नेताजी की ओर से फिक्रमंद नहीं है कांग्रेस
पीएम और प्रजीडेंट नहीं बन सकते मुलायम!
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली (साई)। देश को सबसे अधिक वज़ीरे आज़म देने वाले उत्तर प्रदेश सूबे में एक बार फिर तहलका मचाने वाले समाजवादी क्षेत्रप मुलायम सिंह यादव की तरफ से कांग्रेस के रणनीतिकार निश्चिंत ही नजर आ रहे हैं। भले ही मुलायम के करीबी नेताजी को प्रधानमंत्री बनवाने के सपने देख रहे हों पर कांग्रेस इस मामले में बेहद सुकून में नजर आ रही है।
उत्तर प्रदेश पर अपना जादू दिखाने के बाद उमर दराज हो चुके मुलायम सिंह यादव की नजरें दिल्ली के तख्त पर जा टिकी हैं। मुलामय सिंह के करीबी सूत्रों का कहना है कि मुलायम सिंह चाह रहे हैं कि जल्द से जल्द उनका आशियाना 7, रेसकोर्स रोड यानी प्रधानमंत्री बन जाए। इसके बाद वे अपना सारा राजपाट समाजवादी पार्टी के नवोदित युवराज अखिलेश को सौंपक वानप्रस्थ आश्रम की ओर कूच कर जाएंगे।
उधर, कांग्रेस के अंदरखाते से छन छन कर बाहर आ रही खबरों पर अगर यकीन किया जाए तो कांग्रेस इस मामले में अपने आप को बेहद ही कंफरटेबल पोजीशन में पा रही है। कांग्रेस के अंदरखाने में यह चर्चा तेज हो गई है कि सीनियर नेताजी यानी मुलायम सिंह यादव ना तो प्रधानमंत्री बन सकते हैं और ना ही महामहिम राष्ट्रपति ही। कांग्रेसी इस कदर निश्चिंत हैं कि सीनियर नेताजी चाहकर भी उपराष्ट्रपति भी नहीं बन पाएंगे।
इसके पीछे जो दलील दी जा रही है वह यह है कि चूंकि सीनियर नेताजी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला चल रहा है अतः वे संवैधानिक पद ग्रहण ही नहीं कर सकते हैं। कांग्रेस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर कहा कि अगर सीनियर नेताजी ने कांग्रेस को आंख दिखाई तो सरकार के इशारे पर सीबीआई द्वारा सीनियर नेताजी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला आरंभ किया जा सकता है।
उक्त पदाधिकारी के अनुसार होने को तो कांग्र्रेस के शासनकाल में कुछ भी हो सकता है। नियमों को शिथिल कर या नियमों को बलाए ताक रख कांग्रेस कुछ भी कर सकती है। पर इस मर्तबा यह हवाला दिया जा रहा है कि जब जाफर शरीफ साउदी अरब में राजदूत थे तब वे राज्यपाल भी नहीं बन पाए क्योंकि उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने का मामला चल रहा था, फिर मुलायम किस खेत की मूली हैं।
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