परिवहन जांच चौकी
प्रभारी को नहीं परवाह आरटीआई की
(अखिलेश दुबे)
सिवनी (साई)।
करोड़ों रूपए की घोषित और अघोषित आय देने वाले मध्य प्रदेश महाराष्ट्र सीमा पर
अवस्थित खवासा परिवहन जांच चौकी द्वारा सूचना के अधिकार कानून का खुला माखौल उड़ाया
जा रहा है। उक्ताशय के आरोप पत्रकार राजेश स्थापक द्वारा लगाए गए हैं।
श्री स्थापक ने
बताया कि उन्होंने खवासा स्थित परिवहन जांच चौकी के प्रभारी से प्रतिदिन इस जांच
चौकी से होकर गुजरने वाली नेशनल परमिट यात्री बसों की जो दिन में दो मर्तबा इस
चौकी से होकर गुजरती हैं की जानकारी मांगी थी। इसी तरह इन यात्री बसों के कितने
चालान कर शासकीय राजस्व में जमा करवाए गए हैं। इसके साथ अन्य बिन्दुओं पर भी सूचना
के अधिकार कानून के तहत उन्होंने महाराष्ट्र के मानेगांव परिवहन चेकपोस्ट की
जानकारी आरटीओ नागपुर, सिवनी परिवहन अधिकारी और एनएचएआई टोल प्लाजा बंडोल से एक साथ
मांगी है।
उन्होंने कहा कि
लंबे समय तक जब उन्हें इसकी जानकारी नहीं मिली तो उन्होंने खवासा में चौकी प्रभारी
परिवहन निरीक्षक के.पी.अग्निहोत्री के व्यक्गित नाम से आवेदन भेजा। 2 जून 2012 को खवासा पहुंचे
स्पीड पोस्ट पर 6 जून 2012 को यह लिखकर वापस
कर दिया गया कि श्री अग्निहोत्री अवकाश पर हैं। बताया जाता है कि आरटीआई खवासा में
ही उपस्थित थे।
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