शुक्रवार, 18 नवंबर 2011

नीता को भाव नहीं दे रहे शिवराज


नीता को भाव नहीं दे रहे शिवराज

रेल मंत्री से चर्चा में भी सिवनी की हुई घोर उपेक्षा

क्या आश्वासन ही है सिवनी की असली धरोहर

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण डेढ़ दशकों से भाजपा का गढ़ बन चुके सिवनी जिले की हालिया सूबे के निजाम शिवराज सिंह चौहान द्वारा लगातार उपेक्षा ही की जा रही है। सिवनी वासियों के सामने बड़े बड़े वायदे करने और फिर भाजपा द्वारा समय समय पर विज्ञप्तियों के माध्यम से उन वायदों को जिंदा रखने के बाद भी शिवराज सिंह चौहान ने रेल मंत्री के मध्य प्रदेश दौरे के दौरान सिवनी जिले की रेल परियोजनाओं की चर्चा न किया जाना आश्चर्यजनक ही है।

गौरतलब है कि रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी गुरूवार को एक दिवसीय यात्रा पर देश के हृदय प्रदेश की राजधानी भोपाल गए थे। भोपाल में मध्य प्रदेश के समस्त सांसदों को आमंत्रित किया गया था। इस दौरान परिसीमन में समाप्त हुई सिवनी लोकसभा के खण्ड बालाघाट सिवनी के भाजपाई सांसद के.डी.देशमख ने तो अपनी आमद दी किन्तु मण्डला सिवनी संसदीय क्षेत्र के सांसद बसोरी सिंह मसराम बैठक से गायब रहे।

यहां उल्लेखनीय होगा कि सिवनी जिले में केवलारी विधानसभा को छोड़कर शेष सारी विधानसभाओं में कांग्रेस की गलत नीतियों का फायदा भाजपा द्वारा उठाया जाता रहा है। सिवनी में सांसद, विधायक, नगर पंचायत, यहां तक कि जिला मुख्यालय की नगर पालिका परिषद पर भी भाजपा का कब्जा है। बावजूद इसके मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार के निजाम शिवराज सिंह चौहान द्वारा सिवनी के साथ लगातार सौतेला व्यवहार ही किया जा रहा है।

यहां उल्लेखनीय है कि जिला मुख्यालय को अपने आप में समाहित करने वाले सिवनी विधानसभा क्षेत्र की विधायक और परिसीमन में समाप्त हुई लोकसभा की अंतिम सांसद श्रीमति नीता पटेरिया द्वारा इसके पूर्व अनेकों बार रेल, सड़क और पेंच के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आग्रह कर चुकी हैं। इस बारे में विज्ञप्तिवीर भाजपा के नुमाईंदों ने भी दिल खोल कर श्रीमति पटेरिया की तारीफों में कशीदे गढ़े जाते रहे हैं।

अब चर्चा यह है कि मध्य प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष श्रीमति नीता पटेरिया द्वारा अगर बार बार मुख्यमंत्री को सिवनी की समस्याओं के बारे में चेताया जाता रहा है तो फिर क्या कारण है कि मुख्यमंत्री श्रीमति पटेरिया की बात पर कान नहीं दे रहे हैं। वे दिल्ली वन मंत्री से मिले तो सिवनी जिले की फोरलेन की वनबाधा दूर करने की बात नहीं की।

मध्य प्रदेश सरकार के जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी आधिकारिक समाचार में कहा गया है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी के साथ बैठक के दौरान मध्य प्रदेश में रेल सुविधाओं के लिए अपना मांग पत्र सौंपा। आधिकारिक खबर में जिन रेल मार्गों का हवाला दिया गया है उनमें महाकौशल क्षेत्र की इकलौती रेल परियोजना जबलपुर गोंदिया का जिकर किया गया है। इसमें छिंदवाड़ा से नैनपुर बरास्ता सिवनी का न होना साफ जाहिर करता है कि वे भारतीय जनता पार्टी के एक मोर्चे की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमति नीता पटेरिया को कितना भाव दे रहे हैं।

सरकारी विज्ञप्ति में बालाघाट के सांसद के.डी.देशमुख के खाते में बालाघाट से नागपुर नई रेल सेवा की मांग को रखा गया है। इसके आलावा आदिवासी बाहुल्य बालाघाट और सुरक्षित मण्डला संसदीय क्षेत्र के बारे में आधिकारिक तौर पर कोई बात नहीं कही गई है। मण्डला के सांसद बसोरी सिंह मसराम सदा की भांति ही इस बार भी रेल मामले में मौन साधते हुए बैठक से नदातर ही रहे।

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