दुगनी उमर और
दागियों से घिरे अखिलेश
(शरद खरे)
नई दिल्ली (साई)।
भले ही उत्तर प्रदेश के सबसे युवा चीफ मिनिस्टर होने का ताज अखिलेश यादव के सर हो
गया हो, पर सच्चाई
यह है कि वे आज भी उमर दराज और दागी मंत्रियों से पूरी तरह घिरे हुए हैं जिससे
राज्य की कानून व्यवस्था और अन्य मामलों में कोई सुधार परिलक्षित ही नहीं हो रहा
है। कैबनेट में वयोवृद्ध और दागियों की खासी फौज को लेकर चलने वाले अखिलेश भी काम
करने में शायद खुद को असहज महसूस कर रहे होंगे।
अखिलेश यादव की
कैबनेट में शामिल 52 में से 28 मंत्री पूरी तरह
दागी हैं। इनमें राजा भैया, बलराम यादव, पारसनाथ, महमूद अली, मूल चंद चौहान जैसे
नेता शामिल हैं, जिनके
खिलाफ संगीन मामले दर्ज और लंबित हैं। इनमें से अधिकांश समय जेल में रहे राजा भैया
को जेल विभाग सौंपकर अखिलेश यादव ने सूबे को पता नहीं क्या संदेश देना चाहा है।
सपा के कथित युवा
तुर्क अखिलेश की कैबनेट में शामिल 32 मंत्रियों की आयु 65 साल से अधिक है। 38 साल के अखिलेश के
अधीन काम करने वाले सूबे के कृषि मंत्री आनंद सिंह 84 साल के हैं जो
अखिलेश के दादा की उमर के हैं। मजे की बात तो यह है कि अनंद सिंह की आयु अखिलेश की
आयु से लगभग ढाई गुना अधिक है।
अखिलेश के साथ काम
करने वालों में सत्तर बसंत देख चुके मंत्रियों की फेहरिस्त में कामेश्वर उपध्याय, अहमद हसद, दुर्गा चरण यादव, शिव कुमार बेरिया
आदि के नाम शामिल हैं। इन बातों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि मुलायम सिंह यादव
ने राज्य में समाजवादी पार्टी का परचम लहराने के बाद अपेक्षाकृत युवा कांधों में
किस तरह राज्य की बागडोर सौंपी है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें