शनिवार, 11 फ़रवरी 2012

सर मुंडाते ही ओले पड़े पचौरी के


बजट तक शायद चलें मनमोहन. . . 84

सर मुंडाते ही ओले पड़े पचौरी के

पूनम पांडे ने की पचौरी की नींद हराम



(लिमटी खरे)

नई दिल्ली (साई)। भारत गणराज्य के वज़ीरे आज़म डॉ.मनमोहन सिंह के नए मीडिया सलाहकार पंकज पचौरी को अपने पहले कदम पर ही परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रधानमंत्री को ट्विटर पर लाने के साथ ही पचौरी की पेशानी पर पसीने की बूंदे तब दिखाई दीं जब माडल अभिनेत्री पूनम पांडे ने बिकनी पहली अपनी अर्धनग्न फोटो के साथ प्रधानमंत्री का स्वागत किया।
पीएमओ के सूत्रों का कहना है कि जैसे ही यह बात पचौरी के संज्ञान में आई वे बुरी तरह हड़बड़ा गए। घबराए पचौरी ने अखबार विशेषकर आंग्ल भाषा के समाचार पत्रों के कार्यालयों में ताबड़तोफ फोन लगाकर संपर्क स्थापित किया और इस फोटो को न छापने का आग्रह किया।
सूत्रो ने यह भी कहा कि कांग्रेस मानसिकता वाले एक अखबार से पचौरी ने इस खबर को न छापने की मिन्नत की। पहले उक्त समाचार पत्र के संपादक ने इसके लिए अपनी सहमति दे दी किन्तु जब बाद में उन पर उपर से दबाव बढ़ा तो उन्हें मजबूरी में पूनम पांडे की उक्त बिकनी वाली खबर को अपने अखबार में स्थान देना ही पड़ा।
सूत्रों ने संकेत दिए कि हरीश खरे के मुकाबले पंकज पचौरी बेहद ही कमजोर साबित हो रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि एक वरिष्ठ पत्रकार से जब पचौरी ने कहा कि सेना प्रमुख के मसले में मनमोहन सिंह का नाम दूर रखा जाए। इस पर उक्त पत्रकार ने पलटते ही आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि क्या सेना प्रमुख वाले मामले में प्रधानमंत्री का भी कोई रोल है? यह बात पुलक चटर्जी के संज्ञान में ला दी गई है। अब पुलक चटर्जी भी सोच रहे होंगे कि पंकज पचौरी द्वारा प्रधानमंत्री की खाल बचाने का काम किया जा रहा है या फिर उन्हें उलझाने का जतन किया जा रहा है।

(क्रमशः जारी)

कोई टिप्पणी नहीं: