गुरुवार, 6 जनवरी 2011

मंहगाई के लिए सरकार पर ही बरसे चिदम्बरम

मंहगाई के लिए सरकार पर ही बरसे चिदम्बरम
नई दिल्ली (ब्यूरो)। पूर्व वित्त मंत्री और वर्तमान गृह मंत्री पलनिअप्पम चिदंबरम ने बुधवार को महंगाई के मुद्दे पर यूपीए सरकार पर जबर्दस्त तरीके से निशाना साधा। उन्हांेने, आगामी केंद्रीय बजट की शुरुआत करने वाले विŸा मंत्री प्रणव मुखर्जी को इशारों ही इशारों में यह सुझाव भी दे डाला कि महंगाई इतनी बढ़ गई है कि अब टैक्स लगाने की जरूरत नहीं है। बढ़ती महंगाई के रूप में आम आदमी एक तरह से टैक्स ही अदा कर रहा है।
यहां एक कार्यक्रम में भाग लेने आए चिदंबरम ने पत्रकारों से कहा, निश्चित तौर पर महंगाई की दर, खासकर खाद्य उत्पादों की महंगाई की दर काफी ऊंची है। कीमतों में स्थिरता बनाए रखने का दायित्व हम पर यानी सरकार पर है। उन्हांेने कहा कि महंगाई दर में बढ़ोतरी से बुरा कोई टैक्स नहीं है। आपकी आमदनी का बड़ा हिस्सा तो महंगाई खा जाती है।
महंगाई रोकने में सरकार को परोक्ष रूप से नाकाम बताते हुए चिदंबरम ने कहा कि उन्हें पक्का विश्वास नहीं है कि खाद्य वस्तुओं की महंगाई की दर को नियंत्रित करने के लिए हमारे पास सभी तरह के उपाय हैं। हालांकिए उन्हांेने यह उम्मीद जरूरत जताई कि बाजार में डिमांड और सप्लाई का जो अंतर है कि वह ठीक हो जाएगा। काफी हद महंगाई नियंत्रण में आ जाएगी। सरकार अपने तरफ से इसको नियंत्रित करने का प्रयास कर रही है।

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