सिवनी को मिली आयुर्विज्ञान महाविद्यालय की सौगात
हो गई मेडीकल की घोषणा, नहीं पता चला जनसेवकों को!
(नंद किशोर)
भोपाल (साई)। प्रदेश सरकार ने इस साल पेश किए बजट सत्र में सिवनी जिले को मेडीकल कालेज की सौगत मिल गई है। बजट आया पर किसी को इस बात का भान ही नहीं हुआ कि बजट में सिवनी को यह उपलब्धि मिली है। यही कारण है कि मंगलवार को पेश किए गए बजट के बाद बुधवार को समाचार पत्र इस मामले में कांग्रेस और भाजपा के विज्ञापनों से रीते हैं।
मध्य प्रदेश में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की दृष्टि से शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने जननिजी भागीदारी के माध्यम से सिवनी, रतलाम, सतना, विदिशा एवं देवास में जिला चिकित्सालयों की सुविधाओं से संबंद्ध कर पांच नये मेडिकल कालेज खोले जाने का सैद्धांतिक निर्णय लिया गया है।
मध्य प्रदेश का बजट प्रस्तुत करते हुए वित्त मंत्री राघवजी ने इस बात की घोषणा की। इसमें सबसे अहम बात यह है कि मेडीकल कालेज खोलने का निर्यण लिया गया है, किन्तु इसके लिए राशि का प्रावधान नहीं किए जाने से यह निर्णय एक झुनझुना ही साबित हो सकता है। इसके लिए जन निजी भागीदारी के माध्यम से कार्य कराया जाना प्रस्तावित है।
जानकारों का मानना है कि इसके लिए पहले धनाड्यों को खोजना होगा जो मेडीकल कालेज खोलने में दिलचस्पी दिखाएं। इसके उपरांत मेडीकल कॉउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) के कड़े मापदण्डों में इस आर्युविज्ञान महाविद्यालय को खरा उतरना होगा। वैसे सिवनी का जिला चिकित्सालय तत्कालीन मंत्री सुश्री विमला वर्मा की सिवनी वासियों को दी गई अनुपम सौगात है जिसे उनके सक्रिय राजनीति से किनारा करने के बाद आए विधायक सहेजकर नहीं रख पाए। यही कारण है कि आज चिकित्सकों और पेरामेडीकल स्टाफ के अभाव में जिला चिकित्सालय खुद ही बीमारी से कराह रहा है।
बहरहाल, इसी माह में फोरलेन में खवासा से मोहगांव तक के टूलेन मार्ग के 16 करोड़ 41 लाख रूपए की निविदा जारी होने के बाद यह दूसरा मौका है जब किसी भी बात का श्रेय लेने के प्यासे कांग्रेस और भाजपा के विधायकों द्वारा उपलब्धि पर मौन रहा गया हो। दरअसल, किसी को उम्मीद नहीं थी कि बजट में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस तरह की दरियादिली दिखा पाएंगे।
मंगलवार को पेश किए गए मध्य प्रदेश के बजट में पांच आयुर्विज्ञान महाविद्यालय खोलने की घोषणा के बाद भी सिवनी जिले में राजनैतिक हलचल न होना आश्चर्यजनक ही माना जा रहा है। छोटी छोटी बात पर विज्ञप्ति और विज्ञापन के माध्यम से श्रेय बटोरने वाले विधायकों ने बजट को पढ़ना ही संभवतः मुनासिब नहीं समझा। संभवतः यही कारण है कि सिवनी के मेडीकल कालेज की घोषणा पर सभी खामोश बैठे हैं।
1 टिप्पणी:
मेडिकल कॉलेज !!! seoni में वाकई हकीकट से परे के चीज है.
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