विकास की दुहाई की आड़ में हो रही काली
कमाई!
बात निकली है तो दूर तलक जाएगी, निविदा निकाले बिना हो रहा काम!, न्यायालय के स्थगन की नही है किसी को
परवाह!
(दादू अखिलेंद्र नाथ सिंह)
सिवनंी (साई)। लखन कुंवर की नगरी में
विकास की बातें तो की जा रही हैं पर इस विकास की बिसात पर वास्तव में किसका विकास
हो रहा है इस बात से लखनादौन की जनता अनजान ही नजर आ रही है। लखनादौन में कुछ
स्वार्थी तत्वों द्वारा विकास की राह में कुछ नेताओं और अखबारों के रोढ़ा होने की
बात प्रचारित की जा रही है, पर पर्दे के पीछे की कहानी कुछ और ही
कहत नजर आ रही है।
ठेकेदारी व्यवसाय में लिप्त एक ठेकेदार
ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान कहा
कि विकास का ढिंढोरा अवश्य पीटा जा रहा है पर विकास की दुहाई की आड़ की काली कमाई
पर किसी की नजरें नही जा रही हैं। उन्होंने बताया कि लखनादौन में एक करोड़ नब्बे
लाख रूपए से अधिक लागत से बनने वाली सड़क के निर्माण की निविदा के लिए जब उन्होंने
प्रपत्र खरीदा तो लखनादौन के एक नेतानुमा ठेकेदार की खबर उनके पास आई।
उक्त ठेकेदार ने कहा कि उनसे बीस फीसदी
कमीशन की मांग की गई, तब ठेके में भाग लेने की बात कही गई। उनके अनुसार नगर पालिकाओं में सात
से दस प्रतिशत कमीशन का चलन है, इस लिहाज से बीस प्रतिशत राशि बहुत अधिक
होने से उन्होंने ठेके में भाग नहीं लिया। इस काम को नगर परिषद के प्रतिनिधि के
परिजन के ससुराल के एक ठेकेदार को दिया गया बताया जा रहा है।
इसी तरह कृषि उपज मंडी की कथित जमीन पर
नगर परिषद लखनादौन द्वारा 18 लाख रूपए की लागत से सब्जी मण्डी का निर्माण करवा
दिया गया। इस जमीन पर माननीय उच्च न्यायालय के साथ ही साथ अनुविभागीय दण्डाधिकारी
लखनादौन का स्थगन बताया जा रहा है। स्थगन के बाद भी दबंगई के साथ नगर परिषद
लखनादौन द्वारा मण्डी का ना केवल निर्माण करवाया गया वरन् उसका गाजे बाजे के साथ
उद्घाटन भी करवा दिया गया।
14 को हुआ है एग्रीमेंट
नगर परिषद लखनादौन के सीएमओ राधेश्याम
चौधरी (9424380458) ने समाचार एजेेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान कहा थाा कि
ठेकेदार के साथ अनुबंध 14 अगस्त को हो गया है, जबकि दैनिक हिन्द गजट द्वारा अपने 11
अगस्त के अंक में फोटो सहित समाचार प्रकाशित किया था जिसमें खुदी सड़क के साथ ही
साथ वहां मुरम डस्ट आदि डाली साफ दिखाई दे रही थी।
14 के बाद का ही होगा मेजरमेंट
नियमानुसार अब 14 अगस्त के उपरांत के
कामों का ही नगर परिषद लखनादौन में पदस्थ उपयंत्री या सहायक यंत्री मेजरमेंट कर
सकेंगे और उसका ही भुगतान किया जा सकेगा। अब सवाल यह उठता है कि 10 अगस्त को खीची
गई फोटो में खुदी सड़क किसने खोदी, मुरम डस्ट किसने डाली? इस बारे में क्या किया जाएगा? क्या नगर परिषद ने खुद ही ठेकेदार की
मदद के लिए सड़क खोदी गई? क्या ठेकेदार को एग्रीमेंट के पूर्व ही सड़क खोदने की अनुमति दे दी गई? इन प्रश्नों के उत्तर आज भी भविष्य के
गर्भ में ही हैं।
नप सकते हैं उप, सहायक यंत्री
इस मामले में सहायक यंत्री या उप यंत्री
पर गाज गिर सकती है। मामला विकास का अवश्य है पर विकास को नगर नियम कायदों को
परवान चढ़ाकर किया जाएगा तो शायद ही इसे कोई पचा पाए। इस विकास के पीछे कमीशन के
गंदे खेल की बू भी आ रही है। 14 अगस्त को एग्रीमेंट के पहले खुदी सड़क की फोटो
खिंचकर प्रकाशित होना अपने आप में इतना बड़ा सबूत है जिसे कागजी घोड़े दौड़ाकर मिटाया
नहीं जा सकता है।
बात निकली है तो दूर तलक जाएगी!
बात निकली है तो दूर तलक जाएगी की तर्ज
पर अब इस मामले की सुगबुगाहट राजधानी भोपाल तक में होने लगी है। सत्ताधारी भाजपा
में भी इस बात को लेकर अब चर्चा तेज हो गई है। कहा जा रहा है कि लखनादौन नगर परिषद
के अध्यक्ष के चुनावों में पूरी तरह मुंह की खाने के बाद भी नगर परिषद के अवैध
कामों में भाजपा संगठन द्वारा कोई कदम नहीं उठाया जाना आने वाले चुनावों में एक
बड़ा मुद्दा बनाया जा सकता है सिवनी में।
मेरे संज्ञान में सड़क और मण्डी दोनों का
मामला है। प्रथम दृष्टया नगर पंचायत की जवाबदेही है कि नियमों का पालन हो। इस
संबंध में लखनादौन विधायक और मण्डल भाजपाध्यक्ष से मेरी चर्चा हो चुकी है, दोनों ने अपने अपने स्तर पर जांच की
कार्यवाहियां की हैं। इस संबंध में जिला कलेक्टर तथा एसडीएम लखनादौन से चर्चा कर
कार्यवाही की बात की जाएगी। इस मसले में प्रशासन क्या कार्यवाही करता है, इस संबंध में एक दो दिन में आपको आवगत
अवश्य कराउंगा।
नरेश दिवाकर, जिलाध्यक्ष, भाजपा सिवनी
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