मुद्रा स्फीति में
कमी!
(महेश रावलानी)
नई दिल्ली (साई)।
खुदरा मुद्रास्फीति की दर में जुलाई के महीने में मामूली कमी हुई और यह ९ दशमलव
आठ-छह प्रतिशत रही। ऐसा इस महीने के दौरान मसालों, मोटे अनाज और उनसे
बनी वस्तुओं के दाम कम होने के कारण हुआ। हालांकि सब्जियों के दाम अधिक बने
रहे।संशोधित अनुमानों के अनुसार जून में मुद्रास्फीति की दर नौ दशमलव नौ-तीन
प्रतिशत रही जबकि पहले के अनुमानों के अनुसार यह १० दशमलव शून्य-दो प्रतिशत बताई
गई थी।
जुलाई में सब्जियों
के दामों में पिछले वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले २७ दशमलव तीन-तीन प्रतिशत की
वृद्धि हुई जबकि खाद्य तेलों के दाम १७ दशमलव तीन-सात प्रतिशत तथा दालों के दाम १२
दशमलव चार-नौ प्रतिशत बढ़े। अण्डे, मछली और मांस के दाम भी वार्षिक आधार पर ११
दशमलव एक-एक प्रतिशत बढ़े।
जुलाई में ग्रामीण क्षेत्रों में मुद्रास्फीति की दर नौ दशमलव सात-छह प्रतिशत
और शहरी इलाकों में १० दशमलव एक-शून्य प्रतिशत रही।
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