लाजपत ने लूट लिया
जनसंपर्क ------------------43
नहीं दिखी राजपथ पर
एमपी की झांकी
(आकाश कुमार)
नई दिल्ली (साई)।
मध्य प्रदेश के वे निवासी जो दिल्ली में रहते हैं या दिल्ली आकर गणतंत्र दिवस की
परेड देख रहे थे अथवा टीवी पर राजपथ की परेड का नजारा अपने अपने घरों में बैठकर ले
रहे थे को इस साल लगातार दूसरी बार निराशा उस वक्त हाथ लगी जब राजपथ पर एमपी की
झांकी को ही खोजते रहे लोग।
आज सुबह कड़े
सुरक्षा इंतजामों के बीच देशभर में 64वें गणतंत्र दिवस समारोह को देश भर की जनता
ने देखा। मुख्य समारोह देश की राजधानी दिल्ली में हुआ। राजपथ पर गणतंत्र दिवस की
परेड का भव्य नजारा दिखाई दिया। इसमें देश की ताकत और विविधता का प्रदर्शन किया
गया। राजपथ से जैसे ही भारत की अग्नि-5 मिसाइल और अर्जुन टैंक गुजरे, हर नजर उन्हीं पर
टिक गई। लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट से इनका स्वागत किया। परेड में इस बार भूटान
नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक बतौर मुख्य अतिथि शामिल रहे।
राष्ट्रपति प्रणब
मुखर्जी के तिरंगा फहराने और राष्ट्रगान की धुन के साथ ही गणतंत्र दिवस की भव्य
परेड राजपथ से लालकिले के लिए शुरू हुई। सबसे पहले सेना के चार हेलिकॉप्टरों ने
राजपथ के ऊपर आकाश में उडान भरी। एक हेलिकॉप्टर पर तिरंगा और बाकी तीन पर थलसेना, नौसेना और वायुसेना
के झंडे लहरा रहे थे। इन हेलिकॉप्टरों ने राजपथ पर फूल बरसाए।
भारत ने राजपथ पर
दिखाई ताकतः सेना के जवान परेड करते हुए राजपथ पर निकले और फिर पेश हुआ भारत का
नजारा। राजपथ पर अग्नि-5 मिसाइल प्रमुख आकर्षण थी। इसके अलावा ब्रह्मोस मिसाइल, पिनाक मल्टि बैरल
मिसाइल और आईएनएस विक्रमादित्य का मॉडल भी राजपथ से गुजरा। इसके अलावा मोटरसाइकल
पर जवानों के हैरतंगेज करतब ने हर किसी को रोमांचित कर दिया।
प्रदेशों की
रंग-बिरंगी झांकियांरू ताकत के बाद भारत की सांस्कृति विविधता से राजपथ रंग गया।
अलग-अलग राज्यों की झांकी ने मन मोह लिया। यूपी की झांकी में ब्रज की होली की झलक
देखने को मिली, तो दिल्ली
की झांकी में ललित कला की बानगी दिखी। केरल की झांकी में हाउस बोट और कश्मीर की
झांकी में पशमीना शॉल का प्रदर्शन किया गया।
मौके पर मौजूद
लोगों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान कहा कि राजपथ पर मध्य प्रदेश
की झांकी के ना होने से लोगों को निराशा हुई। ज्ञातव्य है कि इस लगातार दूसरे साल
राजपथ पर मध्य प्रदेश की झांकी का प्रदर्शन नहीं किया जा सका है। गत वर्ष तो
प्रस्ताव आए पर कमजोर प्रस्तावों के चलते रद्द कर दिए गए थे। इस साल तो हद ही हो
गई चुनावी साल होने के बाद भी मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग के क्षेत्रीय प्रचार
अनुभाग ने गणतंत्र दिवस पर झांकी के प्रस्ताव ही केंद्र को नहीं भेजे।
परेड शुरू होने से
पहले राष्ट्रपति के साथ इस बार गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि भूटान नरेश जिग्मे
खेसर वांग्चुक सलामी मंच पर पहुंचे। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और रक्षा मंत्री ए
के एंटनी ने उनका स्वागत किया। इस दौरान तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद थे।
समारोह स्थल पर उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, बीजेपी के वरिष्ठ
नेता लालकृष्ण आडवाणी, गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे सहित तमाम गणमान्य लोग मौजूद
थे।
देश की राजधानी में
आज सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस और अर्धसैनिक बलों के 25 हजार से
ज्यादा जवानों को राजधानी की सुरक्षा में लगाया गया है। राजपथ पर परेड निकलने तक
इंडिया गेट के आसपास के सभी मेट्रो स्टेशन बंद रहेंगे। दिल्ली को आज नो-फ्लाई जोन
भी घोषित किया गया है।
राजपथ और लाल किले
के बीच 60 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। कई जगहों पर विशेष वाहन, नई हाईटेक पीसीआर
और क्यूआरटी दस्ते की तैनाती की जा रही है। गटर के ढक्कनों को सील किया गया है।
परेड के रास्ते में यानी राजपथ से लाल किले तक भी कड़ी नजर रखी जा रही है।
राजपथ पर इस बार
विभिन्न राज्यों और मंत्रालयों की 19 झांकियां आकर्षण का केंद्र रहीं। एमबीटी
अर्जुन टैंक से लेकर हथियारों से लैस एंबुलेंस और ब्रह्मोस मिसाइल से लेकर रॉकेट
पिनाका भी राजपथ पर देखा जा सकेगा। डीआरडीओ की झांकी में अग्नि-5 मिसाइल शामिल की
गई है।
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