आधार के फार्म ब्लेक में . . . 2
आवेदकों को नहीं मिल रही सुविधाएं
सकरे कारीडोर में भेड़ बकरी की तरह खड़े रहने को मजबूर हैं आधार के आवेदक
(अखिलेश दुबे)
सिवनी। केंद्र सरकार की महात्वाकांक्षी यूनिक आईडेंटीफिकेशन नंबर अर्थात आधार के आवेदकों को न तो आवेदन फार्म ही मिल पा रहे हैं और न ही कचहरी चौक पर स्थित कर्वी सेंटर में आधार बनवाने गए आवेदकों को सुविधाएं ही। आवेदकों को मजबूरी में दो दो रूपयों में आधार के आवेदन फार्म खरीदने पड़ रहे हैं। केंद्र सरकार से प्रति आधार कार्ड मोटी रकम वसूलने के बाद भी फार्म की कीमतें आवेदकों से वसूला जाना आश्चर्यजनक ही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कचहरी चौक पर नटराज होटल के बाजू में प्रथम तल पर कर्वी नामक संस्थान में आधार कार्ड बनवाने का काम चल रहा है। प्रथम तल पर स्थित इस कार्यालय के कर्मचारियों द्वारा आवेदकों के साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया जाता है। आधार कार्ड के लिए लगने वाली भीड़ को इस कार्यालय के कर्मचारियों द्वारा बाहर महज दो फिट लंबे गलियारे में ढकेल दिया जाता है। अपनी बारी की प्रतिक्षा करने वाले आवेदकों के बैठने के लिए न तो वहां कोई कुर्सी, स्टूल और बैंच ही है और न ही पानी की कोई समुचित व्यवस्था।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि दो फिट चौंड़े कारीडोर में आवेदक भेड़ बकरियों के मानिंद अपनी बारी की प्रतीक्षा करते रहते हैं। यहां आने वाले परिवारों में दुधमुंहे बच्चे रोते कलपते रहते हैं पर उनकी माताओं के बैठने के लिए वहां कोई व्यवस्था नहीं है। पानी के लिए भी आवेदकों को यत्र तत्र भागने पर ही मजबूर होना पड़ रहा है। कहा जा रहा है कि इस संस्थान के संचालकों द्वारा अपना लाभ कमाने के चक्कर में आवेदकों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है। आश्चर्य तो इस बात का है कि सब कुछ देखने सुनने के बाद भी प्रशासनिक अमला चुप्पी साधे सब कुछ देख सुन रहा है।
1 टिप्पणी:
सार्थक, सामयिक, यथार्थ.
एक टिप्पणी भेजें