नया साल, कहीं खुशी कहीं गम!
(मणिका सोनल)
नई दिल्ली (साई)। दुनिया भर में लोगों ने
गीत-संगीत, आतिशबाजी और पार्टियों के साथ नव
वर्ष-२०१३ का स्वागत किया, लेकिन
भारत में दिल्ली सामूहिक दुष्कर्म कांड की पीड़िता के प्रति श्रद्धांजलि के रूप में
नए साल के कार्यक्रमों में इस बार परम्परागत उत्साह नहीं देखा गया। सेना के तीनों
अंगों, कुछ राज्य सरकारों और कई राजनीतिक दलों ने
अपने नए साल के कार्यक्रम रद्द कर दिए। नई दिल्ली में क्लबों और होटलों में भी नए
साल के कार्यक्रम या तो रद्द कर दिए गए या बहुत ही छोटे पैमाने पर आयोजित किए गए।
भारत गणराज्य के महामहिम राष्ट्रपति प्रणब
मुखर्जी और उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने लोगों को नव वर्ष की शुभकामनाएं
दी हैं। अपने संदेश में श्री मुखर्जी ने लोगों का आह्घ्वान किया कि देश में
महिलाओं की सुरक्षा में सुधार और उनके उत्थान के लिए कार्य करें। उन्होंने लोगों
से यह भी अनुरोध किया कि उस मानसिकता को बदलने के तरीकों पर गौर करें जो दिल्ली
में २३ वर्षीय छात्रा के साथ हुए दुष्कर्म जैसी घटनाओं के लिए जिम्मेदार हैं।
उन्होंने कहा कि वर्ष दो हजार तेरह महिलाओं की सुरक्षा के लिए समर्पित होना चाहिए।
श्री हामिद अंसारी ने अपने संदेश में कहा है
कि सभी लोगों को शांतिपूर्ण, सद्भावपूर्ण और न्यायपूर्ण समाज के निर्माण के लिए खुद को समर्पित करना
चाहिए।
न्यूजीलैंड में ऑकलैंड में आतिशबाजी के
साथ नए साल का स्वागत किया गया। ऑस्ट्रेलिया में सिडनी तट पर १५ लाख से अधिक लोगों
ने रंगीन रोशनियों और आतिशबाजी के साथ शहर में नए साल का यह सबसे बड़ा जश्न मनाया।
चीन के पेइचिंग और शंघाई शहरों में भी आतिशबाज$ी हुईं। म्यामां की राजधानी यंगून में भी
जोर-शोर से नया साल मनाया गया। दुबई और मॉस्को में लोगों ने सड़कों पर गीत-संगीत और
जश्न के साथ नए साल का स्वागत किया।
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