शनिवार, 16 जून 2012

सावधान! दुर्लभ कालसर्प योग के लिए रहें तैयार!


सावधान! दुर्लभ कालसर्प योग के लिए रहें तैयार!

(पंडित विजय शास्त्री)

नई दिल्ली (साई)। क्रूर ग्रहों में शामिल पर न्याय के देवता शनिदेव की चाल अब बदलने वाली है। राहु और केतु अब सारे ग्रहों को अपने अंदर समेटकर काल सर्पयोग बना रहे हैं। यह काल सर्पयोग सैकड़ों साल बाद बन रहा है इसलिए इसे दुर्लभ माना जा रहा है। यह कालसर्प योग शुभ और अशुभ दोनों ही फल देगा।
शनिवार, 16 जून की रात 10 बजे सारे ग्रह राहु और केतु के बीच में आ जाएंगे। जिससे सैकड़ों साल बाद दुर्लभ कालसर्प योग बनेगा। ग्रहों की यह स्थिति 1 जुलाई तक रहेगी। इसी दौरान 26 जून को शनि भी अपनी चाल बदलेगा। ये घटना बहुत ही दुर्लभ है। पिछले 100 से अधिक सालों में ऐसा देखने में नहीं आया कि शनिवार को शुरू होने वाले कालसर्प योग के चलते शनि ने अपनी चाल बदली हो। कालसर्प योग खत्म होने के कुछ ही दिनों पहले शनि सीधा होगा। कालसर्प के इन 15 दिनों में से 10 दिन तो शनि टेढ़ा ही चलेगा। जो कि अशुभ फल देने वाला रहेगा।
राहु और केतु के कारण कालसर्प योग बनता है। राहु और केतु शनि के दोनों हाथ है। शनि किसी को भी कर्माे का फल देता है तो राहु और केतु के द्वारा ही देता है। शनिवार को ही राहु और केतु के कालसर्प योग बनने और वक्री शनि के चाल बदलने के कारण ये घटना बहुत बड़ी और असरदार रहेगी।
देश प्रदेश और विदेश में काल सर्प योग का व्यापक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। राहु-केतु परेशानियां और दुर्घटनाओं के कारक होते हैं। वर्तमान में देश-दुनिया के स्तर पर देखा जाए तो कर्काेटक नाम का कालसर्प दोष बन रहा है जो बहुत अशुभ माना जाता है। भारत की कुंडली और राशि के अनुसार देखा जाए तो तक्षक नाम का कालसर्प योग बन रहा है। देश-दुनिया में कई बड़े बदलाव होने के योग बनेंगे।
राहु-केतु रेल दुर्घटना या कोई बड़ी दुर्घटना की ओर इशारा कर रहे हैं। इस कालसर्प में देश-दुनिया में कहीं कोई प्राकृतिक आपदाएं आने के योग बन रहे हैं। राहु मुख्य रूप से भूकंप का कारक भी होता है। भारत के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों में तेज बारिश होने के योग हैं। कालसर्प और शनि की चाल बदलने से महत्वपूर्ण पदाधिकारियों के संबंध में षडय़ंत्र या कुछ गोपनीय बातें सामने आने के योग बन रहे हैं। भ्रष्टाचार आम जनता के सामने आएगा। आम जनता का केंद्र सरकार पर विश्वास और कम हो जाएगा। बड़े संत-महात्माओं के कारण धर्म और आस्थाओं को ठेस पहुंचेगी। सीमा रेखा पर तनाव होने के योग बन रहे हैं। अपने देश की सीमाओं से जुड़ें राष्ट्रों में भी तनाव की स्थिति पैदा होगी।
राहु खनिज और भूमिगत चीजों का कारक है इसलिए खनिज वस्तुओं में तेजी आएगी। सोना-चांदी में कुछ तेजी के साथ गिरावट आना संभव है। शेयर बाजार की स्थिति भी असामान्य रहेगी। इस समय में जनता के संबंध में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे। सरकार के सहयोग से कोई बिल या विधेयक पास होगा जो आने वाले समय में जनता के लिए प्रभावशाली रहेगा। टेलीकॉम सेक्टर में भी बड़े बदलाव होने के योग बन रहे हैं।
गौरतलब है कि सौर मंडल में सात ग्रह है। सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि इसके अलावा दो छाया ग्रह है राहु और केतु। ज्योतिष की भाषा में राहु को सांप का मुंह माना जाता है और केतु को सांप की पूंछ। किसी भी व्यक्ति की जन्मकुंडली में जब राहु-केतु के बीच में सारे ग्रह आ जाते हैं तो वह कुंडली कालसर्प दोष से ग्रस्त मानी जाती है। काल सर्प दोष अनिर्णय या असमंजस की स्थिति पैदा करता है। इससे पीड़ित व्यक्ति महत्वपूर्ण मौकों पर निर्णय लेते समय गफलत की स्थिति में आ जाता है और इससे उसका नुकसान हो जाता है।
काल का अर्थ समय और सर्प का मतलब ग्यारह रुद्रों को माना जाता है, विभिन्न लोगों ने अपने अपने विवेक और बुद्धि से कालसर्प योगों की व्याख्या की है, लेकिन भूतडामर तंत्र के अनुसार कालसर्प का पूरा ब्यौरा भगवान रुद्र (शिव) के प्रति ही माना गया है,  इस प्रकार का दोष ही भगवान शिव के द्वारा अभिशापित माना जाता है, जिस प्राणी को जो सजा देनी होती है उसे उसी के अनुसार कालसर्प दोष होता है। कुछ विद्वानों ने कुंडली के पहले भाव को विष्णु और बाकि ग्यारह भावों को एकादश रूद्र का रूप माना है। ग्यारह रूद्रों के नामों के अनुसार कालसर्प दोषों को बांटा गया है।
कुंडली में खास तौर से बारह तरह के कालसर्प दोष बताए गए हैं। मतभेद के अनुसार कुछ विद्वानों के मतानुसार कालसर्प 3456 प्रकार के होते हैं। इनमें से कर्काेटक, विषधर, घातक और शंखचूड यह सबसे दुष्प्रभावी कालसर्प योग होते हैं। बाकी के कालसर्प योग कम नुकसान दायक होते है। इनका पूजन पाठ कराने से ये शांत हो जाते हैं। कालसर्प दोष जिस व्यक्ति को होता है। वह हमेशा असमंजस में रहता है तथा कोई कार्य ठीक ढंग़ से नही कर पाता हमेशा भयग्रस्त रहता है। कुछ विद्वानों ने रूद्र और नाग लोक के नागों के नाम पर कालसर्प योग के नाम बताए है।
1. विष्णु अथवा अनन्त, 2. अजैकपाद अथवा कुलिक, 3. अहिर्बुन्ध अथवा वासुकि, 4. कपाली या शंखपाल, 5. हर या पद्म, 6. बहुरूप या महापद्म, 7. त्र्यम्बक या तक्षक, 8. अपाराजित या करकट, 9. वृषाकपि या शंखचूड, 10. शम्भु या घातक, 11. कपर्दी या विषधर, 12. रैवत या शेषनाग।
कालसर्प येग इन राशि वालों के लिए रहेगा शुभ- मिथुन, कन्या, धनु, मकर, कुंभ एवं मेष, वृष, कर्क, सिंह, तुला, वृश्चिक, मीन जैसी राशियों के लिए अशुभ रहने की गणना की गई है।
राशि अनुसार कालसर्पयोग का प्रभाव निम्नानुसार है:-

मेष (चु, चे, चो, ला, ली, लू, , लो, अ)-

इन दिनों कालसर्प का असर आप पर पूरी तरह रहेगा। धन के घर तक कालसर्प बनने के कारण आपको अचानक हानि हो सकती है। आर्थिक रूप से आप परेशान रहेंगे। अचानक पैसा डूबने का योग भी बनेगा। ये कालसर्प आपकी गोपनीयता भंग कर सकता है। आपकी छुपी हुई बातें सामने आ सकती हैं। अचानक यात्राओं का योग बनेगा। दुर्घटनाओं का योग भी बन रहा है। संभल कर रहें।

वृष ( इ, , , , , वि, वू, वे, वो ) -

वृष राशि वालों के लिए भी कालसर्प अशुभ फल देने वाला रहेगा। इस राशि वालों को खास तौर से सावधान रहना चाहिए। इस राशि वालों के वैवाहिक जीवन में मतभेद होने और परेशान होने के पूरे योग बनेंगे। साझेदारी के कामों में नुकसान और असफलता का सामना करना पड़ सकता है। मुंह और दांत के रोग हो सकते हैं। अचानक यात्राएं करना पड़ सकती है। इन दिनों में कभी पुराने दोस्त मिलें तो उनसे कुछ लाभ जरूर हो सकता है।

मिथुन ( का, की, कू, , ङरू, , के, को, ह )-

इस राशि वालों के लिए राहु-केतु शुभ फल देने वाले रहेंगे। यात्राओं के योग बनेंगे और उन यात्राओं से लाभ भी होगा। धन प्राप्ति के योग बन रहे हैं। धन लाभ के लिए नए रास्ते खुलेंगे। आपको इन दिनों में दुश्मनों पर विजय मिलेगी। पुराने विवाद या उलझनें जो चली आ रही हैं वो खत्म होंगे। प्रॉपर्टी से जुड़े विवाद भी सामने आ सकते हैं। इन दिनों आपकी सेहत भी अच्छी रहेगी।

कर्क ( हि, हु, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो ) -

इस राशि वालों को कालसर्प के प्रभाव से परेशान होना पड़ सकता है। आपकी संतान पर भी इसका असर होगा, संतान को कष्ट होने के योग बनेंगे। इस समय में जो भी महत्वपूर्ण काम आप करने की सोच रहे हैं वो टाल दें। राहु-केतु का असर आपके दिमाग पर पड़ेगा। दिमाग में दस तरह की सोच-विचार रहेंगे। जिनके कारण आप उलझनों में फंसे रह सकते हैं और आपके काम प्रभावित होंगे। आपकी सेहत थोड़ी नरम रहेगी। ध्यान रखें वरना बड़ी बिमारी से परेशान हो सकते हैं।

सिंह ( मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे ) -

मन और माता के घर में कालसर्प योग बनने से माता का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है साथ आपके अपना भी ध्यान रखना चाहिए। चिढ़चिढ़ापन, गुस्सा और तनाव बढ़ेगा। सिंह राशि के लोग राहु-केतु से प्रभावित रहेंगे इसलिए कोई भी नया काम शुरू करें।  आप पर राहु का असर होगा और पुराने घटनाक्रम सामने आएंगे। जिनसे आप विवाद में पड़ सकते हैं, सावधान रहें। आर्थिक हानि होने के भी योग बन रहे हैं।

कन्या ( टा, पा, पी, पू, षा, , , पे, पो ) -

आपके लिए कालसर्प योग शुभ फल देने वाला रहेगा। दोस्तों से फायदा होगा। कार्यक्षेत्र में आपकी उपयोगिता साबित होगी। आप अपनी श्रेष्ठता का परिचय देंगे। कालसर्प योग के दौरान आपके यात्राओं से लाभ होगा। नए संबंध बनेंगे। इस समय कार्यक्षेत्र में चलने वाले मुख्य काम के साथ अन्य काम करने की योजना भी बना सकते हैं। एक्स्ट्रा इनकम से आपको फायदा होने वाला है।

तुला ( रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते ) -

तुला राशि वालों को धन हानि होने के योग है। आपको पता भी नहीं चलेगा अचानक आपका पैसा कहां खर्च हो गया। अचानक धन हानि होने के योग बनेंगे। प्रतिकूल परिस्थितियां सामने आएंगी। आपके स्वभाव में बदलाव आएगा। वाणी पर संयम रखें वरना विवादों से घिर सकते हैं। आपको सबसे ज्यादा ध्यान धन संबंधित बातों में रखना चाहिए। धन जोखिम में न डालें।

वृश्चिक ( तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यूं ) -

आपके लिए कालसर्प दोष पूरी तरह अशुभ फल देने वाला ही रहेगा। इन दिनों आपको हिम्मत से काम लेना चाहिए। कालसर्प के कारण बने बनाए काम बिगड़ सकते हैं। आपकी राशि, राहु की नीच राशि है। अभी राहु अपनी नीच राशि में आ गया है इसलिए आपको स्वास्थ्य संबंधित बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। धन हानि होगी। योजनाएं असफल होने से मानसिक तनाव, द्वंद और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता ेहै।

धनु ( ये, यो, भा, भी, भू, , , , भे ) -

धनु राशि वालों को अचानक धन लाभ होने के योग बनेंगे। दूर स्थानों की यात्राओं के योग भी बन सकते हैं जिनसे आपको कोई बड़ा लाभ होगा। पुराने लोगों या पुराने दोस्तों की मदद से आपका कोई ऐसा काम पूरा हो जाएगा जिसके बारे में आपने कभी सोचा भी नहीं होगा। धन लाभ होने के ज्यादा योग बन रहे हैं। इस राशि वालों को धन, मान, प्रतिष्ठा और सम्मन मिलेगा। दुश्मनों पर विजय प्राप्त करेंगे लेकिन इस राशि के लोगों को सावधान रहना चाहिए क्योंकि कोई महत्वपूर्ण चिज खो जानें के पूरे योग बन रहे हैं।

मकर ( भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, , गी ) -

मकर राशि वालों के लिए कालसर्प योग अच्छा फल देने वाला रहेगा। इस राशि वालों को पुराने लोगों और मित्रों से सहयोग और धन लाभ होने के योग बनेंगे। छोटे समय के लिए लाभ की योजना बन रही है या बन सकती है। वाणी की चतुरता से आप अपना फायदा कर लेंगे। आपके लिए समय अनुकूल रहेगा। कार्यक्षेत्र में अपनी श्रेष्ठता साबित करेंगे।

कुंम्भ ( गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा ) -

आपकी राशि के लिए ये कालसर्प दोष कुंडली के दसवें भाव से चौथे भाव तक बनेगा। इन दिनों में आप निवास स्थान या परिवार से दूर हो सकते हैं। कार्यक्षेत्र में आचनक सफलता मिलने के योग बन रहे हैं। कालसर्प से माता-पिता का स्वास्थ्य प्रभावित होगा। इस राशि वालों को कार्यस्थल से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। पदोन्नति या स्थान परिवर्तन होगा।

मीन ( दी, दू, , , , दे, दो, चा, ची ) -

मीन राशि वालों को राहु-केतु पूरी तरह प्रभावित करेंगे। इस राशि वालों को कालसर्प के कारण पैतृक व्यवसाय में हानि हो सकती है। भूमि, भवन और सम्मत्ति के मामलों में खास तौर से सावधान रहें। मीन राशि वालों को मेहनत से और पुराने मित्रों से लाभ होने के योग है। अपने अनुभव का उपयोग करें तो शुभ परिस्थितियां बनेंगी। समय के साथ विचरों में बदलाव होगा और सफलता मिलेगी।

राशि अनुसार कालसर्प दोष उपाय

मेष-  इस राशि के लोग कालसर्प से बचने के लिए बैल को जौ खिलाएं।

वृषभ- वृष राशि के लोग किसी मंदिर या धर्म स्थल पर सफेद ध्वजा चढ़ाएं।

मिथुन- मिथुन राशि के लोग गाय को हरे मूंग खिलाएं।

कर्क- पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करें और शिवलिंग के नाग की पूजा करें।

सिंह- सिंह राशि के लोग एक मुठ्ठी जौ को गौमूत्र से धोकर लाल कपड़े में बांधे और अपने ही घर में किसी वजनदार वस्तु के नीचे दबाएं।

कन्या- इस राशि के लोग हाथी दांत से बनी कोई वस्तु हमेशा अपने पास रखें।

तुला- हनुमान जी को रक्त चंदन यानी लाल चंदन चढ़ाएं।

वृश्चिक- इस राशि के लोग गौमूत्र पिएं और गौमूत्र से स्नान भी करें।

धनु- धनु राशि वालों को इस कालसर्प योग में बहते पानी में जौ प्रवाहित करने चाहिए।

मकर- मकर राशि के लोग रूद्राभिषेक करें और खुद रूद्र पाठ भी करें तो अच्छा है।

कुंभ- रात में सिरहाने एक कटोरी दूध रखें और सुबह वो दूध कुत्ते को पीला दें।

मीन- मीन राशि के लोग मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं। या दानें डालें।

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