डॉ.गर्ग ने पुनः किया आचार संहिता का
उल्लंघन!
आदेश नहीं मिले किसका ले लूं
चार्ज: सीएमएचओ
(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। प्रभारी जिला आयुष
अधिकारी डॉ.सतीश दत्त गर्ग को संभागायुक्त जबलपुर द्वारा निलंबित किए जाने के बाद
भी उन्होंने अपना प्रभार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को नहीं सौंपा है।
डॉ.गर्ग आज जबलपुर प्रवास पर थे, किन्तु उन्होंने
मुख्यालय छोड़ने के लिए किसकी अनुमति ली यह ज्ञात नहीं हो सका है।
जिला कलेक्टोरेट के सूत्रों ने
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि प्रभारी जिला आयुष अधिकारी डॉ.सतीश दत्त गर्ग
को संभागायुक्त दीपक खाण्डेकर द्वारा जिला कलेक्टर सिवनी की अनुशंसा युक्त टीप के
बाद निलंबित कर दिया गया है। इस आशय का फेक्स जिला कलेक्टर कार्यालय को शुक्रवार
को दोपहर बाद मिल गया था।
सूत्रों ने आगे कहा कि आदेश में यह
स्पष्ट उल्लेखित किया गया है कि निलंबन अवधि में डॉ.सतीश दत्त गर्ग का मुख्यालय
जिला कलेक्टर कार्यालय होगा। इस आदेश के अनुसार डॉ.गर्ग को अपना प्रभार तत्काल
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.के.श्रीवास्तव को सौंपने को कहा गया
था। सूत्रों ने कहा कि आदेश को बाकायदा मार्क करवाकर सीएमएचओ और प्रभारी जिला आयुष
अधिकारी डॉ.गर्ग के पास भेज दिया गया है। सूत्रों का कहना है कि इस मामले में
आदेशों की तामीली का कार्य तहसीलदार सिवनी को सौंपा गया है।
उधर, सीएमएचओ कार्यालय के सूत्रों का कहना कि डॉ.एस.के.श्रीवास्तव
को अभी तक इस बारे में पता ही नहीं है कि उन्हें जिला आयुष अधिकारी का प्रभार भी
अतिरिक्त तौर पर मिलने वाला है। सूत्रों ने कहा कि अगर इस तरह का आदेश जिला
कलेक्टर कार्यालय से सीएमएचओ को हमदस्त करवा दिया गया हो तो कहा नहीं जा सकता।
डॉ.गर्ग के करीबी सूत्रों का कहना है
कि निलंबन पर स्थगन हेतु वे पूरी तरह प्रयासरत हैं। शुक्रवार को दोपहर बाद आयुक्त
कार्यालय से प्राप्त फेक्स के बाद भी इन पंक्तियों के लिखे जाने तक लगभग चौबीस
घंटे बीतने के बाद भी इस आदेश का सीएमएचओ तक न पहुंचना आश्चर्यजनक ही माना जा रहा
है।
कहा जा रहा है कि प्रशासन द्वारा
जानबूझकर डॉ.गर्ग को समय दिया जा रहा है ताकि वे निलंबन पर स्थगन की कार्यवाही को
अंजाम दे सकें। वैसे भी कल रविवार है और रविवार को उनका कार्यभार सीएमएचओ द्वारा
ग्रहण नहीं किया जा सकेगा। किन्तु तहसीलदार कार्यालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी
ऑफ इंडिया को बताया कि सीएमएचओ की प्रति उनके कार्यालय में अपरान्ह को ही भेज दी
गई थी, जिसकी पावती भी तहसीलदार कार्यालय के पास सुरक्षित रखी है।
सूत्रों ने कहा कि तहसीलदार एस.के.जैन
ने खुद मोबाईल पर डॉ.गर्ग से चर्चा कर उन्हें इस निलंबन आदेश की जानकारी दी है।
डॉ.गर्ग द्वारा बताया गया कि वे किसी प्रकरण के सिलसिले में जबलपुर गए हुए हैं, एवं सोमवार के पहले वे वापस नहीं आ सकेंगे। यक्ष प्रश्न यही
खड़ा हुआ है कि अगर डॉ.गर्ग किसी प्रकरण के सिलसिले में जबलपुर गए हैं तो क्या
चुनाव आचार संहिता के चलते उनके द्वारा किसी सक्षम अधिकारी से मुख्यालय छोड़ने की
पूर्वानुमति प्राप्त की है? वैसे भी उन्हें
सेक्टर मजिस्ट्रेट की जवाबदेही सौंपी गई थी, किन्तु 19 मार्च
को उनके स्थान पर किसी अन्य अधिकारी को यह जवाबदेही सौंप दी गई थी।
मुझे किसी तरह का कोई आदेश अब तक
नहीं मिला है, अब आप ही बताएं कि मैं किसका चार्ज
और कैसे ले लूं?
डॉ.एस.के.श्रीवास्तव,
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य
अधिकारी,
सिवनी.
डॉ.गर्ग का पता नहीं है। उनके
कार्यालय में लोग बता रहे हैं कि वे जबलपुर गए हैं। उनके घर पर नोटिस चस्पा कर
वीडियो ग्राफी करवाई गई है।
एस.के.जैन,
तहसीलदार, सिवनी.
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