शीतलहर ने फिर किया ठुठरने पर मजबूर
(शरद खरे)
नई दिल्ली (साई)। फरवरी का पहला पखवाड़ा समाप्ति की ओर अग्रसर है, वहीं दूसरी ओर ठंड अपना असर जमकर दिखा रही है। समूचे देश में हाड़ गलाने वाली ठण्ड से लोगों का जीना दूभर हो गया है। मौसम विभाग ने उत्तर भारत के पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात और बारिश की संभावना जताते हुए कहा है कि मौसम एक बार फिर करवट बदल सकता है।
हिमाचल, उत्ताराखंड और जम्मू-कश्मीर पश्चिमी विक्षोभ की चपेट में आ सकते हैं। उत्तार प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में शुक्रवार को तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया। दिल्ली में न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री सेल्सियस रहा। हिमाचल प्रदेश और उत्ताराखंड के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान शून्य के आसपास बना हुआ है।
मौसम विभाग के अनुसार हिमाचल प्रदेश में शनिवार से ऊंची चोटियों पर हिमपात हो सकता है। साथ ही कई निचले इलाकों में बारिश भी हो सकती है। 12 फरवरी को प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है। प्रदेश में शुक्रवार को सबसे कम केलंग का तापमान शून्य से 16.9 डिग्री नीचे दर्ज किया गया।
उत्ताराखंड के उत्तारकाशी में बर्फबारी के कारण 48 घंटे से बंद यमुनोत्री हाइवे शुक्रवार को खुल गया। कड़ाके की सर्दी झेल रहे जम्मू-कश्मीर में कई इलाकों में शुक्रवार को फिर से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। प्रदेश में सोमवार व मंगलवार को बारिश होने के भी आसार हैं। जम्मू में न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जबकि कश्मीर के कई हिस्सों में पारा जमाव बिंदु से नीचे बना रहा।
हरियाणा के अधिकतर हिस्सों, पंजाब, और उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में शीतलहर जारी है। पूरे राजस्थान में मौसम से सामान्य से नीचे बना हुआ है। पंजाब के अमृतसर में न्यूनतम तापमान 1.8 डिग्री रहा, जबकि हरियाणा के नारनौल का तापमान 1.5 डिग्री नीचे तक दर्ज किया गया। राजस्थान में चुरू शून्य से तीन डिग्री नीचे रहकर राज्य का सबसे ठंडा स्थान बना हुआ है।
उधर, राजधानी दिल्ली के लोगों को शुक्रवार को भी ठंड से राहत नहीं मिली। न्यूनतम तापमान में कुछ बढ़त हुई लेकिन अब भी यह सामान्य से कम है। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को अधिकतम तापमान 20.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री कम है। वहीं, न्यूनतम तापमान बृहस्पतिवार के चार डिग्री सेल्सियस के मुकाबले दो डिग्री अधिक 6.4 दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री कम है।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों से दिल्लीवासियों को सर्द हवाओं के चलते ठिठुरन का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने शनिवार सुबह हल्का कोहरा छाए रहने की संभावना जताई है। वहीं, अधिकतम तापमान 22 डिग्री और न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है।
कड़ाके की सर्दी झेल रहे जम्मू-कश्मीर से समाचार एजेंसी आफ इंडिया के संवाददाता विनोद नेगी ने बताया कि सूबेे में मौसम के मिजाज फिर कड़क हो सकते हैं। ताजा पश्चिमी विक्षोभ के चलते रविवार को मौसम बिगड़ने की संभावना व्यक्त की जा रही है। इसके साथ ही सोमवार व मंगलवार को बारिश होने के भी आसार हैं।
मौसम विभाग की जारी चेतावनी के अनुसार रविवार दोपहर के बाद राज्य में ताजा पश्चिमी विक्षोभ का असर पड़ सकता है। इसके कारण आसमान में बादल छाने के साथ सोमवार-मंगलवार को बारिश व कुछ ऊपरी पहाड़ी क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी की संभावना जताई जा रही है। दिन के अधिकतम तापमान में तीन डिग्री तक की गिरावट दर्ज हो सकती है। अगले पांच दिनों में जम्मू का अधिकतम तापमान एक बार फिर से 15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है जबकि न्यूनतम तापमान के पांच डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार जम्मू में शनिवार व रविवार को दिन का अधिकतम तापमान 19 व न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। सोमवार को हल्की बारिश के बीच अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस और मंगलवार को भी हल्की बारिश के बीच अधिकतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। बुधवार को अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। इस बीच शुक्रवार को दिन का अधिकतम तापमान 18.3 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। शुक्रवार को दिन में अच्छी धूप खिली थी, लेकिन सुबह व शाम को शीत लहरों का प्रकोप जारी रहा।
शिमला से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया ब्यूरो स्वाती सिंह ने बताया कि प्रदेश में दो दिन धूप खिलने के बाद शनिवार से मौसम फिर करवट ले सकता है। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार से प्रदेश की ऊंची चोटियों में हिमपात हो सकता है, जबकि मध्यम ऊंचाई वाले व मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना है।
शुक्रवार को ऊपरी शिमला के सभी मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए खुल गए, जिसके बाद यहां के लोगों ने राहत की सांस ली है। शिमला-नारकंडा, शिमला-चौपाल व शिमला-रोहड़ू मार्ग पर शुक्रवार दोपहर बाद वाहनों की आवाजाही सुचारू रूप से रही। दो दिन पूर्व हिमपात के बाद यह मार्ग वाहनों के लिए बंद पड़े थे। मौसम विभाग की मानें तो 12 को प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिस वजह से 14 फरवरी तक बारिश और हिमपात का सिलसिला फिर शुरू हो जाएगा। प्रदेश में शुक्रवार को केलंग का तापमान सबसे कम माइनस 16.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जबकि अधिकतम तापमान ऊना का 19.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बादल होने की वजह से 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी की जाएगी। हिमाचल प्रदेश प्रदेश भर में आज लोगों ने खिली धूप का आनन्द लिया जबकि बर्फीले क्षेत्रों में अभी भी जनजीवन पूरी तरहसे सामान्य नहीं हो पाया है। प्रदेश में अभी भी सुबह और शाम कड़ाके की ठण्ड पड़ रही है। शिमला में सुबह और शाम का तापमान शून्य से नीचे चल रहा है।
देहरादून से साई ब्यूरो अर्जुन कुमार ने बताया कि तीन दिन पूर्व जौनसार-बावर के ऊंचे इलाकों में हुई बर्फबारी से मुख्य मार्ग समेत आधा दर्जन संपर्क मार्ग अवरुद्ध हो गए। इससे पांच दर्जन से अधिक गांवों का सड़क संपर्क अन्य क्षेत्रों से कट गया है। आवागमन बाधित होने से लोगों के काम प्रभावित हो रहे हैं। लोनिवि अधिकारियों का कहना है कि बाधित मार्गाे को खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। जौनसार-बावर में इस बार हुई भारी बर्फबारी से जन जीवन अस्त-व्यस्त है। बर्फबारी के चलते मुख्य मार्ग त्यूणी-चकराता, चकराता-मसूरी, कथियान-दारागाड़, लोखंडी-पीपारा-मीनस, सिलीगाड़-कुनैन समेत आधा दर्जन संपर्क मार्ग पिछले तीन दिनों से अवरुद्ध हैं। हिमपात से बाधित इन मार्गाे के चलते जाड़ी, मुंगाड़, लोहारी, कोटी-कनसार, शिली, रोटा, कुनवा, पिंगुवा, रजाणू, त्यूना, सावड़ा, भंद्रौली, जबराड़, अमराड़, कुनैन, सैंज, बुल्हाड़ समेत पांच दर्जन से अधिक गांवों का सड़क संपर्क तहसील व जिला मुख्यालय से कट गया है। इससे लोगों के कई कामकाज ठप हैं। डांडों पर बसे लोग घरेलू उपयोग की जरूरी चीजें खरीदने को बाजार तक नहीं जा पा रहे हैं। उधर, लोनिवि चकराता के अधिशासी अभियंता नवनीत पांडे ने कहा कि विभाग बर्फबारी से अवरुद्ध मार्गाे को खोलने के लिए प्रयास कर रहा है।
मध्य प्रदेश से साई ब्यूरो नंद किशोर ने बताया कि प्रदेश के इन्दौर, भोपाल, होशंगाबाद, रीवा, सागर, जबलपुर और शहडोल संभागों में आने वाले चौबीस घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस या उससे कम रहने की संभावना है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पिछले चौबीस घंटों के दौरान राज्य के सभी संभागों में मध्यम से तीव्र शीत-लहर का असर रहा। सबसे कम तापमान दो डिग्री सेल्सियस दमोह में दर्ज किया गया है। शिवपुरी और मंडला से साई संवाददाता ने बताया है कि जिले में पड़ रही कड़ाके की ठंड के चलते आम जन-जीवन प्रभावित हुआ है। भोपाल और उसके आसपास के क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
जयपुर से साई ब्यूरो शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि राज्यभर में कड़ाके की सर्दी से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर शीतलहर की स्थिति बनी हुई है। कई इलाकों में पाला पड़ने से फसलों को नुकसान पहुंचने की खबर मिली है। पाली जिले में तेज़ सर्दी के कारण स्कूलों में शुक्रवार से दो दिन की छुट्टी घोषित कर दी गई है। झालावाड़ जिले में धनिये की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। नागौर में भी ठंडी हवाओं ने सर्दी का असर और बढा दिया है। चूरू में तापमान शून्य से दशमलव तीन डिग्री नीचे पहुूंच गया है। हमारे संवाददाता के अनुसार जिलेभर में भीषण सर्दी से सामान्य जनजीवन पर विपरीत असर पड़ रहा है। श्रीगंगानगर में न्यूनतम तापमान एक दशमलव तीन, जयपुर, पिलानी, वनस्थली, चित्तौड़गढ और सवाईमाधोपुर में भी तापमान चार डिग्री सैल्सियस से नीचे दर्ज किए गए। मौसम विभाग ने राज्य में रात के तापमान में गिरावट और सर्द हवाओं के कारण कुछ हिस्सों में पाला पड़ने की चेतावनी दी है।
इसके साथ ही साथ भूकंप के झटके भी महसूस किए गए हैं। हिमाचल प्रदेश साई ब्यूरो ने बताया कि वहां में कल रात 12 बजकर 48 मिनट पर भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। भूकंप संवेदी केन्द्र धर्मशाला के अनुसार रियक्टर पैमानों पर चार दशमलव पांच की तीव्रता वाले इस भूकंप का केन्द्र भरमौर के उत्तर -दक्षिणी क्षेत्र में था। भूकंप से किसी जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है।
उधर चंडीगढ़ से साई ब्यूरो ने बताया कि पिछली रात आधी रात के बाद 12 बजकर 47 मिनट पर उŸारी भारत के कई राज्यों मे भूकंप के झटके महसूस किये गये। सामाचारो के अनुसार रिक्टर स्केल पैमाने पर 5 दषमलव 1 तीव्रता वाले इस भूकंप का केन्द्र देहरादून से 78 किलोमीटर दूर उत्तर काषी जिले मे बताया गया है।कही से भी जानमाल के नुकसान का समाचार नहीं है। यह झटके चंडीगढ़ समेत पंजाब, हरियाणा और कई जगहों मे महसूस किए गए।
उत्तरकाशी जिले से साई ब्यूरो ने बताया कि वहां बीती रात करीब बारह बजकर सैंतालीस मिनट पर भूकम्प के झटके महसूस किए गए, जिससे कुछ लोगों में थोड़ी देर के लिए दहषत फैल गई। मौसम विभाग के निदेषक आनन्द शर्मा ने बताया कि रिक्टर स्केल पर भूकम्प का परिमाण करीब पांच आंका गया है। इस बीच, भूकम्प के हल्के झटके से कहीं से किसी प्रकार की जानमाल की क्षति की सूचना नहीं है।
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