पैसा हुआ बहुत अब
पावर चाहते हैं मुकेश अंबानी!
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली (साई)।
मीडिया के साथ ही साथ दुनिया के चौधरी अमरीका की ओर मशहूर उद्योगपति मुकेश अंबानी
की दिलचस्पी को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि उनके पास लक्ष्मी का भण्डार तो
पर्याप्त मात्रा में हो चुका है अब वे पावर की तलाश में आगे बढ़ रहे हैं। मुल्क के
सबसे दौलतमंद मुकेश अब मीडिया और दुनिया के चौधरी अमरीका की ओर देख रहे हैं।
मुकेश अंबानी के
करीबी सूत्रों का दावा है कि धनकुबेर मुकेश अंबानी ने अब मीडिया में निवेश करने के
अपने सपनों को पंख लगाना आरंभ कर दिया है। सूत्रों का कहना है कि मुकेश का मानना
है कि उनके मीडिया संस्थान को एक ट्रस्ट द्वारा संचालित किया जाएगा। इस ट्रस्ट में
देश के नामचीन पत्रकारों को भी जगह मिलना तय है।
सूत्रों ने समाचार
एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि दरअसल, मुकेश अंबानी मीडिया की ताकत से बेहतर तरीके
से वाकिफ होने के साथ ही साथ उसका बेहतरीन उपयोग करना भी जानते हैं। मुकेश अपने
मीडिया की लांचिग और उसकी पालिसीज को अंतिम रूप दे रहे हैं। मीडिया आपरेशन और
प्रिंट, वेब एवं
इलेक्ट्रानिक क्षेत्र में किस तरह से उतरा जाए इस बारे में भी विमर्श अंतिम दौर
में ही है।
सूत्रों की मानें
तो मुकेश चाहते हैं कि उनका मीडिया दो हिस्सों में बंटा रहे। पहला अंग समाचार
प्रभाग के बतौर तो दूसरा अंग मनोरंजन के लिए काम करे। इसके संचालन के लिए मुकेश
अंबानी द्वारा अमरीका में रहकर पत्रकारिता करने वाले भारतीय मूल के लोगों का
बायोडाटा खंगाला जा रहा है, ताकि अमरीका में उनके संपर्कों का लाभ उठाया
जा सके।
सूत्रों ने संकेत
दिए कि वैश्विक मंदी के दौर में जब भारत में औद्योगिक विकास कमजोर पड़ता जा रहा है, तब घपले, घोटाले, भ्रष्टाचार में
उलझे भारत में निवेश करने का मुकेश का मन नहीं दिख रहा है। उन्होंने कहा कि मुकेश
इस समय देश से बाहर विशेषकर अमरीका को टारगेट बनाकर निवेश करने की योजना पर काम कर
रहे हैं। निवेश के हिसाब से मुकेश को अमरीका ही सबसे ज्यादा मुफीद लग रहा है।
मुकेश अंबानी के
विश्वस्त सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑॅफ इंडिया को बताया कि मुकेश के दोनों बेटे
अमरीका में ही शिक्षा दीक्षा पा रहे हैं। उनकी देखरेख के चलते मुकेश और उनकी पत्नि
नीता का अधिकांश समय अमरीका में ही गुजर रहा है। विशुद्ध व्यापारिक बुद्धि के धनी
मुकेश ने अपने पुत्रों की परवरिश के दौरान अमरीका में कटने वाले अपने समय का
सदुपयोग भी बेहतर ढंग से किया है।
स्टेनफोर्ड
विश्वविद्यालय से केमीकल इंजीनियार मुकेश का याराना विश्व प्रसिद्ध बिल गेट्स के
साथ किसी से इसलिए नहीं छिपा है क्योंकि दोनों ही एक साथ कालेज में पढ़ा करते थे।
मुकेश और बिल गेट्स भी मिलकर किसी प्रोजेक्ट पर जूझ रहे बताए जा रहे हैं। यह
परियोजना परवान कब चढ़ेगी यह तो दोनों ही जानें पर अमरीका प्रवास के दौरान मुकेश हर
बार गेट्स से मिल ही लेते हैं।
मुकेश अंबानी ने अमरीका की चुनिंदा कंपनियों का अधिग्रहण किया है। इनमें से
ज्यादातर तेल कंपनी ही हैं। भारत के अलावा अमरीका में निवेश पर बारीक नजर रखने
वाले मुकेश अंबानी ने बिल गेट्स की बैसाखी पर चलकर दुनिया भर की शक्ति के केंद्र
व्हाईट हाउस में भी खासी आमदरफत बना ली है। ओबामा के अनेक डिनर में अब मुकेश की
भागीदारी आम हो चुकी है।
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