निशुल्क चिकित्सकीय
जाँच सुविधा एक फरवरी से प्रारंभ
(अखिलेश दुबे)
सिवनी (साई)।
मध्यप्रदेश शासन द्वारा लोगों को स्वस्थ्य और खुशहाल जीवन उपलब्ध करवाने की दिशा
में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। निरूशुल्क उपचार, निरूशुल्क औषधि और
निरूशुल्क परिवहन की व्यवस्थाएँ प्रदेश में पूर्व से ही उपलब्ध हैं। स्वास्थ्य
अधिकारियों, कर्मचारियों
और कार्यकर्ताओं को विशेष सिम प्रदाय कर परस्पर जो$डने का एक वृहद
कार्य पूर्ण किया गया है। इसी श्रंखला में अब राश्य सरकार द्वारा सभी शासकीय
चिकित्सालयों में निरूशुल्क चिकित्सीय जाँचों की सुविधा भी एक फरवरी १३ से ही आरंभ
हो चुकी है। निरूशुल्क पैथालॉजी जाँच सेवा की सुविधा जिला अस्पतालों से लेकर उप
स्वास्थ्य केन्द्रों एवं आरोग्य केन्द्रों तक उपलब्ध होगी। जाँच सुविधाएँ प्रदेश
के सभी नागरिकों के लिये निरूशुल्क उपलब्ध रहेंगी। वर्तमान में शासकीय
चिकित्सालयों में कई प्रकार की जाँच सुविधाएँ पूर्ण रूप से उपलब्ध नहीं हैं एवं
जाँच सुविधा सशुल्क प्रदाय की जाती है। इस संबंध में शासन द्वारा यह निर्णय लिया
गया कि समस्त शासकीय चिकित्सालयों में न्यूनतम आवश्यक जाँच सुविधाएँ रोगियों को
निरूशुल्क उपलब्ध करवाई जाएँ। योजना में विभिन्न स्तर के चिकित्सा संस्थानों में
अनिवार्यतरू उपलब्ध करवाई जाने वाली निरूशुल्क पैथालॉजी जाँच सुविधाओं को तय सूची
के अनुसार उपलब्ध करवाया जायेगा। निर्धारित सूची के मान से उप स्वास्थ्य
केन्द्रों/आरोग्य केन्द्रों पर ५, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर १६, सामुदायिक
स्वास्थ्य केन्द्रों पर २५, सिविल अस्पतालों में २९ तथा जिला चिकित्सालयों
में ३८ प्रकार की स्वास्थ्य जाँचें निरूशुल्क प्रदाय की जायेंगी। शीघ्र भविष्य में
न्यूनतम निरूशुल्क जाँचों की संख्या में वृद्घि कर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों
में २८, सिविल
अस्पतालों में ३२ एवं जिला चिकित्सालयों में ४८ तक किया जायेगा। यह सुविधा समस्त
एपीएल एवं बीपीएल रोगियों, बाह्य/भरती रोगियों को उपलब्ध रहेगी। जाँच के लिए
सामग्री/उपकरण की मात्रा का आकलन कर विभिन्न चिकित्सा संस्थाओं में उपलब्धता करवाई
जा रही है। संस्थावार उपकरणों की सूची राश्य-स्तर से जारी की गई है। लैब
टेक्नीशियन एवं लैब सहायक के पद शीघ्र भरे जायेंगे। शासकीय अस्पतालों में
पैथालॉजिकल जाँचों के अलावा उपलब्धतानुरूप ईसीजी, सोनोग्राफी, ईको-काघ्डयोग्राफी
एवं एक्स-रे की सुविधा भी निरूशुल्क उपलब्ध होगी। किसी प्रकार का कोई शुल्क
रोगियों से नहीं लिया जायेगा। समस्त चिकित्सा अधिकारियों को कहा गया है कि वे अपने
अधीन सभी स्तर की विभिन्न चिकित्सा संस्थाओं में उपलब्ध करवाई जा रही पैथालॉजी
जाँच सुविधाओं की उपलब्धता एवं प्रयुक्त होने वाली सामग्री के पर्याप्त स्टाक की
निरंतर समीक्षा करें।
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