सोमवार, 25 फ़रवरी 2013

कैथल : मानवता की सेवा के जज्बे से ही प्रदेश की तस्वीर बदलेगी-लोक निर्माण मंत्री


मानवता की सेवा के जज्बे से ही प्रदेश की तस्वीर बदलेगी-लोक निर्माण मंत्री

(राजकुमार अग्रवाल)

कैथल (साई)। हरियाणा प्रदेश में कोई भी विकलांग व्यक्ति अब मूलभूत सुविधाओं से वंचित नही रहेगा। इंदिरा बाल स्वास्थ्य योजना के तहत राज्य स्तरीय कोरेक्टिव सर्जरी योजना की शुरूआत आज जिला कैथल से की गई है। इस योजना के तहत 200 से अधिक शारीरिक रूप से अक्षम बच्चों के ओपरेशन करने के बाद उन्हें नई उमंग, नई उड़ान और नए जोश के साथ कामयाब नागरिक बनने का मौका मिलेगा। ये शब्द हरियाणा के लोक निर्माण एवं उद्योग मंत्री श्री रणदीप सिंह सुरजेवाला ने स्थानीय श्रीमती इंदिरा गांधी बहु विशेषज्ञीय अस्पताल परिसर में अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शमशेर सिंह सुरजेवाला की अध्यक्षता में आयोजित चार दिवसीय मेगा कोरेक्टिव सर्जरी शिविर का उद्घाटन करने के बाद समारोह में बोलते हुए व्यक्त किए। कार्यक्रम का आगाज दीप प्रज्ज्वलन से किया गया। उन्होंने कहा कि समाज में शारीरिक रूप से जो बच्चे चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, उनके लिए हम सभी जिम्मेदार हैं और इन बच्चों को ठीक करने की जिम्मेदारी भी हम सबकी है। लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि गरीब व छुआछुत की तरह शारीरिक विकलांगता भी एक चुनौती है। इन विषम परिस्थितियों का सामना करना भगवान की पूजा करने के समान है। उन्होंने कहा कि गरीब, निर्दाेष और विकलांग हर इंसान के अंदर भगवान है, उनकी सेवा करना प्रभू की सच्ची सेवा है। न्होंने कहा कि मानवता की सेवा के जज्बे से ही प्रदेश की तस्वीर बदलेगी। प्रशासन, सरकार और समाज के संयुक्त प्रयासों से मानव सेवा के युग में एक नई क्रांति का सूत्रपात होगा। जिला कैथल से कोरेक्टिव सर्जरी योजना की शुरूआत से सैंकड़ों बच्चों को नया जीवन मिलेगा। इस योजना को हम संपूर्ण प्रदेश में लेकर जाएंगे। श्री रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि भारतीय मूल के अमेरिका में बसे प्रसिद्ध समाजसेवी राज अग्रवाल ने जिला प्रशासन द्वारा चलाए गए रात्रि ठहराव कार्यक्रम को समाचार पत्रों में पढ़कर इस जिला में विकलांगों की सेवा करने की प्रेरणा मिली, जोकि सराहनीय है। इनके सहयोग से आर्थिक व तकनीकी मदद मिलने से उन विकलांग व्यक्तियों को सामान्य जीवन की धारा में लौटने का अवसर मिलेगा, जो अब तक इस चुनौती के कारण स्वयं को असहाय महसूस कर रहे थे। शारीरिक चुनौतियों का मुकाबला करने में समाज भी इन्हें साथ लेकर चल पाएगा और उनकी भरपूर मदद कर पाएगा। लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत विकलांग व्यक्तियों को दो लाख रुपए की राशि से तिपहिया साईकिलें प्रदान की जाएंगी। इस योजना के तहत दी जाने वाली तिपहिया साईकिलों के लिए योग्य पात्रों की पहले ही पहचान कर ली गई है। श्री सुरजेवाला ने समाजसेवी अशोक साहरण द्वारा श्रीमती इंदिरा गांधी बहुविशेषज्ञीय राजकीय अस्पताल कैथल में एक लाख रुपए की मशीन देने के लिए धन्यवाद किया। श्री सुरजेवाला ने पंडित भगवत दयाल स्वास्थ्य विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो। एसएस सांगवान, स्वास्थ्य निदेशक डा। भरत सिंह, एनआरएचएम की निदेशक इनूस शर्मा, डा। दीपिका, डा। अशोक सारण, डा। विनोद, डा। कुलभूषण गर्ग व श्री कृष्ण कृपा सेवा समिति जिनके द्वारा शिवरार्थियों व अन्य लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई है, को भी सम्मानित किया गया। चंदाना स्कूल के बच्चों द्वारा प्रस्तुत नाटिका के लिए उन्हें पुरस्कृत किया गया।    चंद्रशेखर ने कहा कि समाजसेवी राज अग्रवाल के सहयोग से 465 विकलांग व्यक्तियों को कैलीपर, बैसाखी व जयपूर फूट प्रदान किए जाएंगे। इन सभी व्यक्तियों का माप लेकर सभी कृत्रिम अंग तैयार करके पांच अप्रैल को मुफ्त वितरित किए जाएंगे। इस कार्य के लिए स्वास्थ्य विभाग, बाल कल्याण परिषद तथा पंचायती राज संस्थाओं द्वारा विशेष सर्वे करवाया गया था। जिला में इस सर्वे के दौरान जो भी व्यक्ति शारीरिक रूप से विकलांग पाए गए, उनकी सूची तैयार करके यह शिविर आयोजित किया गया है। उपायुक्त ने कहा कि पंडित भगवत दयाल स्वास्थ्य विश्वविद्यालय के कुलपति डा। एसएस सांगवान के सहयोग से डाक्टरों की टीम चार दिन तक 18 वर्ष तक की आयु के बच्चों के ओपरेशन करेगी। इन बच्चों में ह्दय रोगी, दिल में छेद, कैंसर, आरएचडी के रोगियों का भी उपचार किया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि रात्रि ठहराव कार्यक्रम के सभी खंडों में दो चरण पूरे हो चुके हैं। अगले दो साल में बिजली व पानी के ग्रामीण क्षेत्र में 90 प्रतिशत कनैक्शन नियमित करने में सफलता हासिल कर ली जाएगी तथा इस कार्यक्रम से जन कल्याणकारी योजना के क्रियान्वयन में तेजी आई है। उन्होंने लोक निर्माण मंत्री को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उपायुक्त के 11 वर्षीय पुत्र दीप्तांशु भी इस अवसर पर मौजूद रहे। समाजसेवी डा। राज अग्रवाल जो अपनी पत्नी सुषमा अग्रवाल के साथ कैथल में पहली बार आए थे, ने कहा कि कैथल के उपायुक्त चंद्रशेखर व प्रशासनिक अधिकारियों की टीम के समाजसेवी कार्यों व योजनाओं के क्रियान्वयन का समाचार पढ़कर उन्हें प्रेरणा मिली। उन्होंने कहा कि समाज सेवा एक धर्म है तथा भगवान की सच्ची उपासना है। उन्होंने बताया कि वह अब तक 12 हजार विकलांग बच्चों को निरूशुल्क कृत्रिम अंग उपलब्ध करवा चुके हैं। स्वास्थ्य निदेशक डा। भरत सिंह ने बताया कि इस मेगा कोरेक्टिव सर्जरी शिविर में पानीपत, अंबाला और कैथल के विकलांग बच्चों को ओपरेशन के लिए पंजीकृत किया गया है। इन बच्चों को ओपरेशन के बाद दिए जाने वाले उपकरण भी स्वास्थ्य विभाग की तरफ से उपलब्ध करवाए जाएंगे। इस योजना को लागू करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है, जिसने विकलांग बच्चों को जीवन की मुख्य धारा में लाने के लिए इस महत्वकांक्षी योजना को लागू किया।     अतिरिक्त उपायुक्त श्री दिनेश सिंह यादव ने कहा कि समाजसेवा के ऐसे बड़े स्तर के समारोह के कारण प्रशासन को हौसला मिलता है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही कैथल में राज्य स्तरीय कृषि मेला आयोजित किया जाएगा, जिसमें भारी संख्या में किसान भाग लेंगे।  सिविल सर्जन डा। सुरेंद्र नैन ने बताया कि रात्रि ठहराव कार्यक्रमों में अब तक स्वास्थ्य विभाग की तरफ से 7000 लोगों को  मुफ्त दवाईंया व उपचार दिया जा चुका है। उन्होंने बताया कि ओपरेशन के बाद भी विकलांग व्यक्तियों की पूरी देखभाल की जाएगी। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह यादव, एसडीएम हवा सिंह, प्रदेश कांग्रेस के संगठन सचिव दिलबाग मोर, नगर परिषद के चेयरमैन राम निवास मित्तल, बहादुर सैनी, रामप्रसाद बंसल, डा। श्याम साहनी, सुरेश चौधरी, धर्मपाल जिंदल, चौशाला की सरपंच सीमा देवी, साकरा की सरपंच सरिता देवी, मलिकपुर की सरपंच चरणजीत कौर, डा। सतपाल, बलदेव, प्रेम छाबड़ा एडवोकेट, अनुराग सिक्का, मोहन लाल गुप्ता सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।

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