अस्पताल में हैं
खून के दलाल सक्रिय: डेहरिया
(महेश रावलानी)
सिवनी (साई)। ‘जिला चिकित्सालय
में खून के दलाल सक्रिय हैं, हमारे पास न सुरक्षा कर्मी हैं न ही
पर्याप्त कर्मचारी,
हम कैसे रोकें खून के दलालों को।‘ यह बात जिला
चिकित्सालय के ब्लड बैंक में तैनात एक कर्मचारी श्री डेहरिया ने आज इंदिरा गांधी
जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ.सत्य नारायण सोनी से फोन पर चर्चा के दौरान
कही।
दरअसल, एक मरीज के परिजन
आज अपरान्ह समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के कार्यालय पहुंचे और उन्होंने बताया कि उनके
मरीज को खून लग रहा है इसलिए वे रक्त दाता के लिए यत्र तत्र भटक रहे थे। इसी बीच
खून के गंदे धंधे के कुछ दलालों ने उन्हें घेर लिया और उनसे 1800 रूपए में सौदा तय
किया।
इसी बीच मरीज के
परिजनों कोे एक रक्त दाता मिल गया, उसे लेकर वे ब्लड बैंक पहुंचे तो वहां
उपस्थित कर्मचारी श्री डेहरिया ने उनका रक्त लेने से इंकार कर दिया। इस पर वे
निराश हो गए, पर बाद में
अपने ही एक रिश्तेदार को उन्होंने खून देने पर राजी कर लिया।
जब इस संबंध में
साई न्यूज ने श्री डेहरिया से पूछा तो छूटते ही श्री डेहरिया ने कहा कि अस्पताल
में विशेषकर ब्लड बैंक के आसपास खून के दलाल घूमते ही रहते हैं जो परिजनों को ब्लड
बैंक आने के पहले ही रोक लिया करते हैं। जब इसकी शिकायत साई न्यूज ने डॉ.सत्य
नारायण सोनी (9425174767)
से चर्चा कर की, तो उन्होंने कहा कि यह बात गलत है कि उनके
प्रशासन में खून के दलाल अस्पताल में सक्रिय हैं।
जब उनकी मोबाईल पर
ब्लड बैंक में पदस्थ श्री डेहरिया से बात करवाई गई तो श्री डेहरिया ने साफ तौर पर
सिविल सर्जन डॉ.सत्य नारायण सोनी को बताया कि खून के दलाल ब्लड बैंक के आसपास ही
घूमते रहते हैं। ब्लड बैंक में स्टाफ नहीं होने के कारण वे कुछ नहीं कर सकते हैं।
खून का गंदा धंधा
चल रहा है पर ब्लड बैंक के कर्मचारी ‘कथित तौर पर‘ निरीह हैं। वहीं
ब्लड बैंक के सूत्रों ने साई न्यूज को बताया कि खून के गंदे धंधे में ब्लड बैंक के
कर्मचारियों का भी कमीशन शामिल होता है। बताया जाता है कि जिसका खून लेने से श्री
डेहरिया ने मना कर दिया था, बाद में किसी अन्य मरीज के खून के लिए, दलालों ने उसका खून
दिलवा दिया।
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