0 घंसौर को झुलसाने की तैयारी पूरी . .
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मिट्टी खुदाई में
हो रहे ठेकेदार मालामाल!
अधिकारी ठेकेदार मिलकर लगा रहे प्रबंधन को
चूना
(शिवेश नामदेव)
सिवनी (साई)। देश
के मशहूर उद्योगपति गौतम थापर के स्वामित्व वाले अवंथा समूह के सहयोगी प्रतिष्ठान
मेसर्स झाबुआ पावर लिमिटेड द्वारा मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के छटवीं सूची में अधिसूचित
आदिवासी बाहुल्य घंसौर विकास खण्ड के ग्राम बरेला में स्थापित किए जाने वाले 1260 मेगावाट के कोल
आधारित पावर प्लांट में अधिकारी और ठेकेदार मिलकर संयंत्र के मालिकों को जमकर चूना
लगा रहे हैं।
संयंत्र के
विश्वनीय सूत्रों का कहना है कि संयंत्र के तत्कालीन महाप्रबंधक श्री मिश्रा
द्वारा मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के जबलपुर स्थित कार्यालय में पदस्थ
अधिकारियों और खनिज विभाग तथा जिला प्रशासन की मिली भगत से बिना अनुमति के बीस लाख
क्यूबिक मीटर मिट्टी का खनन कर लिया गया था।
सूत्रों ने कहा कि
घंसौर के एक नेता नुमा ठेकेदार से डरकर संयंत्र प्रबंधन द्वारा उक्त ठेकेदार के
पक्ष मेें अनाप शनाप बिल बनवाए जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो एक दिन में पंद्रह
सौ क्यूबिक मीटर मिट्टी से ज्यादा की खुदाई नहीं की जा सकती है पर उक्त नेता नुमा
ठेकेदार के दबाव में आकर संयंत्र का मौके पर उपस्थित प्रबंधन और अन्य स्टाफ द्वारा
एक एक दिन में छः हजार क्यूबिक मीटर से ज्यादा मिट्टी का उत्तखनन दर्शाकर संयंत्र
के मालिक गौतम थापर को जमकर चूना लगाया जा रहा है।
चर्चा है कि मेसर्स
झाबुआ पावर लिमिटेड द्वारा किए जाने वाले अवैध उत्तखनन के मामले में आदिवासी
किसानों, ग्रामीणों
और जागरूक नागरिकों ने जिला प्रशासन सहित मुख्यमंत्री से शिकायत की थी। विडम्बना
ही कही जाएगी कि प्रशासन ने तो इस मामले में चुप्पी साधे रखी है, किन्तु मुख्यमंत्री
के पास से आई शिकायतों को लंबे समय तक दबाकर रखने के बाद उन्हें अग्रिम कार्यवाही
के लिए प्रदूषण नियंत्रण मण्डल को भेज दिया गया है, जहां आज भी ये
लंबित हैं।
(क्रमशः जारी)
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