सेन्य समझौतों पर
आस्ट्रेलिया से होगी बात
(रश्मि सिन्हा)
नई दिल्ली (साई)।
भारत और ऑस्ट्रेलिया, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई सहित सुरक्षा और रक्षा के क्षेत्र में
सहयोग बढ़ाने पर सहमत हो गए हैं। दोनों पक्ष असैन्य परमाणु ऊर्जा सहयोग पर समझौते
के लिए बातचीत शुरू करने पर भी सहमत हो गए हैं। दोनों देशों ने अंतरिक्ष, विज्ञान और
प्रौद्योगिकी, शिक्षा, छात्रों के कल्याण, कौशल विकास और
वस्त्र क्षेत्र में चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
भारत की यात्रा पर
आई ऑस्ट्रेलिया की प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड के साथ कल नई दिल्ली में एक
संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा
कि दोनों देश ऊर्जा,
सुरक्षा, जल प्रौद्योगिकी भागीदारी की स्थापना और
सजायाफ्ता कैदियों को उनके देश में भेजने के लिए समझौता शुरू करने पर भी सहमत हुए।
उन्होंने कहा कि हम
दोनों देशों के बीच शिखर स्तर के द्विपक्षीय या बहुपक्षीय सम्मेलनों में वार्षिक
बैठक करने पर सहमति हुई है। दोनों देश ऊर्जा, सुरक्षा, जल प्रोद्योगिकी
में भागीदारी के बारे में मंत्री स्तरीय वार्ता शुरू करने और सजायाफ्ता कैदियों को
उसके देश में भेजने पर भी बातचीत शुरू करने पर सहमत हुए हैं।
सुश्री गिलार्ड ने
कहा कि भविष्य में दोनों देश सुरक्षा-वार्ता और जल प्रबंधन के अलावा द्विपक्षीय
असैन्य परमाणु समझौते पर भी बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी
है कि हम निकट भविष्य में असैन्य परमाणु सहयोग के बारे में बातचीत शुरू करने पर
सहमत हो गए हैं। इस मामले में मेरी पार्टी और सरकार की नीति में परिवर्तन को देखते
हुए यह स्वयं मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
वहीं दूसरी ओर भारत
और ऑस्ट्रेलिया ने आपसी व्यापार बढ़ाकर २०१५ तक ४० अरब अमरीकी डॉलर करने का लक्ष्य
रखा है। नई दिल्ली में कल भारतीय उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए ऑस्ट्रेलिया की
प्रधानमंत्री जूलिया गिलाड् ने कहा कि एशिया में तेजी से हो रहे परिवर्तनों से
भारत में विकास का एक नया ढांचा विकसित हो रहा है। हमारे संवाददाता ने बताया है कि
दोनों देशों के बीच आपसी व्यापार फिलहाल २१ अरब डॉलर का है।
इससे पहले सुश्री
जूलिआ गिलाड् ने कल राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की और आपसी तथा विभिन्न
बहुपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की।
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