तेल की कीमतें बढ़ाने के मूड में नहीं है केंद्र
नई दिल्ली (ब्यूरो)। पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा ने अपनी बातों से पलटते हुए संकेत दिए कि सरकार फिलहाल डीजल और रसोई गैस की कीमतें बढ़ाने के मूड में नहीं है। पत्रकारों से बातचीत में उन्हांेने कहा कि मैं भी इस बात को जानता हूं कि महंगाई की दर काफी ऊंचे स्तर पर चली गई है। हमें यह देखना है कि ऐसा कोई नीतिगत फैसला न किया जाएए जिससे महंगाई और बढ़ जाए। मौजूदा समय में हम सबका प्रयास है कि किसी भी तरह से महंगाई को कम किया जाए।
गौरतलब है कि मुरली देवड़ा ने दिसंबर के अंत में पुरजोर कोशिश की थी कि किसी तरह से उच्चाधिकार प्राप्त मंत्रियों के समूह की बैठक हो जाए ताकि डीजल और रसोई गैस के दामों में बढ़ोतरी पर फैसला हो सके। मगर विŸा मंत्री प्रणव मुखर्जी ने यह कहते हुए मंत्रियों की समूह की बैठक टाल दीए कि अभी इसके लिए सही वक्त नहीं है।
उधर तेल कंपनियों के आंकड़ों के अनुसार अगर कुछ समय के दौरान पेट्रोलियम उत्पादों, डीजल और रसोई गैस की कीमतें नहीं बढ़ाई गई तो सालाना घाटा 80 से 90 हजार करोड़ रुपये तक जा सकता है। अगर कीमतें बढ़ा दी गई तो घाटा 60 से 70 हजार करोड़ रुपये तक सिमट कर रह सकता है।
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