कांग्रेस, भाजपा के दरवाजे
दिनेश राय के लिए बन्द!
(संजीव प्रताप सिंह)
सिवनी (साई)। वर्ष 2008 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के प्रत्याशी
प्रसन्न चंद मालू की जमानत जप्त करवाकर दूसरी पायदान पर रहने वाले दिनेश राय उर्फ
मुनमुन के लिए प्रमुख राजनैतिक दल कांग्र्रेस और भाजपा के दरवाजे पूरी तरह बंद
होते दिख रहे हैं। दोनों ही पार्टियों के अंदर दिनेश के प्रवेश की खबर ने तूफान
खड़ा कर दिया था।
दिनेश राय उर्फ मुनमुन के करीबी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को
बताया कि उनके हित चिंतकों ने उन्हें मशविरा दिया है कि अगर सिवनी से विधानसभा
चुनाव जीतना है तो किसी पार्टी से टिकिट लेना आवश्यक है। सूत्रों ने आगे बताया कि
दिनेश राय उर्फ मुनमुन ने स्व.हरवंश सिंह के माध्यम से कांग्रेस के आला नेताओं को
साधने का प्रयास किया था।
सूत्रों की मानें तो दिनेश राय उर्फ मुनमुन चाहते थे कि कांग्रेस के
युवराज राहुल गांधी के सिवनी दौरे के दौरान वे कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर लें।
वहीं दूसरी और जिला कांग्रेस कमेटी में जब इस संभावना के बारे में पतासाजी की गई
तो कांग्रेस के अंदर दिनेश राय उर्फ मुनमुन की स्वीकार्यता नहीं के बराबर ही मिली।
कांग्रेस के अनेक सदस्यों ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर एक ही बात जोर
देकर कही कि सिवनी को अगर बिहार बनाना हो तो दिनेश राय उर्फ मुनमुन को कांग्रेस
में प्रवेश दिया जाए। वहीं अनेक कांग्रेसी दिनेश राय उर्फ मुनमुन के पूर्ववर्ती
शराब के कथित कारोबार से नाराज बताए जा रहे हैं।
अचानक ही दिनेश राय उर्फ मुनमुन के भाजपा में जाने की बात सियासी फिजां
में उभरी। जैसे ही यह बात सार्वजनिक हुई वैसे ही भाजपा का एक धड़ा दिनेश राय उर्फ
मुनमुन की छवि को उकेरते हुए आला नेताओं के सामने इसका विरोध दर्ज करवाने लगा।
भाजपा के अंदरूनी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि जिला भाजपा के
नेताओं ने संगठन मंत्री के सामने दिनेश राय उर्फ मुनमुन के भाजपा में प्रवेश होने
की स्थिति में अपना आक्रेाश जताया।
सूत्रों ने साई न्यूज को बताया कि भाजपा के संगठन मंत्री के समक्ष जब
दिनेश राय उर्फ मुनमुन के भाजपा में प्रवेश की खबरों की बात रखी गई तो उन्होंने
मौन रहकर इस बात का समर्थन किया। जिससे स्पष्ट हो रहा था कि भाजपा के आला नेताओं
को भी इन्होंने सैट कर लिया था।
सूत्रों के अनुसार जब संगठन मंत्री मौन रहे तब जिला भाजपा के नेताओं ने
अपना अपना विरोध दर्ज करवाना आरंभ किया। एक के बाद एक पदाधिकारियों द्वारा दिनेश
राय उर्फ मुनमुन के खिलाफ जिस तरह से जहर उगला गया तब जाकर संगठन मंत्री के समक्ष
यह बात स्पष्ट हो सकी कि वास्तव में दिनेश राय उर्फ मुनमुन की छवि क्या है?
सिवनी में चल रही चर्चाओं के
अनुसार कांग्रेस के कद्दावर नेता हरवंश सिंह के आकस्मिक निधन से अब समीकरण एकदम
उलट पुलट गए हैं। कहा जा रहा है कि कांग्रेस और भाजपा के दरवाजे अब दिनेश राय उर्फ
मुनमुन के लिए पूरी तरह से बंद हो चुके हैं।
दिनेश राय उर्फ मुनमुन के करीबी सूत्रों ने आगे कहा कि अब इन परिस्थितियों
में दिनेश राय को यह मशविरा दिया गया है कि वे सार्वजनिक रूप से यह बयान देना आरंभ
करें कि वे अपने प्रति समर्पित मतदाताओं (संभवतः उनके पास कार्यकर्ता नहीं हैं अतः
कार्यकर्ताओं से पूछकर नहीं) की इच्छा का सम्मान करते हुए उनकी इच्छा के बिना किसी
भी राजनैतिक दल में नहीं जाएंगे।
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