कर्नाटक ने
तमिलनाडू के लिए छोड़ा पानी
(श्वेता यादव)
बंग्लुरू (साई)।
कर्नाटक ने उच्चतम न्यायालय के निर्देश का पालन करते हुए आज तमिलनाडु के लिए
कावेरी नदी का पानी छोघ्ना शुरू कर दिया है। सरकारी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ
इंडिया को बताया है कि इसके विरोध में मांडिया ज़िले में व्यापक प्रदर्शन हो रहे
हैं और यातायात बाधित हुआ है।
कावेरी की संरचना
समिति के अध्यक्ष जी मादेगोघ ने आज राज्य सरकार के खिलाफ कठिन शब्दों से आलोचना
की। उन्होंने आज मुख्यमंत्री और राज्य के सांसदों का इस्तीफा मांगा। विधानसभा में
विरोध पार्टी के नेता सिद्धारमैया ने भी राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि वे सुप्रीम
कोर्ट में राज्य के हित में मुकदमा लघ्ने में विफल सिद्ध हुई है। राज्य के जलाश्य
से पानी छोने की वजह से राज्य के किसान और कन्नघ रक्षा संगठन क्रोधित हो चुके हैं
और अपनी हताशा नाराजगी का प्रदर्शन दे रहे हैं।
ईरीगेशन के सूत्रों
ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि सिंचाई विभाग ने बताया कि बीती रात से
कृष्णराज सागर बांध और काबिनी जलाशय से लगभग पांच हजार क्यूसिक पानी छोघ जा रहा
है। सूत्रों के अनुसार कर्नाटक, तमिलनाडु के लिए नौ हजार क्यूसिक पानी छोघ्ना
सुनिश्चित करेगा। यह फैसला कल कर्नाटक विधानसभा में विभिन्न दलों के नेताओं की
बैठक के बाद किया गया है।
बैठक में यह भी
निर्णय हुआ कि प्रधानमंत्री से आग्रह किया जाएगा कि वे प्राधिकारण के निर्देश पर
फिर से विचार करें। प्रधानमंत्री इस प्राधिकरण के अध्यक्ष भी हैं। शुक्रवार को
उच्चतम न्यायालय ने कर्नाटक सरकार को कावेरी नदी प्राधिकरण के फैसले का पालन करने
का निर्देश दिया था। न्यायालय ने
प्राधिकरण के निर्देश का पालन नहीं करने के लिए कर्नाटक सरकार को फटकार लगाई थी।
न्यायालय ने यह भी चेतावनी दी थी कि अगर कर्नाटक ऐसा नहीं करता तो उसे इस बारे में
समुचित आदेश जारी करना पघ्ेगा।
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