट्रक थे, को श्रीनगर रवाना किया गया। सड़क पर अभी भी फिसलन है, लिहाजा वाहनों को धीमी गति से चलने की सलाह दे रहे हैं। मंगलवार को भी मौसम साफ रहने पर राजमार्ग एकतरफा खुला रहेगा।
वादी में बीते तीन दिनों से जारी बारिश और बर्फबारी सोमवार को चौथे दिन भी जारी रही। इसके चलते अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी और न्यूनतम फिर गिरकर जमाव बिंदू पर आ गया है। मौसम विभाग के अनुसार, पहलगाम में सुबह 8.30 से शाम 6.30 बजे तक 7.9 मिलीमीटर बारिश व बर्फ, गुलमर्ग में 7.9, काजीगुंड में 8.1, जबकि कोकरनाग में 6.1 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई। श्रीनगर में अधिकतम तापमान 10.2 तो न्यूनतम -0.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। गुलमर्ग सबसे ठंडा रहा। वहां पारा -10.2 डिग्री दर्ज किया गया। पहलगाम में -4.5, कोकरनाग में -2.8, जबकि लेह का न्यूनतम तापमान -14.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। विभाग की मानें तो अगले चौबीस घंटों में कई इलाकों में बारिश व हल्की बर्फबारी होने की संभावना है।
जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग मंगलवार को भी यातायात के लिए एकतरफा खुला रहा। इस बीच वाहनों को श्रीनगर से जम्मू की तरफ रवाना किया गया। यातायात पुलिस के इंसपेक्टर जनरल एचके लोहिया ने कहा कि मंगलवार शाम 6.30 बजे तक करीब 1200 गाड़ियों को जम्मू के लिए रवाना किया गया। मौसम ठीक रहने की सूरत में बुधवार को भी मार्ग को एकतरफा यातायात के लिए खुला रहेगा। गौरतलब है कि शुक्रवार को वादी में भारी बर्फबारी के राजमार्ग बंद कर दिया गया था।
जम्मू काश्मीर की वादी में चार दिनों से जारी बर्फबारी मंगलवार को थम गई। साथ ही दिन भर खिली धूप ने मौसम को खुशगवार बना दिया। अधिकतम तापमान में भी दो डिग्री की बढ़ोत्तरी हुई। मंगलवार को पारा 12.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा गया। हालांकि, न्यूनतम तापमान में सुधार नहीं हुआ है। गौरतलब है कि बीते चार दिनों से वादी में हुई बर्फबारी ने सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया था। तापमान में गिरावट के चलते शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया था। लेकिन, मंगलवार को मौसम ने फिर एक बार खुशगवार करवट बदली। लोगों ने खिली धूप का दिनभर आनंद लिया। वहीं, गुलमर्ग वादी का सबसे ठंडा क्षेत्र रहा। यहां न्यूनतम तापमान -11.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। पहलगाम में तापमान -9.0, कोकरनाग में -3.6 जबकि श्रीनगर का न्यूनतम तापमान -0.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उधर लेह का पारा -9.2 डिग्री रहा। जबकि, करगिल का -9.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार अगले चौबीस घंटों में वादी में मौसम आमतौर पर शुष्क रहने की संभावना है।
इसके पूर्व पिछले दिन बर्फीले तूफान और हिमस्खलन की आशंका के बीच जम्मू संभाग के रियासी जिले की माहौर तहसील में बर्फ का तोंदा गिरने से दो लोग दब गए, जबकि दो अन्य ने किसी तरह भागकर जान बचाई। बर्फ में दबे लोगों की तलाश में पुलिस व सेना ने अभियान चला रखा है। उधर, भारी हिमपात व भूस्खलन के कारण दो दिन से बंद जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग रविवार एक तरफा खोल दिया गया। मौसम ठीक रहा तो सोमवार को वाहन जम्मू से श्रीनगर जाएंगे। इस बीच, प्रशासन ने उच्च पर्वतीय इलाकों और पीरपंजाल पर्वतश्रृंखला के साथ सटे इलाकों में सोमवार शाम पांच बजे तक बर्फीले तूफान की आशंका जताते हुए लोगों को सावधान रहने को कहा है।
हिमस्खलन रू रियासी जिले के खुमी झाड़ इलाके से शनिवार शाम को चार लोग पैदल गुजर रहे थे। तभी अचानक बर्फ का बड़ा तोंदा उन पर आ गिरा। दो लोगों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई, जबकि दो बर्फ के नीचे दब गए। साथियों ने उनकी काफी तलाश की, लेकिन कामयाबी न मिलने पर वह कई मील पैदल चलकर देर रात माहौर पहुंचे और पुलिस को जानकारी दी। बर्फ में दबे लोगों की पहचान विक्रम सिंह (30) पुत्र कपूर सिंह निवासी वागनकोट तथा बलदेव सिंह पुत्र रिखी राम निवासी डंगाकोट के रूप में हुई है। एसएसपी रियासी अतुल गोयल ने बताया कि लापता लोगों की तलाश में माहौर के डीएसपी के नेतृत्व में पुलिस के साथ सेना ने अभियान चला रखा है।
बर्फबारी के कारण बंद हुआ जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग रविवार दोपहर एक-तरफा वाहनों के लिए खोल दिया गया। इसके साथ ही राजमार्ग पर फंसे करीब 200 वाहन जम्मू व श्रीनगर पहुंच सके। आइजी ट्रैफिक हेमंत लोहिया के अनुसार सुबह 9 बजे डोडा मार्ग को खोल दिया गया। राजमार्ग से बर्फ व पस्सियां हटाने का काम भी पूरा किया गया। बनिहाल और रामबन में फंसे करीब 500 ट्रकों को भी धीरे-धीरे आगे छोड़ा गया। उन्होंने कहा कि मौसम साफ रहने की सूरत में सोमवार को जम्मू से श्रीनगर के लिए राजमार्ग खुला रहेगा।
बर्फबारी रू वादी के उच्चपर्वतीय व निचले इलाकों में बारिश और हिमपात हो रहा है। हालांकि श्रीनगर और उसके साथ सटे इलाकों में हिमपात सुबह आठ बजे तक थम गया, लेकिन गुलमर्ग, जवाहर सुरंग, खिलनमर्ग, पवित्र अमरनाथ गुफा, युसमर्ग, साधना पास, राजदान पास और जोजिला समेत उच्चपर्वतीय इलाकों में दिनभर रुक-रुककर बर्फ गिरती रही। मौसम विभाग के अनुसार, वादी के विभिन्न इलाकों में दो से आठ इंच तक बर्फ रिकॉर्ड की गई है। शनिवार को श्रीनगर में न्यूनतम तापमान -0.1 डिग्री सेल्सियस, पहलगाम में -0.7, काजीगुंड में -0.2, कोकरनाग में -0.2 और कुपवाड़ा में -0.1, गुलमर्ग में -7.5 व लेह में -7.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जम्मू में रविवार का अधिकतम तापमान 19.3 जबकि न्यूनतम तापमान 8.7 डिग्री सेल्सियस रहा।
जयपुर से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो शैलेंद्र ने बताया कि प्रदेश में शीतलहर के कारण सर्दी का असर एक बार फिर बढ़ गया है और उत्तर पश्चिमी सहित कई इलाको में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। माउंट आबू में न्यूनतम तापमान जमाव बिन्दु पर पहुंच गया है। वहीं मैदानी इलाकों में एक दशमलव सात डिग्री सेल्सियस तापमान जैसलमेर में रिकॉर्ड किया गया। इसी तरह चूरु में एक दशमलव आठ, पिलानी में दो दशमलव तीन, गंगानगर में ढ़ाई, बीकानेर में साढ़े तीन, अजमेर में चार दशमलव दो, चित्तौड़गढ़, बाड़मेर मे साढ़े पांच, जोधपुर छह और जयपुर में सात दशमलव तीन डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया।

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