हरियाणा में अक्षय उर्जा का सदुपयोग
(मधुकर वर्मा)
गुड़गांव (साई)। अक्षय ऊर्जा का सद्पयोग करने वाला हरियाणा देश का ऐसा पहला एंव एकमात्र राज्य है जंहा सरकारी कार्याकालों मे पांच करोड़ रूप्ये की लागत से सीएलएफ और टी पांच ट्यबें लगाई गई। इसमे दो सौ छत्तीस लाख यूनिट बिजली की तथा बिजली के बिलों मे नौ करोड़ चवालीस लाख रूप्ये प्रतिवर्ष की बचत हुई है।
अक्षय ऊर्जा विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा देश का पहला एकमात्र ऐसा राज्य है कि जहंा सोलर वाटर हीटिंग सिस्टम राज्य के सरकारी तथा सरकारी उपक्रमों के भवनों मे सीएफएल के प्रयोग कृषि क्षेत्र मे चार स्टार मोटर पम्म सैट तथा आई एस आई मार्क , फुट रिफलैक्स बॉल्व का प्रयोग को अनिवार्य बनाया गया है। प्रवक्ता ने बताया कि अक्षय ऊर्जा विभाग द्वारा प्रत्येक जिले मे एक गांव का चयन किया गया है जंहा पर शत प्रतिशत घरों मे सीएफएल और टी पांच ट्यूबे लाइटे लगाई गई है।
गत पद्रह जनवरी तक ऐसै बीस गांवों को सीएफएल गांव बनाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि पंचकूला मे आठ करोड़ बानवे लाख रूप्ये की लागत से अक्षय ऊर्जा भवन का निर्माण कार्य शुरू किया गया है। प्रवक्ता ने बताया कि कृषि क्षेत्र मे नलकूप पर ऊर्जा सरंक्षणों को बढावा देने के लिए आइ एस आई।मार्क अथवा चार स्टार पम्प सैट्स का उपयोग करने वाले किसानों को चार सौ रूप्ये प्रति होर्स पॉवर की दर से पांच हजार रूप्ये तक का अनुदान दिया गया है।
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