अटारी में खुली चौकी
(शरद खरे)
अटारी (साई)। भारत और पाकिस्तान के बीच पहली एकीकृत चौकी - आई.पी.सी शुक्रवार से पंजाब में अटारी सीमा पर खोल दी गयी है। गृहमंत्री पी चिदम्बरम ने कल शाम अटारी सीमा पर इस चौकी का उद्घाटन करते हुए कहा कि इससे दोनों देशों के बीच व्यापार सुविधा और लोगों का आपसी सम्पर्क मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के लिए उदार वीज व्यवस्था को अंतिम रूप दे दिया है। श्री चिदम्बरम ने आशा व्यक्त की कि पाकिस्तान भी जल्द ही ऐसा करेगा।
चिदंबरम ने कहा कि सरकार ने नई उदार वीजा व्यवस्था को मंजर किया है। उन्हंे पाकिस्तान के गृहमंत्री रहमान मलिक ने बताया कि जल्दी ही पाकिस्तान भी नई वीजा व्यवस्था को मंजरी देगा। उन्होंने कहा कि वे उस दिन के इंतजर में हैं, जब दोनों देशों के प्रतिनिधि इस नई उदार वीज व्यवस्था पर हस्ताक्षर करेंगे और इस नई वीजा व्यवस्था पर संचालन शुरू होगा।
श्री चिदम्बरम ने कहा कि एकीकृत चौकी से दोनों देशों के बीच सुचारू व्यापार सुविधाएं होगीं और लोगों के बीच आपसी सम्पर्क बढेगा। उन्होंने पाकिस्तान के लोगों से अपील की कि वे इस नई एकीकृत चौकी और उसकी सुविधाओं का इस्तेमाल करे। एकीकृत चौकी का उद्घाटन दोनों देशों के वाणिज्य और गृहमंत्रियों ने किया । दोनों देशों के पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ, एक व्यापार शिष्टमंडल के साथ वाघा सीमा पार कर आज भारत आए। वे, एक सौ पचास करोड़ रूपये की लागत से बनी नई सीमा चौकी के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए। सौ एकड़ जमीन पर बनी इस सीमा चौकी में पूरे कन्टेनर को स्कैन करने वाले अत्याधुनिक उपकरण लगाए गए हैं। नई सीमा चौकी पूरी तरह व्यापार के उद्देश्य से बनाई गई है और इससे वाघा सीमा चौकी पर भीड़ कम होने की संभावना है। यह भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार संबंधों को सामान्य बनाने के उपायों का हिस्सा है।
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