सोमवार, 31 मार्च 2014

मचने लगा पानी का हाहाकार!


मचने लगा पानी का हाहाकार!

(अखिलेश दुबे)

सिवनी (साई)। गर्मी की दस्तक के साथ ही जिला मुख्यालय में पानी के संकट की चिरपरिचित शुरूआत हो चुकी है। अनेक वार्डों में एक सप्ताह से नियमित तौर पर नल नहीं आने से हाहाकार मचा हुआ है। नपुंसक नगर पालिका प्रशासन की मदमस्त चाल देखकर लग रहा है, मानो गर्मी के मौसम में पानी का संकट और अधिक गहरा सकता है।
पिछले एक सप्ताह से मौसम में घुली ठण्ड एकाएक गायब हो चुकी है। अब भगवान भास्कर का रौद्र रूप सबके सामने आता जा रहा है। अपरान्ह ग्यारह बजते ही लोगों के कण्ठ सूखने आरंभ हो जाते हैं। लोगों के घरों में कूलर की आवाज सुनाई देने लगी है। इसके साथ ही साथ नगर पालिका प्रशासन के नकारेपन के चलते पानी का संकट भी तेजी से गहराने लगा है।
जिले के अनेक वार्ड ऐसे हैं जहां पानी का संकट साफ तौर पर दिखाई दे रहा है। नगर के विवेकानन्द वार्ड, अकबर वार्ड, शास्त्री वार्ड सहित अनेक हिस्सों में पानी का संकट तेजी से गहराने लगा है। आलम यह है कि अनेक घरों में दो-दो नल कनेक्शन होने के बाद भी पानी की एक बूंद भी उन्हें नसीब नहीं हो पा रही है।
शहर में बाहुबली चौराहे से सर्किट हाउस मार्ग पर लगे एक सार्वजनिक नल ने तो एक सप्ताह से पानी ही नहीं उगला है जिससे यहां आसपास के दुकानदारों का जीना मुहाल हो रहा है। दुकानदार दूर-दूर जाकर पीने का पानी लेकर आ रहे हैं। नगर पालिका के पार्षद भी अपने-अपने वार्ड की सुध तक नहीं ले रहे हैं।
लोगों का मानना है कि अभी तो गर्मी का आगाज़ हुआ है। जैसे-जैसे गर्मी की तपन तेज होगी वैसे-वैसे पानी का संकट तेजी से बढ़ सकता है। कुछ लोगों का कहना है कि इसके पहले विधानसभा चुनाव के दौरान भी इसी तरह का संकट उत्पन्न हुआ था और अब लोकसभा चुनाव सिर पर हैं। कहीं, ऐसा तो नहीं कि यह किसी षणयंत्र के तहत किया जा रहा हो।

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