सन्डे को मौसम लेगा
तेजी से करवट!
(शरद)
नई दिल्ली (साई)।
कुछ दिनों से खुशगवार हुए मौसम के बाद अब एक बार फिर मौसम के तांडव को झेलने को
तैयार हो जाएं। मौसम विभाग के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि
रविवार से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और दक्षिणपूर्व के मैदानी इलाकों में मौसम का
मिजाज बिगडेगा और वहां बहुत तेज बारिश होगी तथा बर्फबारी होगी। मौसम विभाग के
सूत्रों ने कहा कि पर्वतीय राज्यों में प्रशासन को खबरदार कर दिया गया है कि मौसम
के मिजाज में परिवर्तन के चलते सडक परिवहन बाधित हो सकता है।
भारतीय मौसम विभाग
सूत्रों ने साई न्यूज को आगे बताया कि मौसम की इस तीखे मिजाज से फलों की फस्लों को
फायदा होने की उम्मीद है, लेकिन यह खेतों में खडी सरसों की फसल को नुकसान पहुंचा सकता
है और जम्मू-कश्मीर,
हिमाचल प्रदेश तथा उत्राखंड के पर्वतीय राज्यों में सडक
परिवहन को बाधित कर सकता है।
सूत्रों ने कहा कि
दक्षिणपूर्व भारत के मैदानी इलाकों में छिटपुट ओलावृष्टि गतिविधि के साथ तूफान की
शक्ल में चरम मौसम स्थिति की संभावना है। सूत्रों ने आगे कहा कि मौसम की यह स्थिति
दक्षिणपूर्व पहाडियों से उत्तर के मैदानी इलाकों तक और यहां तक कि गुजरात के कुछ
हिस्सों और पश्चिम मध्य प्रदेश तक को अपने दायरे में लेगी।
विभागीय सूत्रों ने
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को आगे बताया कि अस्थाई मौसम प्रणाली के तीन फरवरी की शाम
को शुरु होने की उम्मीद है और दो दिन बाद अपने चरम में पहुंचेगी। सूत्रों की मानें
तो जम्मू-कश्मीर, हिमाचल
प्रदेश और उत्तराखंड में चार फरवरी और पांच फरवरी को व्यापक या जबरदस्त बारिश या
बर्फबारी की उम्मीद की जा रही है।
सूत्रों ने आगे
बताया कि मैदानी इलाकों में इसकी उम्मीद दिल्ली समेत उत्तर राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी उत्तर
प्रदेश और उत्तराखंड के मैदानी इलाकों तक की जा रही है। सूत्रों ने साई न्यजू को
बताया कि प्रभावित होने वाले संभावित इलाकों में सडक परिवहन अधिकारियों को चेतावनी
भेज दी गई है।
मौसम का मिजाज किस
कदर बिगड़ सकता है इस बारे में सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को संकेत दिए कि
पूर्वोत्तर क्षेत्र में जबरदस्त बर्फबारी के बाद जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग बंद किया
जा सकता है। मौसम के इस बदलाव का सीधा असर सरसों की फसल पर पड़ सकता है जिससे फसल चौपट
होने की संभावनाएं भी जताई जा रही हैं।
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