युवराज घूमेंगे लाल
बत्ती में!
(शरद खरे)
नई दिल्ली (साई)।
कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी जल्द ही लाल बत्ती में भ्रमण कर सकते हैं। जी हां, राहुल गांधी को
मनमोहन सिंह की कैबनेट में जगह मिलना तय माना जा रहा है। प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन
सिंह नेहरू गांधी परिवार के इस कदर ऋणी लग रहे हैं कि वे राहुल को कैबनेट में
शामिल कर आपने आप को धन्य ही समझेंगे।
देश की राजनैतिक
राजधानी दिल्ली में एक बार फिर से सियासी सरगर्मियां बढ़ गयी हैं क्योंकि 28 अक्टूबर को
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अपने कैबिनेट का विस्तार करने जा रहे हैं। लगातार
घोटालों के आरोपों को झेल रही यूपीए सरकार के लिए यह कैबिनेट मीटिंग काफी अहम मानी
जा रही है क्योंकि ऐसा कहा जा रहा है कि इस बार कांग्रेस युवराज राहुल गांधी
कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं।
पीएमओ के सूत्रों
ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि तीन मंत्रालयों के साथ छेड़छाण से सोनिया
गांधी ने मना कर दिया है। वित्त मंत्रालय, गृह मंत्रालय और रेल मंत्रालय को में कोई
फेर-बदेल नहीं होगा लेकिन अंदर की खबर रखने वाले कह रहे हैं कि इस बार राहुल गांधी
को कोई बड़ा और अहम मंत्रालय दिया जायेगा उपरोक्त तीनों क्षेत्रों को छोड़कर। अगर
ऐसा होता है तो यह राहुल गांधी के लिए काफी अहम होगा क्योंकि साल 2014 में कांग्रेस
राहुल गांधी को पीएम पद का उम्मीदवार मानकर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।
सियासी जानकारों का
कहना है कि इस बार के फेरबदेल में राहुल कि युवा बिग्रेड जैसे कि ज्योतिरादित्य
सिंधिया और सचिन पायलट जैसे लोगों को प्रमोट भी किया जा सकता है। अगर ऐसा होता है
तो यूपीए का एक अहम कदम होगा जो उसके आने वाले दिनों में उसके अस्तित्व की रूप
रेखा तय करेगा। राहुल गांधी के कैबिनेट में शामिल होने की बात इसलिए कही जा रही है
क्योंकि पिछले दिनों राहुल गांधी ने मनमोहन सिंह से डेढ़ घंटे तक मुलाकात की थी।
उसके बाद ही पीएम ने मंत्रिमंडल के फेरबदल की घोषणा की।
पीएमओ के सूत्रों
ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को संकेत दिए कि राहुल गांधी को अगर टीम मनमोहन में
स्थान मिलता है तो उन्हें मानव संसाधन अथवा ग्रामीण विकास मंत्री बनाया जा सकता
है। इसके साथ ही साथ कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी को भी कैबनेट में स्थान
मिलना तय माना जा रहा है। साथ ही साथ रेणुका चोधरी और चिरंजीवी को भी कैबनेट में
शामिल किया जा सकता है।
सूत्रों ने बताया
कि कैबिनेट में फेरबदल की तैयारी दो महीने से ज्यादा समय से चल रही है। कहा जा रहा
है कि दो मंत्रालय वाले मंत्रियों के वजन को हल्का किया जा सकता है। राज्यसभा के
उपसभापति रहमान खान अल्प संख्यक कल्याण मंत्रालय देने की चर्चाएं जोरों पर हैं।
वहीं पश्चिम बंगाल को प्रतिनिधित्व देने के लिए दीपा दासमंुशी और रंजन चौधरी के
नाम चल रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर
स्टील मंत्रालय का जिम्मा संभालने वाले बेनी प्रसाद वर्मा और पर्यटन मंत्री सुबोध
कांत सहाय की लाल बत्ती छीनने की चर्चाएं भी हैं। संप्रग सहयोगी एनसीपी के कोटे से
मंत्री बनी अगाथा संगमा को हटाकर उनके स्थान पर तारिक अनवर को मंत्री बनाया जा
सकता है।
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