शुक्रवार, 15 जून 2012

गंभीर मंथन जारी है गड़करी के अंदर


गंभीर मंथन जारी है गड़करी के अंदर

(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष के बतौर दूसरी पारी हेतु ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद भाजपा के निजाम नितिन गड़करी इन दिनों गंभीर अत्म मंथन में डूबे हुए हैं। अपने पुराने सलाहकारों से इतर गड़करी नए मित्रों से विचार विमर्श में जुटे हुए हैं। इन दिनों गड़करी पार्टी की नंबर दो लाईन में बैठे नेताओं से संबंध सुधारने और चर्चाओं में लगे हुए हैं।
भाजपा के नेशनल हेडक्वार्टर 11, अशोक रोड़ के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि जल्द ही गड़करी आने वाले दिनों का रोड़मैप तय करने वाले हैं। सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि गड़करी इसके लिए मंथन में जुटे हैं। अब तक के अपने कार्यकाल में विश्वस्त, विश्वस्त होने का दिखावा करने वाले और पीठ पर घाव करने वालों की फेहरिस्त भी गड़करी तैयार करवा रहे हैं।
ज्ञातव्य है कि मुंबई अधिवेशन में गड़करी को दूसरे टर्म के लिए हरी झंडी मिलने के साथ ही गड़करी ने अब अपनी संभावित टीम पर विचार आरंभ कर दिया है। इसी दरम्यान उन्होंने सुषमा स्वराज से अकेले में पौन घंटे चर्चा भी की थी। सुषमा से गड़करी ने पार्टी चलाने के लिए सहयोग मांगा, और सामूहिक नेतृत्व में पार्टी एक नए मुकाम तक ले जाने की बात भी कही।
अभी गड़करी के सपने आकार ही नहीं ले पाए कि मोदी जोशी प्रकरण बुरी तरह सुलग चुका है। सूत्रों की मानें तो संघ के इशारे पर गड़करी के संज्ञान में लाए बिना ही एमपी बीजेपी के चीफ प्रभात झा ने परोक्ष तौर पर मोदी पर वार करना आरंभ किया है। कमल संदेश के हिन्दी संस्करण में मोदी का नाम लिए बिना जो कुछ भी प्रकाशित हुआ उससे गड़करी अचंभित हैं। बाद में उनके संज्ञान में सारी बातें लाई गईं तो उन्होंने मन ही मन सोचा होगा कि ना भाजपा बड़ी है और ना ही व्यक्ति सबसे बड़ा तो संघ ही है।
उधर गड़करी की पेशानी पर पसीने की बूंदे उस वक्त छलक आईं जब भाजपा के असंतुष्ट धड़े एक एक कर मोदी के पक्ष में लामबंद होने लगे। भले ही गड़करी ने सुषमा को साध लिया हो पर येदियुरप्पा ने मोदी की तारीफ कर सभी को चौंका दिया है तो वहीं दूसरी ओर वसुंधरा राजे भी मोदी के संपर्क में बताई जाती हैं। मध्य प्रदेश के असंतुष्ट नेता भी मोदी के झंडे के नीचे जाने की तैयारी में ही दिख रहे हैं।

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