अण्डमान ब्लेयर ने सौंपा चिदम्बरम को ज्ञापन
(पीयूष शाह)
पोर्ट ब्लेयर (साई)। केेन्द्रीय गृहमंत्री पी. चिदम्बरम ने कार निकोबार का दौरा किया। उनके साथ उपराज्यपाल लेफटीनेंट जनरल भूपेंद्र सिंह और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी थे। कार निकोबार अवाई अडडे पर आदिवासी परिषद के अध्यक्ष अबरडीन ब्लेयर और स्थानिय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने गृहमंत्री की अगवानी की।
गृहमंत्री सबसे पहले बिग लपाती गांव गए जहाँ उन्होने सुनामी स्मारक पर अद्धासुमन अर्पित किए उसके बाद गृहमंत्री ने स्मॉल लपाती गांव में कोकोनट मिशन के बागान का निरीक्षण किया। कृषि विभाग के निकोबार जिला प्रभारी संयुक्त निदेशक डॉ. घनश्याम पान्डेय ने श्री चिदम्बरम को नारियल मिशन में अपनाई गई प्रणाली के बारे में बताया।
बाद मंे गृहमंत्री ने तमालू गांव में सुनामी पीडितों के स्थाई आवास परिसर का अवलोकन किया। इसके बाद परका गांव में श्री चिदम्बरम ने आदिवासी समुदाय के प्रतिनिधियों और प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस मौके पर अबरडीन ब्लेयर ने गृहमंत्री को एक ज्ञापन सौपा।
इसमें कार निकोबार में महा विद्यालय खोलने, समुद्र के किनारे दीवार बनाने और सप्ताह में एक बार कार निकोबार से मुख्य भूमि के लिए विमान सेवा शुरू किए जाने की मांग प्रमुख है। अपने संबोधन में गृहमंत्री ने सभी मांगों पर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्हांेने कोकोनट मिशन की सफलता पर खुशी जाहिर की।
केन्द्रीय गृहमंत्री पी. चिदम्बरम ने अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में सुनामी पैकेज को पूरी तरह लागू किए जाने पर खुशी जाहिर की है। कल पोर्ट ब्लेयर में उन्होंने मीडिया को बताया कि जिन किसानों की जमीन सुनामी के दौरान खारे में डूब गई थी उन्हें मुआवजा देने के लिए सरकार पैकेज मंजूर कर चुकी है।
गृहमंत्री ने स्पष्ट किया कि खारे पानी में डूबी जमीन के बदले किसानों को जमीन नहीं दी जा सकती, क्योंकि द्वीपसमूह में नब्बे प्रतिशत भू-भाग वन क्षेत्र के अंतर्गत है। उन्होंने कहा कि नौ लाख रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा प्रदान करने का पैकेज सरकार स्वीकृत कर चुकी है और इसे प्रभावित किसान अब प्राप्त कर सकते हैं। श्री चिदम्बरम ने बताया कि सुनामी पैकेज के तहत द्वीपसमूह में नौ हजार से अधिक स्थाई आवास, पचासी स्कूल, चौंतीस अस्पताल, चालीस आंगनवाड़ी और पचास से अधिक जेट्टीयों का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है।
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