मंत्रियों के पर कतरने की तैयारी में सोनिया
अर्जुन को साध कर ही रखेगी कांग्रेस
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली। मकर संक्रांति के बाद कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी द्वारा सत्ता और संगठन की लगाम कसने की कवायद की जाएगी। इस फेरबदल में लाल बत्ती की मलाई खाने वाले अनेक कांग्रेसी नेताओं के पर कतरकर उन्हें संगठन की जवाबदारी सौंपी जा सकती है, वहीं बेहतर परफार्मेंस वाले मंत्रियों को पदोन्नति या संगठन में महत्वपूर्ण काम सौंपा जा सकता है।
कांग्रेस के सत्ता और शक्ति के शीर्ष केंद्र 10 जनपथ (श्रीमति सोनिया गांधी का सरकारी आवास) के भरोसेमंद सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी ने अपनी टीम की रूपरेखा पर अपने राजनैतिक सचिव अहमद पटेल, महासचिव द्वय राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह से अनेक चरणों में रायशुमारी पूरी कर ली है। सोनिया को पूस माह के समाप्त होने का इंतजार है।
सूत्रों का कहना है कि सोनिया की मंशा भांपकर केंद्रीय मंत्रियों अंबिका सोनी, सी.पी.जोशी, जयपाल रेड्डी, वी.नारायण सामी, आनंद शर्मा, जतिन प्रसाद सहित गिरिजा व्यास, मुकुट मिथि, लालथनवाला, आदि ने सोनिया की टीम में काम करने अपनी अपनी सहमति जता दी है।
माना जा रहा है कि योजना आयोग के उपाध्यक्ष मांटेक सिंह अहलूवालिया द्वारा प्रधानमंत्री को सौंपी गई मंत्रियों की परफारमेंस रिपोर्ट के आधार पर केंद्र सरकार में मंत्रियों के विभागों का नए सिरे से बटवारा होगा। कांग्रेस के महाधिवेशन में एकाएक उभरकर सामने आए युवा तुर्क ज्योतिरादित्य सिंधिया को या तो सरकार में ही पदोन्नति दी जाएगी या फिर संगठन में महत्वपूर्ण जवाबदारी दी जा सकती है। मध्य प्रदेश कोटे से चार मंत्रियों में से एक मंत्री की पदावनति के संकेत भी सूत्रों द्वारा दिए गए हैं। इसके साथ ही साथ कानून मंत्री वीरप्पा मोईली से भी प्रधानमंत्री खासे नाराज बताए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाकर संगठन में महत्वपूर्ण काम सौंपा जा सकता है। पीएमओ के सूत्रों का कहना है कि देश के कानून मंत्री की कुर्सी पर डॉ.मनमोहन सिंह एक बार फिर हंसराज भारद्वाज को देखने को आतुर हैं।
बीसवीं सदी के अंतिम दशकों में कांग्रेस की राजनीति के चाणक्य रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री कुंवर अर्जुन सिंह जिन्हें 2009 में हाशिए पर ढकेल दिया गया था, की सुध भी कांग्रेस लेने जा रही है। जहर बुझे तीर चलाने में महारथ हासिल रखने वाले सिंह को कांग्रेस अपनी कार्यसमिति में सम्मानित सदस्य के तौर पर रखकर उन्हें व्यस्त रखने के लिए महती जवाबदारी देने पर गंभीरता से विचार कर रही है।
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