मसूद की टिप्पणी पार्टी की
विचाराधारा के विरुद्ध: राहुल
(सचिन धीमान/अनेशा वर्मा)
सहारनपुर/गाजियाबाद (साई)। कांग्रेस
प्रत्याशी इमरान मसूद की पत्नी के साथ मंच साझा करते हुए राहुल गांधी ने उनके
भाजपा के प्रधानमंत्री प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी के खिलाफ अपशब्दों को नकार दिया और
कहा कि यह पार्टी की विचारधारा के विरुद्ध है। सहारनपुर में एक रैली को संबोधित
करते हुए राहुल ने कहा कि मसूद को इस तरह के कठोर शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना
चाहिए था क्योंकि कांग्रेस विपक्ष की तरह क्रोध की राजनीति नहीं करती है।
मसूद की गिरफ्तारी के कुछ समय बाद
पार्टी नेताओं ने कहा कि राहुल सहारनपुर में अपनी निर्धारित रैली को संबोधित नहीं
करेंगे। बहरहाल, गाजियाबाद की जनसभा के बाद राहुल
सहारनपुर की रैली में गये जहां उनकी मसूद की पत्नी भेंट शाइमा से हुई। रैली को
संबोधित करते हुए शाइमा ने कहा कि उनके पति को गलत आरोपों के आधार पर फंसाया जा
रहा है।
रैली में शाइमा ने अपने को लोगों की
बेटी और बहु करार देते हुए कहा कि वह अपने बच्चों के साथ उनका आशीर्वाद लेने आई
है। राहुल के साथ शाइमा का मंच पर आना महत्वपूर्ण है क्योंकि मसूद के खिलाफ पुलिस
मामले के चलते कांग्रेस को इस सीट पर अपना उम्मीदवार बदलना पड़ सकता है।
इससे पूर्व राहुल ने गाजियाबाद में
कहा कि इमरान की टिप्पणी पार्टी की विचारधारा के विरुद्ध है। राहुल ने वहां कहा कि
उन्हें विपक्ष के नेता के प्रति ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था। मैं
पूरे देश से कहना चाहता हूं कि विपक्ष के नेताओं में से एक के खिलाफ इस्तेमाल किए
गए शब्द हमारी विचारधारा नहीं है।
राहुल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी
हिन्दू, मुस्लिम, सिख एवं ईसाइयों
की पार्टी है। हम नाराज नहीं होते। हम अपना काम शांतिपूर्वक एवं प्रेम से करते
हैं। सहारनपुर में कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की राजनीति सभी को साथ
लेकर चलने की है तभी राष्ट्र का निर्माण किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आप को
विपक्ष के लोगों के बारे में समक्षने की जरूरत है। वे क्रोध की राजनीति करते हैं।
हमें क्रोध की नहीं बल्कि प्यार एवं सम्मान की राजनीति करनी चाहिए। हमें क्रोध की
राजनीति से लड़ने और उसे पराजित करने की जरूरत है। आप देख लेना कि हम प्यार से
क्रोध की राजनीति को परास्त कर देंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें