भाजपा में इस बार
टिकिट की जमकर है सर फुटव्वल!
नीता नरेश हटाओ
मुहिम है जारी, राजेश भी
पहुंचे नीता विरोध में भोपाल, रडार पर हैं नीता, नरेश, कमल और शशि
(नन्द किशोर/शशिकांत)
भोपाल/नागपुर
(साई)। परिसीमन के उपरांत सिवनी में बची चार विधानसभाओं में से तीन पर वर्तमान में
भाजपा का वर्चस्व है। इसी के चलते हर कोई भाजपा से टिकिट लेने लालायित दिख रहा है।
भाजपा के वर्तमान विधायकों का जमकर विरोध हो रहा है। वहीं, भाजपा के जिला स्तर
के क्षत्रपों की कार्यकर्ताओं से उपेक्षा और दूरी के चलते, उनका मुखर विरोध
सिवनी से भोपाल तक साफ तौर पर दिखाई पड़ रहा है।
शिवराज सिंह चौहान
के आधा दर्जन कैबिनेट मंत्री और दो दर्जन से ज्यादा विधायकों के खुले और मुखर
विरोध के चलते, भाजपा के
रणनीतिकारों को बैचेन कर दिया है। विधायकों और मंत्रियों का विरोध थमने का नाम
नहीं ले रहा है। भाजपा के आला नेताओं का मत है कि विरोध को रोका नहीं जाए, कम से कम
कार्यकर्ताओं का गुबार निकल जाएगा और एंटी एंकंबेंसी फेक्टर भी काफी हद तक कम हो
जाएगा, बशर्ते
सिटिंग एमएलए की टिकिट काट दी जाए।
इन मंत्रियों का हो
रहा विरोध
भोपाल सहित
निर्वाचन क्षेत्र के जिलों में जिन मंत्रियों का विरोध जमकर हो रहा है, उनमें जल संसाधन
मंत्री जयंत मलैया,
वन मंत्री सरताज सिंह, किसान कल्याण मंत्री रामकृष्ण कुसमरिया, राज्य मंत्री
ब्रजेंद्र प्रताप सिंह, नगरीय प्रशासन राज्य मंत्री मनोहर उंटवाला का नाम शामिल हैं।
वहीं संघ मुख्यालय नागपुर के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि संघ
के अपने सर्वेक्षण में भी अनेक मंत्रियों के नाम रडार पर आ गए हैं। इनमें चिकित्सा
शिक्षा मंत्री अनूप मिश्रा, पीडब्लूडी मंत्री नागेंद्र सिंह, नारायण सिंह कुशवाह, कन्हैया लाल
अग्रवाल, तुकोजीराव
पवार आदि के नाम शामिल हैं। भाजपा के आला दर्जे के सूत्रों ने साई न्यूज को बताया
कि लोक निर्माण मंत्री नागेंद्र सिंह द्वारा नागौद से तौबा करने की मंशा जताई जा
चुकी है, तो अनूप
मिश्रा अपनी सीट ग्वालियर के बजाए भितरवार करना चाह रहे हैं। वहीं कैलाश
विजयवर्गीय महू के बजाए इंदौर से दांव आजमाना चाह रहे हैं। वे महू से अपने
साहेबजादे आकाश को उतारना चाह रहे हैं।
इनके टिकिट पर लटकी
तलवार
भाजपा के सूत्रों
का कहना है कि सत्ता विरोधी लहर की हवा निकालने के लिए जिन विधायकों का जमकर विरोध
हो रहा है, उनके टिकिट
काटने का फार्मूला अपनाया जा सकता है। जिन विधायकों पर गाज गिरना तय माना जा रहा
है उनमें सिवनी के तीनों विधायक शामिल बताए जा रहे हैं। सिवनी की नीता पटेरिया, लखनादौन की शशि
ठाकुर एवं बरघाट के कमल मर्सकोले की टिकिट पर संकट के बादल छाते दिख रहे हैं। वहीं
दूसरी ओर खातेगांव से ब्रजमोहन धूत, कालापीपल से बाबूलाल वर्मा, मतरान से रोड़मल
राठौर, कुक्षी से
मुकाम सिंह, उज्जैन से
शिवनारायण जागीरदार,
बड़नगर से शांति लाल धबई, बड़वाह के हितेंद्र सोलंकी, सतना के शंकर लाल
तिवारी, नरयावली के
प्रदीप लारिया, बीना के
विनोद पंथी, कोलारस के
देवेंद्र जैन, बड़वारा से
मोती कश्यप, बरगी से
प्रतिभा सिंह, जबलपुर
पश्चिम से हरेंद्रजीत सिंह बब्बू, तेंदूखेड़ा से भैयाराम पटेल, कुरवाई से हरिसिंह
सप्रे, सुवासरा से
राधेश्याम पाटीदार,
मेहगांव से राकेश शुक्ल, सिलवानी से देवेंद्र पटेल आदि की टिकिट पर
तलवार लटक रही है।
लाल पीली बत्ती
वालों को टिकिट नहीं!
वहीं संघ मुख्यालय
के सूत्रों ने साई न्यूज को बताया कि संघ ने भाजपा को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि
इस बार लाल पीली बत्ती धारकों (मंत्रियों को छोड़कर) को टिकिट से वंचित रखा जाए। इस
क्राईटेरिए में निगम मंडल अध्यक्ष, महापौर, और नगर पालिका
अध्यक्ष आ रहे हैं। गौरतलब होगा कि प्रदेश में 14 में से दस नगर
निगमों पर भाजपा का कब्जा है। अगर संघ के निर्देशों का भाजपा आलाकमान ने पालन किया
तो सिवनी जिले में राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ.ढाल सिंह बिसेन, महाकौशल विकास
प्राधिकरण के अध्यक्ष नरेश दिवाकर, नगर पालिका सिवनी के अध्यक्ष राजेश त्रिवेदी
की टिकिट की दावेदारी पर संकट के बादल छा सकते हैं।
नीता नरेश के साथ
कमल का हुआ विरोध
भोपाल में आज भाजपा
कार्यालय और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के निवास पर विधायक
मंत्रियों से नाराज कार्यकर्ताओं ने अपने रोष का इजहार किया। नीता नरेश हटाओ के
गगन भेदी नारों के साथ तोमर का आवास हिल गया। बताया जाता है कि इस विरोध में भाजपा
के सिवनी नगर पालिका अध्यक्ष राजेश त्रिवेदी का समावेश भी रहा। वहीं बताया जाता है
कि पिछले दिनों कमल मर्सकोले को टिकिट दिये जाने के विरोध में बरघाट विधानसभा के
भाजपाईयों ने भोपाल भाजपा कार्यालय के सामने जमकर प्रदर्शन करते हुए कमल मर्सकोले
के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान कमल मर्सकोले हटाओ, बरघाट विधानसभा
बचाओ के नारे लगाये गये। सूत्रों की माने तो लगभग 10 से 11 गाड़ियों में भरकर
बरघाट विधानसभा से कार्यकर्ता भोपाल पहुंचे थे, जहां उन्होंने
भाजपा की निर्वाचन समिति के सदस्य अनिल दबे, संगठन मंत्री अरविंद मेनन के सामने उन्होंने
कमल मर्सकोले के विरूद्ध नारेबाजी की।
राजेश त्रिवेदी
पहुंचे भोपाल
नगर पालिका सिवनी
के अध्यक्ष राजेश त्रिवेदी भी भोपाल पहुंच गए हैं। राजधानी के एक समाचार पत्र में
छपी खबर के अनुसार विधायकों का विरोध किया गया इस खबर के साथ राजेश त्रिवेदी का
फोटो भी प्रकाशित किया गया है, जिसका ईमेल मीडिया को भेजा जाना चर्चित ही
रहा।
सिवनी से अखिलेश, सुजीत के नामों की
चर्चा
सिवनी विधानसभा के
लिए दो नामों की चर्चाएं तेजी से चल रही हैं। इन नामों में पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष
सुजीत जैन और पेशे से चार्टर्ड एकाउंटेंट अखिलेश शुक्ला के नामों का शुमार है।
इसके अलावा सिवनी विधानसभा से डॉ.ढाल सिंह बिसेन, आरती शुक्ला, नरेश दिवाकर के
नामों पर भी विचार चल रहा है। केवलारी विधानसभा से नवनीत सिंह ठाकुर, डॉ.प्रमोद राय और
हरिसिंह ठाकुर के नामों की चर्चा है। वहीं बरघाट से अशोक तेकाम और महादेव तेकाम के
नामों के बारे में चर्चाएं हैं।
वहीं, दूसरी ओर संघ के
सूत्रों का कहना है कि संघ के सर्वेक्षण में सिवनी विधानसभा से अखिलेश शुक्ला, बरघाट से महादेव और
अशोक तेकाम तथा केवलारी विधानसभा से नवनीत सिंह ठाकुर का नाम सामने आया है।
विरोध को हवा दे
रहे नेता
वहीं दूसरी ओर
भाजपा संगठन के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि पार्टी चाह रही है
कि विरोध को किसी तरह निकाल दिया जाए। संभवतः यही कारण है कि विरोध करने वालों को
नेताओं द्वारा हवा दी जा रही है, और पार्टी मंच के बाहर भी हो रहे विरोध पर
पार्टी ज्यादा ध्यान नहीं दे रही है। पार्टी का स्टैंड है कि किसी तरह विरोध का
प्रेशर समाप्त कर दिया जाए, ताकि कार्यकर्ताओं की भड़ास निकल सके। साथ ही
साथ विरोध की वीडियोग्राफी भी आला नेताओं द्वारा कराई जा रही है, ताकि चुनाव के
दौरान विरोध करने वाले नेताओं पर अनुशासन का डंडा चलाया जा सके।
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