शनिवार, 15 मार्च 2014

गुलाम नहीं, एनडीए को समर्थन पर दोबारा विचार: रामदेव

गुलाम नहीं, एनडीए को समर्थन पर दोबारा विचार: रामदेव

(सोनाली खरे)

नई दिल्ली (साई)। अब तक नमो-नमो का राग अलापने वाले योगगुरु स्वामी रामदेव ने लोकसभा चुनाव करीब आने पर यू-टर्न लेते हुए एनडीए और बीजेपी को समर्थन देने के मुद्दे पर फिर से विचार करने की बात कही है।
बाबा रामदेव ने एनडीए में गड़बड़ी की बात करते हुए तल्ख लहजे में कहा कि हम किसी के गुलाम नहीं है। उन्होंने कहा, ‘हम किसी के गुलाम नहीं हैं। राजनीति में विकल्पों की कमी नहीं है। हमने हमेशा कहा है कि हमारा समर्थन मुद्दों पर आधारित है। फिलहाल एनडीए में काफी गड़बड़ है।
बाबा रामदेव ने एक योग शिघ्विघ्र में कहा कि वह एनडीए और बीजेपी को समर्थन देने पर दोबारा विचार करेंगे। रामदेव ने कहा कि मुद्दों पर लिखित आश्वासन मिलने के बाद ही वह बीजेपी को सपोर्ट देंगे। उन्होंने कहा कि मुझे मौखिक नहीं, लिखित आश्वासन चाहिए और अगर मुद्दों पर बात नहीं बनी तो हम दूसरा विकल्प ढूंढेंगे।
स्वामी रामदेव कई मौकों पर बीजेपी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा कर चुके हैं। अब तक रामदेव मोदी पर पूरा भरोसा जता रहे थे और उनके लिए वह दिल्ली में वोट मांगते भी नजर आए थे, लेकिन अब अचानक उनके सुर बदल गए हैं। रामदेव ने कहा है कि हमारे लिए सभी विकल्प खुले हैं। बाबा रामदेव ने बीजेपी के समक्ष कई मांगें रखी थीं। इनमें सभी तरह के टैक्स को खत्म कर सिर्फ ट्रांजैक्शन टैक्स लगाने और कालाधन वापस लाने की मांग सबसे अहम है। बीजेपी ने इन मांगों पर विचार करने की बात कही थी।
रामदेव ने कहा, ‘एनडीए को कसम खानी होगी कि वह उनके मुद्दों का समर्थन करेगी। उन्होंने अभी तक मौखिक समर्थन किया है, लेकिन अब उन्हें लिखकर देना होगा कि वे हमारे मुद्दों पर काम करेंगे।उन्होंने कहा कि बीजेपी से इस मसले पर जवाब आने के बाद ही हम आगे बढ़ेंगे।

कोई टिप्पणी नहीं: