पीएम की सोनिया को दो टूक: कहा सॉरी मदाम
नई दिल्ली (ब्यूरो)। प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष और राष्ट्रीय सलाहकार परिषद (एनएसी) की अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी के आग्रह को ठुकरा दिया है। सोनिया ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना (मनरेगा) में न्यूनतम मजदूरी के मसले पर पेशकश की थी।
पिछले साल 11 नवंबर को प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में सोनिया गांधी ने कहा था कि मनरेगा में मजूदरी भुगतान के लिए न्यूनतम मजदूरी कानून 1948 के नियमों का अनुसरण किया जाए। उल्लेखनीय होगा कि देश के लगभग डेढ़ दर्जन राज्यों में मनरेगा के तहत दी जाने वाली मजदूरी इन राज्यों की तय न्यूनतम मजदूरी से काफी कम है।
उधर प्रधानमंत्री द्वारा पिछले साल के आखिरी दिन श्रीमति सोनिया गांधी को लिखे पत्र में साफ किया है कि मनरेगा के तहत मजदूरी भुगतान को न्यूनतम मजदूरी कानून से प्रथक रखते हुए कृषि आधारित मूल्य सूचकांक पर आधरित रखने का फैसला लिया गया है, और इसका भुगतान इसी के तहत जारी रहेगा।
माना जा रहा है कि सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री से इस तरह के दो टूक उत्तर की आशा कतई नहीं होगी। वैसे भी सर्वोच्च न्यायालय अनेक बार इस मामले पर टिप्पणी कर चुका है कि किसी भी निजी सा सरकारी संस्था द्वारा न्यूनतम मजदूरी भुगतान कानून का पालन करना अनिवार्य होगा, अन्यथा यह अनुच्छेद 23 का सीधा उल्लंघन होगा।
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