शनिवार, 19 जनवरी 2013

बर्फबारी ने रोकी राहें


बर्फबारी ने रोकी राहें

(महेश)

नई दिल्ली (साई)। देश भर में कहीं कहीं भारी बर्फबारी तो कहीं शीतलहर चरम पर है। जम्मू काश्मीर में राजमार्ग तीसरे दिन भी बंद है। उधर हिमाचल में बर्फबारी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के देश भर के ब्यूरो से मिली जानकारी के अनुसार मकर संक्रांति के उपरांत ठण्ड ने एक बार फिर अपना असर दिखाना आरंभ कर दिया है।
जम्मू से साई ब्यूरो से विनोद नेगी ने बताया कि कश्मीर घाटी में जवाहर सुरंग पर भारी बर्फबारी और अन्य स्थानों पर जमीन धंसने के कारण तीन सौ किलोमीटर लंबा श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग आज तीसरे दिन भी बंद है। सड़क सुधार में लगे सरकारी कर्मचारियों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि सीमा सड़क संगठन राजमार्ग पर यातायात बहाल करने के लिए चौबीसों घंटे काम में लगा हुआ है। खराब मौसम के कारण काम में बाधा आ रही है।
हालात देखकर लगता है कि मौसम के खुलने के उपरांत ही सडक का उपयोग किया जा सकेगा। वैसे दो दिनों से लगातार जवाहर टनल के दोनों तरफ सेताजी नाला, नवगाम, नवरमुंडा, कांजीगुंड और पटनीटाप में सड़क पर २ से ४ फुट बर्फ जमा हुई है। जिसके कारण जम्मू और श्रीनगर के अलावा मार्ग के मुख्य जगहों पर छोटे और माल से भरे वाहनों को ट्रैफिक पुलिस ने रोक दिया।
उधर, भारी बर्फबारी के कारण जहां सड़क पर यात्रा करने वालों को जबरदस्त मुश्किलात का सामना करना पड् रहा है। वहीं इस बर्फबारी से बारामूला कांजीगुंड रेल सर्विस मुताशिर हुई है। सूत्रों ने साई न्यूज को बताया कि कि मौसम में बेहतरी आने के बाद सड़क पर वाहनों को श्रीनगर की तरफ अनुमति दी जाएगी।
हिमाचल प्रदेश से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो से रीता वर्मा ने बताया कि राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में दो दिन से रुक-रुक कर बर्फबारी होने के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हिमपात वाले क्षेत्रों में सड़क यातायात में बाधा आई है और बिजली तथा पानी की आपूर्ति पर काफी असर पड़ा है।
उधर, जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में एलओसी के पास स्थित नौगाम सेक्टर में भारी बर्फबारी की वजह से शुक्रवार को थल सेना के दो जवानों की मौत हो गई। सेना के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि नौगाम सेक्टर में पदम चौकी पर खराब मौसम की वजह से दो जवान मारे गए।श् उन्होंने कहा कि संचार व्यवस्था में बाधा की वजह से मृत्यु का सही कारण नहीं पता चल सका।

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