तीर्थ दर्शन योजना
से जुड़ा सिवनी
(शिवेश नामदवे)
सिवनी (साई)। बार
बार मीडिया की चीख पुकार के उपरांत अंततः मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना से सिवनी
जिला जुड़ ही गया। मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के तहत सिवनी जिले के तीर्थ
यात्रियों को लेकर पहली ट्रेन ७ दिसंबर को रात्रि ११ बजे छिन्दवाडा रेल्वे स्टेशन
से श्री जगन्नाथपुरी के लिये रवाना होगी। इसमें सिवनी जिले के कुल २७० तीर्थयात्री
श्री जगन्नाथपुरी दर्शन के लिये जायेंगे। जिसमें चार शासकीय अधिकारी भी अनुरक्षक
के रूप में होंगे। यह तीर्थ दर्शन ट्रेन ७ दिसंबर को छिन्दवाडा से प्रस्थान कर
आमला-पांढुर्ना होते हुए श्री जगन्नाथपुरी पहुंचेगी और तीर्थ दर्शन के बाद इसी
रास्ते से १२ दिसंबर को वापस छिन्दवाडा पहुंचेगी।
इसी प्रकार दूसरी
तीर्थ दर्शन ट्रेन १५ दिसंबर को छिन्दवाडा रेल्वे स्टेशन से ही श्री रामेश्वरम् के
लिये रवाना होगी। इसमें सिवनी जिले के कुल ३९० तीर्थ यात्री श्री रामेश्वरम् दर्शन
के लिये जायेंगे। जिसमें छह शासकीय अधिकारी भी होंगे। यह ट्रेन १५ दिसंबर को
छिन्दवाडा से प्रस्थान कर परासिया-पांढुर्ना होते हुए रामेश्वरम् पहुंचेगी और
तीर्थ दर्शन पश्चात इसी रास्ते से २० दिसंबर को वापस छिन्दवाडा पहुंचेगी। तीर्थ
दर्शन के लिये इश्छुक अपने आवेदन निकटतम तहसील या उपतहसील कार्यालय, नगरपालिका या
नगरपरिषद कार्यालय में जमा कर सकते है। पन्द्रह दिसंबर को श्री रामेश्वरम की ओर
जाने वाली ट्रेन में सम्मिलित होने के लिये आवेदन करने की अंतिम तिथि १० दिसंबर
है।
इस योजना के तीसरे
चरण में ४ जनवरी को २४३ यात्रियों को द्वारिका के लिये छिन्दवाडा से रवाना किया
जायेगा। यह ट्रेन ८ जनवरी को वापस आयेगी। चौथे चरण में २० जनवरी को २७० यात्रियों
को तिरूपति बालाजी के लिये छिन्दवाडा रेल्वे स्टेशन से ही रवाना किया जायेगा। यह
ट्रेन २५ जनवरी को वापस आयेगी।
यह तीर्थ दर्शन
यात्रा पूरी तरह निरूशुल्क रहेगी, जिसमें तीर्थ यात्रियों के चाय-नाश्ते से
लेकर भोजन, आवास, परिवहन तथा गाइड
आदि की व्यवस्था भी पूर्णतरू निरूशुल्क होगी। इन तीर्थ यात्राओं के लिये जिला
प्रशासन सिवनी की ओर से आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये हैं।
तीर्थ यात्रा के
दूसरे चरण में श्री रामेश्वरम् की यात्रा के लिये आवेदन १० दिसंबर तक किये जा सकते
है। यात्रा के तीसरे चरण में श्री द्वारकापुरी की यात्रा के लिये आवेदन २१ दिसंबर
तक दिये जा सकते है। चौथे चरण में तिरूपति बालाजी की यात्रा के लिये आवेदन ३१
दिसंबर तक किये जा सकेंगे।
योजना का लाभ लेने
के लिये पात्र वरिष्ठ नागरिक अपने आवेदन शासन द्वारा निर्धारित प्रारूप में (दो
सेट में) संबंधित निवास तहसील/नगरपालिका/नगरपरिषद कार्यालय में प्रस्तुत कर सकते
हैं। इस संबंध में योजना एवं फार्म आदि की जानकारी संबंधित
एस।डी।एम।/तहसीलदार/मुख्य नगरपालिका अधिकारी के कार्यालयों से प्राप्त कर आवेदन
इन्ही कार्यालयों में जमा भी किये जा सकते है।
0 पात्रता एवं प्रावधान
इस योजना के
अंतर्गत मध्यप्रदेश के ६० वर्ष या इससे अधिक आयु के ऐसे व्यक्तियों, जो आयकरदाता नहीं
है को प्रदेश के बाहर स्थित विभिन्न अधिसूचित तीर्थ स्थानों यथा श्री बद्रीनाथ, श्री केदारनाथ, श्री अमरनाथ, श्री जगन्नाथ पुरी, श्री द्वारकापुरी, श्री रामेश्वरम, माता वैष्णोंदेवी, अजमेर शरीफ दरबार, काशी, अमृतसर साहिब दरबार, हरिद्वार, तिरूपति बालाजी, शिर्डी, गया, सम्मेद शिखर, श्रवणबेलगोला एवं
बेलांगणी चर्च, नागपट्टनम
(तमिलनाडु) में से किसी एक स्थान की तीर्थ यात्रा सुलभ कराने का प्रावधान है। इस
योजना के अंतर्गत कोई भी उपरोक्तानुसार पात्र व्यक्ति अपने जीवनकाल में केवल एक
बार ही तीर्थ यात्रा कर सकेगा।
इसके लिए ऐसे
नागरिक जिन्होंने ६० वर्ष या इससे अधिक आयु के ऐसे नागरिक, जिन्होंने पूर्व
में तीर्थ दर्शन योजना का लाभ न लिया हो। वे मध्यप्रदेश के मूल निवासी हो लेकिन
आयकर दाता न हो। साथ ही साथ शारीरिक एवं मानसिक रूप से पूर्णतरू स्वस्थ हो। इतना
ही नहीं ६५ वर्ष से अधिक उम्र के तीर्थ यात्रियों को अटेन्डेंट (सहायक) ले जाने की
सुविधा भी होगी। एवं इस योजना का लाभ उठाने के लिये बुजुर्गवार अपने आवेदन (दो सेट
में) संबंधित तहसील/उपतहसील कार्यालय के अलावा संबंधित नगरपालिका/नगरपरिषद
कार्यालय में भी जमा करा सकते है।
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